राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद भक्तों में भारी उत्साह है। लोग बड़ी संख्या में आकर नया मंदिर और भगवान के दर्शन करना चाहते हैं। अनुमान है कि प्रतिदिन दर्शनों के लिए आने वाले भक्तों की संख्या एक लाख से डेढ़ लाख के बीच हो सकती है...
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद भगवान का दर्शन करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ आई है। इसे संभालना प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। लेकिन आपके लिए यह जानना भी आवश्यक है कि आप राम के दर्शन तो कर सकेंगे, लेकिन उन्हें माला-फूल या नारियल इत्यादि नहीं चढ़ा सकेंगे। भगवान के दर्शन करने के बाद जब भक्त बाहर निकलने लगेंगे, वहीं पर उन्हें प्रसाद दिया जाएगा।
दरअसल, राम मंदिर आंदोलन के बाद से ही भगवान का दर्शन करने वाले भक्तों को अपने साथ कोई वस्तु ले जाने की अनुमति नहीं दी गई है। सुरक्षा कारणों से मंदिर के बाहर ही भक्तों को अपना सभी सामान जमा करा देना पड़ता है। बाद में कोरोना काल में संक्रमण से बचने के लिए भी ज्यादातर मंदिरों में माला-फूल या नारियल चढ़ाने पर रोक लगा दी गई। आज भी कई बड़े मंदिरों में इसी तरह की व्यवस्था चल रही है। यानी भक्तों को यहां भगवान के दर्शन करने की अनुमति तो होती है, लेकिन उन्हें माला-फूल या नारियल चढ़ाने की अनुमति नहीं होती है।
विहिप नेता शरद शर्मा ने अमर उजाला को बताया कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद भक्तों में भारी उत्साह है। लोग बड़ी संख्या में आकर नया मंदिर और भगवान के दर्शन करना चाहते हैं। अनुमान है कि प्रतिदिन दर्शनों के लिए आने वाले भक्तों की संख्या एक लाख से डेढ़ लाख के बीच हो सकती है। लेकिन भक्तों को दर्शन के समय भगवान राम को माला-फूल या नारियल अर्पित करने की अनुमति नहीं दी गई है।