कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल का कहना है, इस अवसर पर देश के विभिन्न शहरों की मार्केट में 30 हजार से अधिक स्थानों पर भंडारे लगाए गए हैं...
अयोध्या के राम मंदिर में संपन्न हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान देशभर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। केवल व्यापारिक संगठनों की बात करें, तो विभिन्न प्रदेशों में लगभग 50 हजार जगहों पर सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ हुआ है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल का कहना है, इस अवसर पर देश के विभिन्न शहरों की मार्केट में 30 हजार से अधिक स्थानों पर भंडारे लगाए गए हैं। कश्मीर से कन्याकुमारी तक राम को लेकर करीब 40 हजार कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। इस तरह देशभर में आयोजित सभी कार्यक्रमों को मिलाकर वह आंकड़ा, एक लाख की संख्या को पार कर गया है।
खंडेलवाल के मुताबिक, अयोध्या में श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद देशभर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। दिल्ली सहित देशभर में धार्मिक कार्यक्रमों का तांता लगा रहा। देश के सभी बाजार पूरी तरह से श्रीराम के झंडों से सजे हुए नजर आए। बाजारों में रंग बिरंगी रोशनी की गई थी। इन कार्यक्रमों के माध्यम से 'हर शहर अयोध्या-हर घर अयोध्या' की थीम, सार्थक होती हुई नजर आई। कैट के आह्वान पर व्यापारिक संगठनों द्वारा आयोजित हुए विभिन्न कार्यक्रमों की शुरुआत नई दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में एम ब्लॉक मार्केट एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम से हुई। सोमवार को मार्केट में श्रीराम मंदिर के मॉडल का विशिष्ट पूजन किया गया।
दिल्ली के विभिन्न बाजारों में बड़ी संख्या में श्रीराम के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कहीं सुंदरकांड का पाठ तो कहीं पर हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन दिल्ली में दो हजार से अधिक भंडारे लगे हैं। 500 से अधिक बाजारों में एलईडी स्क्रीन लगाकर व्यापारियों और लोगों को अयोध्या से सीधा प्रसारण दिखाने की व्यवस्था की गई। दिल्ली के कनॉट प्लेस में नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन द्वारा एक लाख पच्चीस हजार दीपों को एक साथ प्रज्वलित किया गया। दिल्ली के अन्य बाजारों में भी बड़े स्तर पर दीप जलाकर महादीपावली मनाई गई। कैट के आह्वान पर देशभर के 30 हजार से अधिक व्यापारिक संगठनों ने अपने अपने बाजारों में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की खुशी और उमंग को अभिव्यक्त करने के लिए 40 हजार से ज्यादा कार्यक्रमों का आयोजन किया।
व्यापारिक संगठनों द्वारा लगभग 10 हजार से अधिक एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं। 50 हजार से अधिक स्थानों पर सुंदरकांड, हनुमान चालीसा के पाठ और कीर्तन आयोजित किए गए हैं। लगभग 10 हजार से अधिक संगीतमय राम गीत एवं राम भजन कार्यक्रम हो रहे हैं। बाजारों में पांच हजार श्रीराम शोभा यात्रा तथा श्रीराम फेरी निकाली गई हैं। देश भर में 30 हजार से अधिक भंडारे लगाए गए हैं।