shabd-logo

भारत के अनमोल रत्न: रतन नवल टाटा

10 अक्टूबर 2024

8 बार देखा गया 8
रतन नवल टाटा का निधन भारत और दुनिया भर में उद्योग जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका जीवन एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है, जिसने अपनी लगन, मेहनत और समाज के प्रति जिम्मेदारी के भाव से न केवल टाटा समूह बल्कि भारत का भी नाम विश्व पटल पर ऊंचाइयों तक पहुंचाया। 28 दिसंबर 1937 को मुंबई में जन्मे रतन टाटा का जीवन असाधारण संघर्ष, करुणा, और सादगी से भरा हुआ था।article-image

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
रतन टाटा का बचपन एक सुखद माहौल में बीता, लेकिन उनके माता-पिता के तलाक के बाद उनका जीवन एक नई दिशा में बढ़ा। उनके पालन-पोषण की जिम्मेदारी उनकी दादी नवाजबाई टाटा ने निभाई, जिन्होंने उन्हें नैतिकता और मानवीय मूल्यों की शिक्षा दी। रतन टाटा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई मुंबई के कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय से आर्किटेक्चर और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम में अध्ययन किया।

टाटा समूह में प्रवेश और चुनौतियाँ
1961 में रतन टाटा ने टाटा समूह में अपने करियर की शुरुआत की, जहां उन्हें टाटा स्टील के शॉप फ्लोर पर काम करने का मौका मिला। उनके लिए यह अनुभव बहुत महत्वपूर्ण साबित हुआ, क्योंकि इसने उन्हें कंपनी के निम्न स्तर पर काम करने वाले कर्मचारियों के जीवन और संघर्ष को समझने का अवसर दिया। अपने कार्यकाल में उन्होंने खुद को साबित करने के लिए कई कठिनाइयों का सामना किया, और धीरे-धीरे उन्हें टाटा समूह में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ मिलने लगीं।

1991 में जेआरडी टाटा के सेवानिवृत्त होने के बाद रतन टाटा को टाटा समूह का चेयरमैन नियुक्त किया गया। उनके नेतृत्व में कंपनी ने नई ऊँचाइयों को छुआ। उन्होंने टाटा समूह के कई व्यापारों को पुनर्गठित किया और कंपनी में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए, जिससे कंपनी के विभिन्न उद्योगों में एक नई ऊर्जा आई।

वैश्विक अधिग्रहण और टाटा समूह का विस्तार
रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह ने कई अंतरराष्ट्रीय अधिग्रहण किए, जिनमें प्रमुख हैं:

टेटली टी का अधिग्रहण (2000): इस अधिग्रहण के माध्यम से टाटा ने पेय उद्योग में टाटा टी को वैश्विक पहचान दिलाई।
कोरस स्टील का अधिग्रहण (2007): यह अधिग्रहण भारतीय उद्योग के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था, जिससे टाटा स्टील ने यूरोप में अपना मजबूत स्थान बनाया।
जगुआर लैंड रोवर का अधिग्रहण (2008): इस अधिग्रहण के बाद टाटा मोटर्स ने प्रीमियम कार सेगमेंट में कदम रखा और यह भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हुआ।
इन अधिग्रहणों ने न केवल टाटा समूह को एक वैश्विक ब्रांड बनाया, बल्कि भारतीय उद्योग की प्रतिष्ठा को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऊंचाइयों पर पहुंचाया।

टाटा नैनो – हर भारतीय का सपना
रतन टाटा का सपना था कि वे ऐसी कार बनाएं, जो हर भारतीय के बजट में हो। इस उद्देश्य से उन्होंने टाटा नैनो को लॉन्च किया, जिसे "दुनिया की सबसे सस्ती कार" के रूप में पहचाना गया। हालांकि व्यावसायिक रूप से यह परियोजना पूरी तरह सफल नहीं हो पाई, लेकिन नैनो ने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में affordability और नवाचार का एक नया मापदंड स्थापित किया।

समाज सेवा और परोपकार
रतन टाटा का जीवन केवल उद्योग तक सीमित नहीं था। वे समाज के प्रति भी गहरा जुड़ाव रखते थे और अपने सामाजिक कार्यों के लिए भी जाने जाते थे। उन्होंने अपनी अधिकांश संपत्ति का बड़ा हिस्सा दान में दिया। टाटा ट्रस्ट्स, उनके द्वारा संचालित कई परोपकारी संगठनों के माध्यम से, शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में योगदान दे रहा है।

उनके फाउंडेशन के योगदान के कारण भारतीय विज्ञान संस्थान, टाटा मेडिकल सेंटर, और टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज जैसे प्रतिष्ठानों को उन्नति मिली है। उनकी परोपकार की भावना ने लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में सहायता की है।

व्यक्तिगत जीवन और सादगी
रतन टाटा का जीवन सादगी और संयम का उदाहरण रहा है। उन्होंने कभी विवाह नहीं किया और उनका जीवन सरल और अनुशासित रहा। वे हमेशा समाज के लिए कुछ नया करने में विश्वास रखते थे, और अपने कर्मचारियों के प्रति उनकी देखभाल और चिंता उन्हें एक महान नेता बनाती थी। उनका जीवन यह दर्शाता है कि सफलता प्राप्त करने के लिए केवल धन की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि नैतिकता, सादगी और समाज के प्रति सेवा का भाव होना चाहिए।

सम्मान और पुरस्कार
रतन टाटा को उनके योगदान के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा गया। उन्हें भारत सरकार द्वारा 2000 में "पद्म भूषण" और 2008 में "पद्म विभूषण" से सम्मानित किया गया। इसके अलावा उन्हें कई अंतरराष्ट्रीय संस्थानों और संगठनों ने भी सम्मानित किया, जो उनकी वैश्विक प्रतिष्ठा और योगदान को दर्शाता है।

निधन – एक युग का अंत
रतन टाटा के निधन से एक युग का अंत हो गया है। उनके जाने से टाटा परिवार, उद्योग जगत और भारत ने एक महान नेता और प्रेरणादायक व्यक्तित्व खो दिया है। उनके जीवन के आदर्शों को आने वाली पीढ़ियाँ सदैव याद रखेंगी। रतन टाटा का योगदान, चाहे वह उद्योग के क्षेत्र में हो या समाज सेवा के, हर किसी के लिए प्रेरणादायक रहेगा।

उनकी विरासत उनके अद्वितीय आदर्शों और समाज के प्रति समर्पण के लिए जानी जाएगी। उनके दिखाए मार्ग पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उनके द्वारा स्थापित की गई परोपकारी भावना को याद करते हुए हम उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
42
रचनाएँ
मेरी दैनिक लेखनी
5.0
दैनिक लेखन के लिए समर्पित
1

कुश्ती संघ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

19 जनवरी 2023
10
2
2

ई दिल्ली: दिल्ली के जंतर मंतर पर नामी पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. खिलाड़ी अपनी मांगों को लेकर दूसरे दिन भी धरने पर बैठे हैं. वहीं 4 पहलवानों का डेलीगेशन खेलमंत्री से म

2

नारी पर अत्याचार

20 जनवरी 2023
2
3
2

आज का लेख का विषय दिल्ली में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर है।दिल्ली हमारे देश की राजधानी है और देश की राजधानी उस देश के आर्थिक, राजनैतिक और सांस्कृतिक स्थिति का दर्पण होता है ।राजधानी में घटित हर घटन

3

ओपन माइक का महत्व

21 जनवरी 2023
4
1
1

आज के लेख का विषय ओपन माइक का महत्व है तो करते है इसके बारे में कुछ बात | वैसे तो मै कभी ओपन माइक इवेंट पर नहीं गया  हूँ लेकिन ऑनलाइन सोशल मीडिया के माध्यम से देखता हूँ और उसे देखकर मेरा भी मन  करता

4

पराक्रम दिवस

23 जनवरी 2023
5
2
2

आज का विषय पराक्रम दिवस     देश के वीर सपूत नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आज 126वी जयंती है। भारत सरकार द्वारा साल 2021 से 23 जनवरी को हर साल पराक्रम दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया था। नेताजी सुभाष च

5

राष्ट्रीय बालिका दिवस

24 जनवरी 2023
2
0
0

आज का विषय राष्ट्रीय बालिका दिवस    वर्तमान समय में देश की बेटियों ने हर क्षेत्र में अपना परचम लहराया है। प्रतिदिन देश की बेटियाँ हर क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर देश का नाम रोशन कर रही है। ऐसे

6

राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 25 जनवरी

25 जनवरी 2023
1
0
0

 विविधताओं से भरे भारत में आपको हर स्थान, शहर और राज्य में एक नई संस्कृति, भाषा, पहनावा और परंपरा देखने को मिलती है। यहां के हर जगह की अलग कहानी और अलग मान्यता है। भारत की भौगोलिक स्थिति के कारण ही यह

7

2023 के पद्म पुरस्कार

28 जनवरी 2023
3
0
0

आज का विषय  2023 के  पद्म पुरस्कार  देश के 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई | 25 जनवरी की शाम को कुल 106 पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया गया, जिसमें छह पद्म विभूषण

8

बलिदान दिवस

30 जनवरी 2023
2
1
0

आज का विषय:  बलिदान दिवस भारत देश की भूमि पर अनेक महापुरुषों ने अपनी मातृभूमि को स्वतंत्र कराने के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया है | आज हम इस अमृतदायनी धरा पर आजादी की साँस ले रहे हैं जिसका सम्प

9

बजट से मिडिल क्लास की उमीदें

1 फरवरी 2023
0
0
0

आज का विषय :- बजट से मिडिल क्लास की उमीदें भारत देश जहाँ हर तीन में से एक परिवार मध्यवर्गीय परिवार की श्रेणी में आता है तो वहां सबसे ज्यादा उम्मीदे उस देश के बजट स

10

एक गृहणी का जीवन..

2 फरवरी 2023
1
1
2

जब एक लड़की की शादी होती है तो वह पत्नी बनने के साथ ही गृहिणी भी बन जाती है. लोग उस महिला को घर की मालकिन कहते हैं, गृहस्वामिनी कहते हैं, घर की कर्ता-धर्ता कहते हैं. असल में ये नाम और ओहदे इतने बड़े

11

ये शर्त भी मंजूर कर....

9 फरवरी 2023
1
2
0

है प्यार तो मेरी एक शर्त को मंजूर कर || बेशर्त हो प्यार ये शर्त भी मंजूर कर || हो कुछ दरमियाँ वास्ते तेरे मेरे, करके बयाँ अब हर कमी को दूर कर | वादों का एक कारवाँ लिखते हैं चल, जो लिख गया सो आज वो बदल

12

उत्तर प्रदेश निवेशक जमा 2023

10 फरवरी 2023
1
0
0

आज का विषय :   उत्तर प्रदेश निवेशक जमा 2023     उत्तर प्रदेश सरकार, उत्तर प्रदेश निवेशकों को विकसित होने वाली उत्तर प्रदेश की अनुयायी के रूप में 2023 तक एक वार्षिक जमा कार्यक्रम शुरू करने जा रही है।

13

भारत में पाया जाने वाला पहला लीथियम भंडार

11 फरवरी 2023
2
1
0

आज का विषय : भारत में पाया जाने वाला पहला लीथियम भण्डार जम्मू में लीथियम की खोज, भारत के उद्योगों और व्यापारों के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। इससे पहले, भारत लीथियम की आपूर्ति के लिए भारत से बाहर में

14

भारतीय सेना के लिए काला दिन : पुलवामा हमला

14 फरवरी 2023
1
1
0

आज का विषय :    भारतीय सेना के लिए काला दिन : पुलवामा हमला 2019 का 14 फरवरी का दिन भारतीय इतिहास के सबसे दुखद दिनों में से एक रहेगा। उस दिन, कश्मीर के पुलवामा जिले में स्थित एक सुरक्षा कॉन्वॉय को ए

15

अमूर्त याद

15 फरवरी 2023
5
1
0

आज का विषय : अमूर्त याद  एक कहानी के रूप में .......        याद ही एक ऐसी अनमोल संम्पत्ति होती है इंसान के पास  जितना वह उसको इक्कठा करता है उतना  धनवान होता जाता है                       एक आदमी अ

16

महाशिवरात्रि

18 फरवरी 2023
3
1
0

       महाशिवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है। इस त्योहार को मनाने के पीछे कई कारण हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण कारण भगव

17

परिवर्तन - एक सहारा

20 फरवरी 2023
3
0
0

आज का विषय : केवल परिवर्तन ही स्थायी है एक कहानी के रूप में ..... एक नौ वर्षीय बालक काशी के मणिकर्णिका घाट की सीढ़ियों पर बैठा हुआ था | उसकी आँखों से निकले हुए आंसू जो आग की गरमाहट से सूख से गए थे

18

अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस - 21 फरवरी 2023

21 फरवरी 2023
1
1
0

मातृभाषा का अर्थ :   मातृभाषा का शाब्दिक अर्थ हैं, माँ की भाषा। जिसे बालक माँ के सानिध्य में रह कर सहज रूप से सुनता और सीखता है। ध्यान योग बात यह है कि मातृभाषा को बालक माता-पिता, भाई-बहन अन्य परिवार

19

विश्व एनजीओ दिवस - 27 फरवरी

27 फरवरी 2023
2
0
0

आज का विषय :- विश्व एनजीओ दिवस - 27 फरवरी एनजीओ दिवस, जिसे राष्ट्रीय एनजीओ दिवस के रूप में भी जाना जाता है, विश्व एनजीओ दिवस की अवधारणा पहली बार 2010 में एक लातवियाई मानवतावादी मारसिस लियोर्स स

20

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस

28 फरवरी 2023
3
0
1

 आज का विषय :  राष्ट्रीय विज्ञान दिवस        राष्ट्रीय विज्ञान दिवस हर साल 28 फरवरी को मनाया जाता है। इस दिन भारत के महान वैज्ञानिक सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन मनाया जाता है। सर्वपल्ली राधा

21

खामियाँ - एक श्रृंगार

2 मार्च 2023
5
0
1

आज का विषय : ख़ामियों में सुंदरता एक कहानी के रूप में .... छाया एक 24 साल की लड़की थी जो दिल्ली शहर में पैदा हुई थी और वह शुरू से ही काफी आत्मविश्वासी और तर्क-वितर्क करने में कुशल थी | छाया के परि

22

जंगल की पंचायत

3 मार्च 2023
4
2
0

आज का विषय: विश्व वन्यजीव दिवसकहानी के रूप में...... दृश्य : जंगल के सबसे बड़े बरगद के पेड़ के नीचे सभी जानवर सभा के लिए उपस्थित हुए हैं | एक शाही पत्थर के ऊपर हरी हरी घास का आसन बनाया हुआ है और सभी जा

23

दौड़ अभी बाकी है|

9 मार्च 2023
5
1
0

आज का विषय : निरंतरता ही सफलता की कुंजी है  | कहानी के रूप में..... आज शुक्ला जी बेटा चार साल बाद घर वापस आ रहा है उनका बेटा विदेश में अपने कारोबार को स्थापित करने गया था और आज उनका बेटा (सार्थक)

24

भारतीय शैक्षणिक डिग्रियों को ऑस्ट्रेलिया में मान्यता

10 मार्च 2023
3
0
0

आज का विषय : भारतीय शैक्षणिक डिग्रियों को ऑस्ट्रेलिया में मान्यता दी जाएगी   भारत अपनी भविष्यवादी शिक्षा नीतियों के चलते दुनिया भर में अलग पहचान स्थापित कर रहा है। इसका ताजा उदाहरण भारत के दौरे पर

25

AI का युग - चैट जीपीटी

17 मार्च 2023
5
0
0

आज का विषय : चैटजीपीटी चैटजीपीटी एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) भाषा मॉडल है जो प्राकृतिक भाषा प्रोग्रामिंग (NLP) में उपयोग किया जाता है। यह GPT-3.5 आर्किटेक्चर पर आधारित है जो ओपन ला

26

ख़ुशी का सार

20 मार्च 2023
2
1
0

खुशी एक ऐसी भावना है जो हमारे मन को संतुष्ट करती है और हमें जीवन के अनुभवों से खुश रखती है। यह हमारे मन और शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि यह हमें स्वस्थ और सकारात्मक बनाती है। खुशी के मनो

27

यह बचपन फिर लौट कर आता नहीं

27 मार्च 2023
0
0
0

आज का विषय: अलविदा बचपनएक कविता के रूप में......खिलखिलाती सी एक उम्र को जी लियाएक मुस्कराहट से हर गम को पी लियाऊँगली थाम के अब कोई चलाता नहींयह बचपन फिर लौट कर आता नहींन भूख की चिंता थी और न थी कल की

28

पिता की पीड़ा

18 जून 2023
0
1
0

आज एक पिता अपने मन की भावना को लिख रहा है है जिसने अपनी बेटी की दुर्दशा को शब्दों में व्यक्त किया है।नटखट सी थी वो थोड़ी, थोड़ी शैतान थी।बेटी नहीं थी वो मेरी नन्ही सी जान थी।थोड़ी सी थी वो चंचल थोड़ी

29

आदिपुरुष एक फिल्म या भावना

19 जून 2023
2
1
0

16 जून 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म आदिपुरूष आजकल खूब सुर्खियां बटोर रही है जिसके पीछे का कारण इसके पात्रों का चरित्र चित्रण और उनके द्वारा बोले गए डायलॉग हैं।फिल्म के टीजर के समय भी प

30

संदेशखाली घटना

28 फरवरी 2024
2
1
1

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले का संदेशखाली पिछले दो माह से सुर्खियों में है. ईडी अधिकारियों पर हमले के बाद अब टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर महिलाओं पर अत्याचार करने और उनका यौन उत्

31

गोपाल जन्मोत्सव

26 अगस्त 2024
2
1
1

गोपाल का जन्म हुआ, मथुरा नगरी आई बहार,कंस के कारागार में, छाया आनंद का संसार।यशोदा के नंदलाला, वसुदेव-देवकी के लाल,तोड़ दीं सब बेड़ियाँ, खुल गए बंदीगृह के ताल।कृष्णा की लीला न्यारी, माखन-चोर बन खेले र

32

सरिता की मुस्कान

12 सितम्बर 2024
2
1
2

सरिता एक घरेलू महिला थी ,सरीता के चेहरे पर हमेशा एक मुस्कान होती थी। एक ऐसी मुस्कान, जिसे देखकर कोई भी कह सकता था कि वह दुनिया की सबसे खुशहाल महिला है। लेकिन उसकी मुस्कान का सच सिर्फ वही जानती थी। सरी

33

भारत के अनमोल रत्न: रतन नवल टाटा

10 अक्टूबर 2024
3
0
0

रतन नवल टाटा का निधन भारत और दुनिया भर में उद्योग जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका जीवन एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है, जिसने अपनी लगन, मेहनत और समाज के प्रति जिम्मेदारी के भाव से न केवल टाटा समूह बल्

34

बहराइच हिंसा

16 अक्टूबर 2024
1
0
0

बहराइच में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा ने पूरे क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है। यह घटना तब शुरू हुई जब एक धार्मिक जुलूस के दौरान दूसरे समुदाय के लोगों से विवाद की स्थिति उत्पन

35

शरद पूर्णिमा

16 अक्टूबर 2024
2
0
0

शरद पूर्णिमा, जिसे कोजागरी पूर्णिमा या रास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है। आश्विन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाला यह पर्व शरद ऋतु क

36

कसक अधूरे प्रेम की....

17 अक्टूबर 2024
4
0
0

घर के आंगन में रोहित की तस्वीर के सामने एक दिया जल रहा था। हर चेहरा उदास, हर आँख नम, और हर दिल भारी था। नीति को घेरे हुए रोहित की माँ और बहनें उसे ताने दे रही थीं, मानो उसकी वजह से ही सब कुछ बर्बाद हो

37

संगिनी

21 अक्टूबर 2024
3
1
2

नोट: कहानी उस समय पर आधारित है जब सती प्रथा प्रचलित थी।एक छोटे से गांव में एक हृदयविदारक दृश्य उभर रहा था। सात साल की छोटी सी बच्ची, जिसके सिर से बाल हटाकर उसे विधवा घोषित कर दिया गया था,समाज के ठेकेद

38

आत्म साक्षात्कार - एक अनोखा साक्षात्कार

22 अक्टूबर 2024
1
1
0

अस्पताल के कमरे में हल्का अंधेरा था। मशीनों की बीप-बीप की आवाज़ें वातावरण को और भी गंभीर बना रही थीं। रामेश्वर, जो 75 वर्ष के थे, अपने जीवन की अंतिम सांसें गिन रहे थे। परिवारजन बाहर बैठे थे, लेकिन राम

39

पटाखों पर बैन: स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा के लिए एक जरूरी कदम

23 अक्टूबर 2024
2
0
0

दिवाली और अन्य त्यौहार देश भर में धूमधाम से मनाए जाते हैं। इन त्योहारों में आतिशबाजी करना एक पुरानी परंपरा रही है, लेकिन जैसे-जैसे हम आगे बढ़ रहे हैं, वैसे-वैसे यह समझ में आने लगा है कि पटाखे न केवल ह

40

यादों का सूना संसार

25 अक्टूबर 2024
2
0
1

गांव के एक छोटे से घर में, सुनीता अपनी यादों के सहारे ज़िन्दगी गुजार रही थी। उसका एकलौता सहारा, उसका बेटा रोहित, एक हादसे में उससे हमेशा के लिए दूर हो गया था। हर दिन का एक-एक पल जैसे उसे उन पुरानी याद

41

कही अनकही चिट्ठियाँ

4 नवम्बर 2024
2
0
0

एक पुराना जमाना था, जब चिट्ठियाँ और पोस्टकार्ड्स हमारे दिल की आवाज़ बनते थे। ये सिर्फ कागज़ नहीं थे, बल्कि उन पर लिखे हर शब्द एक गहरी दास्तान बयां करते थे। उस दौर में हर चिट्ठी एक रिश्ते की गवाही थी,

42

छठ की महिमा

5 नवम्बर 2024
2
0
2

छठ पूजा का महत्त्व भारतीय संस्कृति में अत्यंत गहरा है, खासकर उत्तर भारत के बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल के कुछ क्षेत्रों में। यह पर्व मुख्यतः सूर्य देवता और छठी मैया को समर्पित है, जो पृथ्वी प

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए