आपकी और हमारी कुछ कहीं अनकही बातें,,,,,,,,,,
यह एक डायरी लेखन हैं। जिसमें आपको दिन प्रतिदिन की सकारात्मक और अच्छी बातें पढ़ने के लिए मिलेंगी। हम आशा करते हैं कि आपको हमारी लिखी बातें पसंद आएं। आप सभी से अनुरोध हैं कि इस पुस्तक के हर भाग को पढ़कर अपनी बहुमूल्य समीक्षा एवं सुझाव अवश्य दें।🙏🙏 🌻वा
कुछ अनकहे से एहसास.. दिल से दिल तक ❤️
यह किताब मेरे गीतों का संग्रह है। जो मैंने अपने आप को व्यक्त करने के लिए लिखें है। शब्दों को, दैनिक समस्याओं को व्यक्त करती यह रचना मैं आपके सामने प्रस्तुत कर रही हूं। मैं चाहती हूं कि आप इसकी समीक्षा लिखें।
‘दबी आवाज’ पुस्तक मेरी निजी डायरी हैं, जिसमें मेरे द्वारा लिखित विभिन्न संस्मरण अथवा विचार शामिल हैं। मैंने अपनी डायरी का नाम ‘दबी आवाज’ रखा हैं। आशा करता हूं कि लोगों को मेरी डायरी को पढ़कर इसका वास्तविक रूप में विश्लेषण करेंगे। धन्यवाद!
दिल से निकले अल्फाजों को एक तस्वीह में पिरोकर भावनाओं से श्रृंगार किया है। कुछएक चिट्ठियां लिखीं है शर्माजी की याद में! उम्मीद है दिल को छूकर मन को सुकून पहुंचाएगी। कविता और नज़्म से कोरे पन्नों को जज्बातों से रंग दिया है उम्मीद है पाठकों को निराश नह
फुर्सत के कुछ पलों में अपने आप को व्यक्त करने का माध्यम है यह। जिंदगी के कुछ अनदेखे अनकहे शब्दों को अभिव्यक्त करने का माध्यम है यह। जब आप बहुत खुश होते हैं या बहुत दुखी होते हैं तो अपने आप से बात करने का माध्यम है यह। समाज में हो रही उथल-पुथल का आपके
कुछ एहसास अनकहे से...🖤
इस किताब में मनुष्य के दैनिक जीवन में होने वाले क्रियाकलापों और दिन प्रतिदिन की जिंदगी में घटित होने वाली घटनाओं से संबंधित लेख कहानियां और कविताएं प्रकाशित की जायेगी। जिसमें मनुष्य के जीवन , प्रकृति और संसार में घटित घटनाओं के विषय में जानकारी उपलब्
दिन प्रतिदिन की घटनाओं, तीज त्योहार , अपने विचारों को प्रदर्शित करने का माध्यम है डायरी । जुलाई माह, 2022 में दैनंदिन घटनाओं की संक्षिप्त जानकारी हास्य व्यंग्य और मनोरंजक शैली में देने की कोशिश करूंगा । उम्मीद है कि यह डायरी आपको अवश्य पसंद आयेगी ।
इस किताब में कुछ अनुभव हैं, कुछ अनुभूतियां हैं, कुछ विमर्श है, गंभीरता है, सूचनाएं भी हैं, प्रकृति है , प्रेरणा है , इतिहास है तो राजनीति भी, समाज है तो जागृति भी । सिनेमा ,संस्मरण, खेल ,धारवाहिक, साहित्य ,संस्कृति और वो सब कुछ जो एक मंच पर एक साथ रख
दिन प्रतिदिन की घटनाओं पर टिप्पणी और सामाजिक सरोकारों पर लिखना बहुत पसंद है मुझे । इस महीने की रोजमर्रा की बातों को इस डायरी के माध्यम से बहुत ही रोचक शैली में लिखने का प्रयास किया गया है ।
कमाइ कम हो या ज्यादा हर घर मे रोटी कि साइज एक ही होता हो कोइ बटर लगा कर खाता है तो कोइ नमक से ही खा लेता है आपके पास नोकिया के मोबाइल हो या ऐपल का फोन करने वाले लोग वही रहेंगे क्या फर्क पड़ता है आपके पास साईकिल हो या मोटरसाइकिल चलाना तो सङक पर ही
परिचय डिजेन्द्र कुर्रे का निवास पीपरभौना बलौदाबाजार छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित है ।साहित्यिक उपनाम "कोहिनूर" है ।इनकी जन्म तिथि 5 सितंबर 1984 एवं जन्म स्थान भटगांव छत्तीसगढ़ है ।डिजेन्द्र कुर्रे की शिक्षा बीएससी( बायो ),एम. ए .संस्कृत, समाजशास्त्र, ह
डायरी किसी के भी व्यक्तित्व का आईना होती है। तो मेरे व्यक्तित्व को जानने के लिए पढ़े-मेरी गीता दैनंदिनी - फरवरी 2022
मनुष्य अनजान घटनाओं से नावाकिफ अपनी हरकतों को नित्य ऐसे अंजाम देता है जैसे वक्त उसका गुलाम हो पर कभी कभी वक्त की पटकनी उसे कष्टों के जंगल में निष्ठुरता से फेंक आती है तो कभी उसे ऐसे उपहार से नवाज देती है जिसकी उसने कल्पना भी नही की थी कुछ
इसमें उल्लिखित लेख मेरे जीवन का सत्य हैं जो कहने के लिए मुझे प्रत्यक्ष कोई नहीं मिला तो मैंने सहारा लिया कलम का।