Weather News: एक तरफ देश के कई हिस्सों में ठंड का प्रकोप जारी है तो दूसरी ओर पहाड़ी इलाकों में कम बर्फबारी हुई है। कम बर्फबारी से नदियों में पानी की मात्रा पर असर पड़ेगा।देश के कई हिस्सों में भले ही ठंड का प्रकोप जारी है लेकिन पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी कम हुई है। उधर अधिकतर क्षेत्रों में सुबह से ही घना कोहरा छाया रहा। खराब मौसम के कारण कई ट्रेनें और उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं। बीते दिन देश के मैदानी इलाकों में लुधियाना में सबसे कम न्यूनतम तापमान 1.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस बीच मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले 4-5 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। आइये जानते हैं पहाड़ी इलाकों में क्यों कम हो रही बर्फबारी?देशभर में मौसम का क्या हाल है? किन स्थानों में ज्यादा ठंड है? आगामी दिनों के लिए मौसम विभाग की क्या चेतावनी है? ठंड से कब तक राहत मिल सकती है? बर्फबारी क्यों कम हुई है?एक ओर जहां सर्दी से लोगों का हाल बेहाल है तो वहीं दूसरी ओर इस बार कई स्थानों पर इस बार बर्फबारी नहीं हुई है या कम हुई है। कश्मीर, शिमला जैसे बर्फीले स्थानों में इस समय हजारों पर्यटक स्नोबॉल का लुत्फ उठाते देखे जाते हैं। हालांकि, साल के इस समय में पर्यटकों के लिए ऐसे नजारे गायब रहे हैं।
कश्मीर में बर्फबारी न होने से पर्यटन को नुकसान पहुंचा है और खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों के स्थगन का खतरा मंडराने लगा है। हिमालय के मध्य से निचले इलाकों में भी बर्फ की कमी देखीकमजोर पश्चिमी विक्षोभ अरब सागर से नमी नहीं खींच रहा है इसलिए कम बर्फबारी हो रही है। यह घटनाक्रम इसी साल हो रहा है, हर साल ऐसा नहीं होता है।'
कम बर्फबारी के प्रभाव के बारे में वैज्ञानिक रॉय ने बताया, 'कम बर्फबारी से पहाड़ों में बर्फ की चादरें कम होंगी जो ग्लेशियर को प्रभावित करेगा। इसके अलावा गंगा जैसी पहाड़ी नदियों में गैर-मानसून ऋतु में जो बर्फ के पिघलने के कारण पानी आता है वो नहीं आएगा। इस तरह से नदियों में पानी की मात्रा पर असर पड़ेगा।'देशभर में मौसम का क्या हाल है?
सोमवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के कई हिस्सों और पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में कोल्ड डे की स्थिति बनी रही। यही हाल हरियाणा-चंडीगढ़, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और गंगा तट वाले पश्चिम बंगाल के अलग-अलग इलाकों का रहा। मौसम विभाग के ताजा के बुलेटिन के अनुसार, पंजाब, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पूर्वी बिहार के अलग-अलग हिस्सों में भी गंभीर ठंडे दिन की स्थिति बनी रही।वहीं मंगलवार सुबह 05:30 बजे देश के कई हिस्सों में कोहरे की स्थिति देखी गई। पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार के अलग-अलग हिस्सों में घने से बहुत घने कोहरा छाया रहा। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश, असम, त्रिपुरा और आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को घने कोहरे का सामना करना पड़ा। पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरे की स्थिति रही जबकि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में हल्के कोहरा छाया रहा।इन इलाकों में दृश्यता 500 मीटर या इससे भी कम:
पंजाब: पटियाला-25, अमृतसर-200; हरियाणा और चंडीगढ़: अंबाला-25, चंडीगढ़-25, हिसार-50
उत्तर प्रदेश: बहराईच-25, वाराणसी-25, लखनऊ-25, सुल्तानपुर-200, बरेली-500, झांसी-500, गोरखपुर-500
बिहार: गया-25, पटना-500, भागलपुर-500
उत्तर पश्चिमी राजस्थान: गंगानगर-50
मध्य प्रदेश: ग्वालियर-50, सतना-50
असम: तेजपुर-50, गुवाहाटी-500
त्रिपुरा: अगरतला-50
आंध्र प्रदेश: विजयवाड़ा-50
देश के कई हिस्सों में भले ही ठंड का प्रकोप जारी है लेकिन पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी कम हुई है। उधर अधिकतर क्षेत्रों में सुबह से ही घना कोहरा छाया रहा। खराब मौसम के कारण कई ट्रेनें और उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं। बीते दिन देश के मैदानी इलाकों में लुधियाना में सबसे कम न्यूनतम तापमान 1.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस बीच मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले 4-5 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।
आइये जानते हैं पहाड़ी इलाकों में क्यों कम हो रही बर्फबारी?देशभर में मौसम का क्या हाल है? किन स्थानों में ज्यादा ठंड है? आगामी दिनों के लिए मौसम विभाग की क्या चेतावनी है? ठंड से कब तक राहत मिल सकती है? बर्फबारी क्यों कम हुई है?
एक ओर जहां सर्दी से लोगों का हाल बेहाल है तो वहीं दूसरी ओर इस बार कई स्थानों पर इस बार बर्फबारी नहीं हुई है या कम हुई है। कश्मीर, शिमला जैसे बर्फीले स्थानों में इस समय हजारों पर्यटक स्नोबॉल का लुत्फ उठाते देखे जाते हैं। हालांकि, साल के इस समय में पर्यटकों के लिए ऐसे नजारे गायब रहे हैं।
कश्मीर में बर्फबारी न होने से पर्यटन को नुकसान पहुंचा है और खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों के स्थगन का खतरा मंडराने लगा है। हिमालय के मध्य से निचले इलाकों में भी बर्फ की कमी देखी
कमजोर पश्चिमी विक्षोभ अरब सागर से नमी नहीं खींच रहा है इसलिए कम बर्फबारी हो रही है। यह घटनाक्रम इसी साल हो रहा है, हर साल ऐसा नहीं होता है।'
कम बर्फबारी के प्रभाव के बारे में वैज्ञानिक रॉय ने बताया, 'कम बर्फबारी से पहाड़ों में बर्फ की चादरें कम होंगी जो ग्लेशियर को प्रभावित करेगा। इसके अलावा गंगा जैसी पहाड़ी नदियों में गैर-मानसून ऋतु में जो बर्फ के पिघलने के कारण पानी आता है वो नहीं आएगा। इस तरह से नदियों में पानी की मात्रा पर असर पड़ेगा।'
देशभर में मौसम का क्या हाल है?
सोमवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के कई हिस्सों और पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में कोल्ड डे की स्थिति बनी रही। यही हाल हरियाणा-चंडीगढ़, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और गंगा तट वाले पश्चिम बंगाल के अलग-अलग इलाकों का रहा। मौसम विभाग के ताजा के बुलेटिन के अनुसार, पंजाब, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पूर्वी बिहार के अलग-अलग हिस्सों में भी गंभीर ठंडे दिन की स्थिति बनी रही।
वहीं मंगलवार सुबह 05:30 बजे देश के कई हिस्सों में कोहरे की स्थिति देखी गई। पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार के अलग-अलग हिस्सों में घने से बहुत घने कोहरा छाया रहा। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश, असम, त्रिपुरा और आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को घने कोहरे का सामना करना पड़ा। पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरे की स्थिति रही जबकि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में हल्के कोहरा छाया रहा।
वहीं मंगलवार सुबह 05:30 बजे देश के कई हिस्सों में कोहरे की स्थिति देखी गई। पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार के अलग-अलग हिस्सों में घने से बहुत घने कोहरा छाया रहा। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश, असम, त्रिपुरा और आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को घने कोहरे का सामना करना पड़ा। पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरे की स्थिति रही जबकि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में हल्के कोहरा छाया रहा।इन इलाकों में दृश्यता 500 मीटर या इससे भी कम:
आंध्र प्रदेश: विजयवाड़ा-50
पश्चिम बंगाल: दीघा-200, हल्दिया-200, डायमंड हार्बर-500, कोलकाता/अलीपुर-500, मालदा-500 दिल्ली: सफदरजंग-500, पालम-500