आज का विषय 2023 के पद्म पुरस्कार
देश के 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई | 25 जनवरी की शाम को कुल 106 पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया गया, जिसमें छह पद्म विभूषण, नौ पद्म भूषण और 91 पद्मश्री दिए गए | यह पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामलों, विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, लोक सेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिए जाते हैं| पुरस्कार पाने वालों में 19 महिलाएं हैं और लिस्ट में विदेशियों/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई श्रेणी के दो व्यक्ति भी शामिल हैं| मरणोपरांत पुरस्कार पाने वाले सात लोग भी शामिल हैं|
साल 1954 में भारत सरकार ने दो सर्वोच्च नागरिकों की शुरुआत की भारत रत्न और पद्म विभूषण| पद्म विभूषण को तीन भागों में बांटा गया- पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग. लेकिन 8 जनवरी, 1955 को एक राष्ट्रपति अधिसूचना जारी करके इनका नाम पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री रख दिया गया |
पद्म पुरस्कारों के विजेताओं के नाम पद्म अवॉर्ड्स कमिटी तय करती है | इस कमिटी के सदस्यों का नाम हर साल प्रधानमंत्री तय करते हैं | कमिटी की अध्यक्षता मंत्रिमंडल के सचिव करते हैं | इसमें गृह सचिव, राष्ट्रपति के सचिव और
चार से छह अन्य सम्मानित लोग सदस्य होते हैं | पुरस्कारों के लिए नॉमिनेशन प्रोसेस होता है, अच्छी बात है कि इसमें आप भी खुद को सेल्फ-नॉमिनेट कर सकते हैं | 1 मई से 15 सितंबर के बीच नॉमिनेशन मंगाए जाते हैं सभी नॉमिनेशन कमिटी के सामने रखे जाते हैं, जो उन नॉमिनेशन में से विजेताओं के नाम चुनती है | लेकिन इसके पहले उनका वेरिफिकेशन किया जाता है| विजेताओं को उनकी जीवन की उपलब्धि (लाइफटाइम अचीवमेंट) और सामाजिक विकास में उपलब्धि के आधार पर चुना जाता है |
इस पुरस्कार के लिए विजेता नस्ल, लिंग, हैसियत, व्यवसाय के आधार पर नहीं चुने जाते, बल्कि किसी भी गतिविधि या क्षेत्र में अद्भुत या विशिष्ट उपलब्धि या योगदान के आधार पर चुने जाते हैं | कुछ खास क्षेत्र हैं, जैसे- कला,सामाजिक कार्य, पब्लिक अफेयर, विज्ञान व प्रोद्योगिकी यानी साइंस एंड इंजीनियरिंग, व्यापर व उद्योग या ट्रेड एंड इंडस्ट्री, मेडिसिन, साहित्य और शिक्षा, सिविल सेवा, स्पोर्ट्स और अन्य से विजेता चुने जाते हैं | हालांकि, PSUs में काम करने वाले सरकारी कर्मचारी, (डॉक्टर और वैज्ञानिकों को छोड़कर) इन पुरस्कारों के पात्र नहीं हैं|
लेख के अंत मेँ पद्म पुरस्कारों की लिस्ट दी गयी है
पद्म पुरस्कारों की लिस्ट -2023
पद्म विभूषण
बालकृष्ण दोशी (मरणोपरांत). जाकिर हुसैन. एस एम कृष्णा. दिलीप महालनाबिस (मरणोपरांत). श्रीनिवास वर्धन. मुलायम सिंह यादव (मरणोपरांत).
पद्म भूषण
एस एल भैरप्पा. कुमार मंगलम बिड़ला. दीपक धर. वाणी जयराम. स्वामी चिन्ना जीयर. सुमन कल्याणपुर. कपिल कपूर. सुधा मूर्ति. कमलेश डी पटेल.
पद्म श्री
डॉ. सुकमा आचार्य. जोधैयाबाई बैगा. प्रेमजीत बारिया. उषा बर्ले. मुनीश्वर चंदावर. हेमंत चौहान. भानुभाई चित्रा. हेमोप्रोवा चुटिया. नरेंद्र चंद्र देबबर्मा (मरणोपरांत). सुभद्रा देवी. खादर वल्ली डुडेकुला. हेम चंद्र गोस्वामी. प्रतिकाना गोस्वामी. राधा चरण गुप्ता. मोदादुगु विजय गुप्ता. अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन(जोड़ी). दिलशाद हुसैन. भीखू रामजी इदाते. सी आई इस्साक. रतन सिंह जग्गी. बिक्रम बहादुर जमातिया. रामकुइवांगबे जेने. राकेश राधेश्याम झुनझुनवाला (मरणोपरांत). रतन चंद्र कर. महीपत कवि. एम एम कीरावनी. अरीज खंबाटा (मरणोपरांत). परशुराम कोमाजी खुने. गणेश नागप्पा कृष्णराजनगर. मगुनी चरण कुंवर. आनंद कुमार. अरविंद कुमार. डोमर सिंह कुंवर. राइजिंगबोर कुर्कलंग. हीराबाई लोबी. मूलचंद लोढ़ा. रानी मचैया. अजय कुमार मंडावी. प्रभाकर भानुदास मांडे. गजानन जगन्नाथ माने. अंतर्यामी मिश्रा. नादोजा पिंडीपापनहल्ली मुनिवेंकटप्पा. प्रो. (डॉ.) महेंद्र पाल. उमा शंकर पाण्डेय. रमेश परमार और शांति परमार (जोड़ी). डॉ. नलिनी पार्थसारथी. हनुमंत राव पसुपुलेटी. रमेश पतंगे. कृष्णा पटेल. के कल्याणसुंदरम पिल्लई. वी पी अप्पुकुट्टन पोडुवल. कपिल देव प्रसाद. एस आर डी प्रसाद. शाह रशीद अहमद कादरी. सी वी राजू. बख्शी राम. चेरुवायल के रमन. सुजाता रामदोराई. अब्बारेड्डी नागेश्वर राव. परेशभाई राठवा. बी रामकृष्णा रेड्डी. मंगला कांति राय. के सी रनरेमसंगी. वदिवेल गोपाल और मासी सदाइयां(जोड़ी). मनोरंजन साहू. पतायत साहू. ऋत्विक सान्याल. कोटा सच्चिदानंद शास्त्री. शंकुरत्री चंद्र शेखर. के शनाथोइबा शर्मा. नेकराम शर्मा. गुरचरण सिंह. लक्ष्मण सिंह. मोहन सिंह. थौनाओजम चौबा सिंह. प्रकाश चंद्र सूद. निहुनुओ सोरही. डॉ. जनम सिंह सोय. कुशोक थिकसे नवांग चंबा
स्टेनज़िन. एस सुब्बारमन. मोआ सुबोंग. पालम कल्याण सुंदरम. रवीना रवि टंडन. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी. धनीराम टोटो. तुला राम उप्रेती. डॉ. गोपालसामी वेलुचामी. डॉ ईश्वर चंद्र वर्मा. कूमी नरीमन वाडिया. कर्म वांग्चु (मरणोपरांत). गुलाम मुहम्मद जाज .