समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को चुनाव लड़ने के लिए यूपी में 11 सीटें दी हैं। उससे इस बात की संभावना बनी है कि अन्य राज्यों में भी कांग्रेस की ओर से सीटों को लेकर ज्यादा दबाव नहीं होगा।
तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के बीच अभी गठबंधन की संभावनाएं बरकरार हैं। कांग्रेस लगातार तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावनाओं को लेकर बातचीत भी कर रही है। जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के साथ जल्द ही एक महत्वपूर्ण बैठक करने वाली है। सूत्रों के मुताबिक, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के समझौते में सबसे बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। अनुमान यह भी लगाया जा रहा है INDIA गठबंधन में उत्तर भारत की जिन पार्टियों के साथ सीट शेयरिंग के फार्मूले पर पेंच फंसा है वहां पर अभी भी गठबंधन के बरकरार रहने की संभावना बनी हुई है।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के नेताओं की ओर से तृणमूल कांग्रेस के नेताओं से गठबंधन जारी रखने और सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर शनिवार को बातचीत हुई है। इस बातचीत को आगे बढ़ाने वाली टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य ने बताया कि दोनों पार्टियां गठबंधन और सीट शेयरिंग के फार्मूले पर तैयार हैं। हालांकि, कुछ मामलों को लेकर दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच टकराव बना है।
सूत्रों के मुताबिक, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ममता बनर्जी और कांग्रेस के बीच में सुलह का एक प्रमुख जरिया बन सकते हैं। गठबंधन में शामिल एक प्रमुख दल के वरिष्ठ नेता बताते हैं कि अखिलेश यादव और ममता बनर्जी की जो केमिस्ट्री है, उसमें वह सकारात्मक भूमिका के साथ गठबंधन को मजबूत करने के लिए आगे आ सकते हैं, क्योंकि अखिलेश यादव लगातार गठबंधन को मजबूत करने की न सिर्फ हिमायत करते रहे हैं बल्कि यूपी में सीटों के बंटवारे के साथ उन्होंने यह साबित भी किया है। ऐसे में गठबंधन समूह इस आधार पर आगे की रणनीति भी बना रहा है।