एक सवाल के जवाब में केसी त्यागी शायराना अंदाज में आ जाते हैं। कहते हैं कि 'मेरी फितरत तो देखिए, मेरा सलीका तो देखिए। जब उलझ जाती है गुत्थी तो सुलझाने में लग जाता हूं मैं।'
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को 4 बजे के आस-पास शपथ ले लेंगे। यह संभावना जद(यू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता, महासचिव और नीतीश कुमार के राजनीतिक सलाहकार केसी त्यागी ने व्यक्त की है। केसी त्यागी ने अमर उजाला से विशेष बातचीत में कहा कि गाड़ी राइट (भाजपा) की तरफ मुड़ रही है। एक सवाल के जवाब में केसी त्यागी शायराना अंदाज में आ जाते हैं। कहते हैं कि मेरी फितरत तो देखिए, मेरा सलीका तो देखिए। जब उलझ जाती है गुत्थी तो सुलझाने में लग जाता हूं मैं। एक मिनट की बातचीत में जद(यू) महासचिव केसी त्यागी सबकुछ कह गए।
'यह राजनीति है, यहां क्या कह सकते हैं'
नीतीश कुमार के इस्तीफा देने, भाजपा के साथ की तमाम खबरों के बीच में कांग्रेस के विधायक शकील अहमद खान का कहना है कि 'वह राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए नीतीश कुमार को निमंत्रण देने गए थे। तब उन्हें विजय चौधरी बाहर तक छोडऩे आए और नीतीश ने भी बहुत अच्छा रिस्पांस दिया था।' हालांकि शकील कहते हैं कि यह राजनीति हैं। यहां क्या कह सकते हैं। जद(यू) विधायक बिजेन्द्र यादव ने कहा कि वह पार्टी के निर्णय का इंतजार कर रहे हैं। उनकी पार्टी जो भी निर्णय लेगी, उन्हें मंजूर है। जद(यू) के ही एक सांसद ने बताया कि पिछले दिनों हम लोग अपने नेता से मिले थे।
सूत्र का कहना है कि जद(यू) के लोकसभा में अभी 16 सांसद हैं। 2024 में जद(यू) यदि कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ती है तो इसमें सीटों की संख्या घटने की संभावना है। लेकिन भाजपा के साथ जाने पर 2024 के लोकसभा चुनाव में फिर 16 या 17 सीटें आने की संभावना है। नीतीश के इंडिया गठबंधन का साथ छोडऩे की खबरों पर भाजपा के एक बड़े नेता ने ऑफ द रिकार्ड बात की है। सूत्र का कहना है कि नीतीश कुमार अपनी स्वेच्छा से राजद और कांग्रेस के साथ गए थे। यदि वह साथ छोड़ेंगे तो अपनी स्वेच्छा से ही छोड़ेंगे। सूत्र का कहना है कि नीतीश कुमार की सरकार को समर्थन देने का निर्णय केन्द्रीय नेताओं को लेना है। इतना तय है कि भारतीय जनता पार्टी इस बार बिहार में किसी भी तोड़-फोड़ की राजनीति में शामिल नहीं है।