Meaning of ज़ुल्म in Hindi
Meaning of ज़ुल्म in English
Articles Related to ‘ज़ुल्म’
- सौतेली मां
- लड़की हो तुम
- गजल- आशा
- ”ये भी मुमकिन है वक़्त ले करवट …..”
- "जुल्म की दास्तां"
- "आस का दामन"
- गरीबी
- ***ग़ज़ल*** हमने बुलंदियों को भी बौना बना दिया
- मासूम
- धार्मिक उन्माद
- **ग़ज़ल** आवाज़ नीची रख,उंगलियां मत दिखा
- एक गज़ल
- ग़ज़ल - मासूम
- तलबगार
- जुल्म तो हमारी सेना पर हो रहा है
- छटपटाती रहीं और सिमटती रहीं कोशिशें बाहुबल में सिसकती रहीं। जुल्म जिस पर हुआ,कठघरे में खड़ा। करने वाले की किस्मत चमकती रही। दिल धड़कता रहा दलीलों के दर्मिया। जुल्मी चेहरे पे बेशर्मी झलकती रही। तन के घाव तो कुछ दिन में भर गये। आत्मा हो के छलनी भटकती रही। कली से फूल बनने के सपने लिए। बागवां में खिलती महकती रही। कुचल दी गई किसी के क़दमों तले। अपाहिज जिंदगी ताउम्र खलती रही। न्याय की आस भी बोझिल,बेदम हुई। सहानुभूति दिखावे की मिलती रही। सूरत बदली नहीं बेबसी,बदहाली की। ताजपोशी तो अक्सर बदलती रही। उपाधियों से तो कितने नवाजे गये। सत्य की अर्थी फिर भी उठती रही। ऐसी दुनिया न मिले की मलाल रहे। जहाँ जिंदगी मोम सी पिघलती रही। वैभव"विशेष"
- 'जब भी मैं ये तस्वीर देखता हूं, मर जाने का दिल करता है'
- आजादी का पर्व
- " सेक्लयूलर वादी नेता "
- अगर दोस्तों ने गद्दारी ना की होती तो हमें 1915 में ही आज़ादी मिल जाती, और देश के राष्ट्रपिता यही होते
- धक धक
- ज़हर पीता रहा ,पर कहा कुछ नहीं
- नारी
- इस देश में ....( कविता )
- ग़ज़ल
- दहेज़ के खिलाफ एक जंग
- 'नीरज' गा रहा है
- बच्चों पर जुल्म की यह तस्वीर देख इस IPS ने कहा, दोषी मिल जाएं तो अभी पटक कर मारूं
- अब तुम वक़्त बदल डालो
- कश्मीरी पंडितो का नरसंहार*
- सफाई कर्मचारियों के हक और अधिकारों की दास्तां को बयां करती हुई नरेंद्र वाल्मीकि की कविता 'आखिर कब तक'
- अध्यात्मिक---मुक्तक
- आजादी का पर्व
- लुप्त होती स्वतंत्रता
- कुंडलिया छंद.....
- तल्ख़ नजरों से हमको न देखिये ज़नाब .... ( ग़ज़ल )
- भगत सिंह सरदार
- ये रब तूही सुने ले
- ग़ज़ल ( दिल में दर्द जगाता क्यों हैं )
- गरीब इन्सान
- ग़ज़ल
- एक अभिव्यक्ति
- जुल्म मुझपे ना करो
- बेलगाम सपाई गुंडों ने पत्रकारों पर बरपाया जुल्म, तमाशबीन बनी यूपी की अखिलेश पुलिस
- इंसानों की तस्करी के ज़रिए ज़ुल्म
- कश्मीर में सैनिकों पर जेहादियों के अत्याचार का ये विडियो देखकर खून खौल जाएगा आपका !
- पहले रेप, दूसरी बार गैंगरेप, फिर प्राइवेट पार्ट में डाला रॅाड, मन न भरा तो फेंक दिया ACID, अब बेटी पर नजर
- गजल
- क्या ये तस्वीर FB पोस्ट से बंगाल में भड़की हिंसा में हिन्दुओं पर हुए ज़ुल्म की है?
- कविता
- आलिम
- उनकी जुल्फों का साया ढूँढता रहा
- ओ खुदा ओ खुदा..., कविता..1, भाग-5
- नशा मुक्त भारत
- 1- माँ ( सुधा केजड़ीवाल)
- अंतराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस
- रायगढ़ भूस्खलन
- कत्ले गारत 33
- मैं कविता से प्यार ------करता हूं
- जिन्दगी ने सताया मुझे इतना है
- उम्र से पहले
- "अब तो बस करो न"
- मणिपुर की हिसां
- कातिल
- सेकुलरवादी नेता?
- ग़ज़ल गंगा: दिल में दर्द जगाता क्यों हैं
- लोक-तन्त्र हुआ डम्प ...
- 80 फीसद गोसेवक करते हैं गोरखधंधा, भूख और प्लास्टिक से मरती गायों को बचाओःमोदी
- ज़िदबाजी और हिंदुस्तान
- तो भाईसाहब, कुछ ऐसा है बॉलीवुड की 'Step Moms' और उनके बच्चों के बीच का रिश्ता
- रामधारी सिंह “दिनकर”-हो कहाँ अग्निधर्मा नवीन ऋषियों
- हाँ पता है...(feat. जूता) - सामाजिक कहानी
- अरे क्या देखोगे
- हे नारी तू महान
- कल की रात ............
- गुरू तेग बहादर हिंद दी चादर
- हम भी जिद के पक्के है
- जरूर समय दें प्रकृति को
अक्षरों पर क्लिक करके अन्य शब्द देखें