यादों का भंवर
यादें हमेशा हमारे साथ रहती है....
जब तक हम जीते हैं
यादे भी जीती हैं हमारे साथ।
कुछ खट्टे कुछ मीठे अनुभवो से
सजी ये यादें ....
संग संग चलती हमारे साथ।
यादों का भंवर ना जाने कब
हमारी ज़िंदगी का हिस्सा बन जाता है
पता ही नहीं चलता।
कब हम इनमें खो जाते हैं
कुछ याद नहीं रहता है।
यह यादे ही हैं जो हमें
जीना सीखाती हैं
संग संग चलती हमारे साथ।
यादो का कोई रूप नहीं
कोई सीमा नहीं होती
इन्हें कोई रोक भी नहीं सकता
पर हाँ महसूस कर सकता है
अपने मन मे , ज़िंंदगी के सूनेपन में
यादों का भंवर अचानक मन में तूफान ले आता है
आँखो से झरना बहने लगता है
पर, वहीं दिल में एक
दस्तक का अहसास भी कराता है कि
हम अकेले नहीं हैं
ये यादें आज भी साथ खड़ी हैं
जो हमें
जीना सीखाती हैं
संग संग चलती हमारे साथ।
शाहाना परवीन...✍️
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