अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भी विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं। इस दौरान वह अपने रोजमर्रा के कार्यों को भी पूरा कर रहे हैं। पीएम मोदी हर रोज ब्रह्म मुहूर्त में एक घंटे 11 मिनट तक पूजा करते हैं।
इस दौरान वह यम नियमों का पालन करते हुए फर्श पर कंबल ओढ़कर सो रहे हैं और आहार में सिर्फ नारियल पानी ले रहे हैं। वह हर रोज गौपूजा करते हैं और गायों को चारा खिलाते हैं। वह प्रतिदिन अलग-अलग तरह के दान जैसे अन्नदान, वस्त्रदान इत्यादि भी करते हैं। प्रधानमंत्री देश के अलग-अलग मंदिरों का दौरा भी कर रहे हैं। खास बात है कि इन मंदिरों का जुड़ाव किसी न किसी तरह से भगवान श्रीराम से रहा है।
दो दिन नहीं हो सकेंगे रामलला के दर्शन
रामनगरी आने वाले श्रद्धालुओं को शनिवार से तीन दिनों तक रामलला के दर्शन नहीं होंगे। 20 व 21 को अस्थायी राममंदिर में दर्शन बंद रहेगा, जबकि 22 जनवरी को नए मंदिर में रामलला की अचल मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस दिन केवल प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मौजूद अतिथियों को ही दर्शन मिलेगा। आम श्रद्धालु 23 को ही नए मंदिर में रामलला के दर्शन कर पाएंगे।
प्राण प्रतिष्ठा में आने वाले मेहमानों को दिया जाएगा ये प्रसाद
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने वाले मेहमानों को प्रसाद के रूप में सरयू जल, कलावा, सुपारी, अक्षत व लड्डू दिया जाएगा। उदासीन आश्रम रानोपाली में गुजरात की संस्था प्रसाद के 20 हजार पैकेट तैयार करा रही है। इस पैकेट में सरयू जल, कलावा, अक्षत व सुपारी की थैली सहित दो लड्डू होंगे। यही प्रसाद मेहमानों को प्रसाद के रूप में भेंट किया जाएगा। इसके अलावा तीर्थ क्षेत्र पुरम स्थित टेंट सिटी में चार हजार साधु-संतों के लिए कंबल, तकिया व चादर की व्यवस्था भी की गई है। सामान की चार हजार किट ट्रस्ट को सौंप दी गई है।