आईपीएल और आईपीएल से जुड़े विवाद,
कहां तक है यह सत्य जनाब,
मैच फिक्सिंग की धांधलेबाजियां,
लूट ले गए वह सारे खिताब..
धूल में मिले जो बैठे थे बन हमारे सरो ताज,
उठे जब सबके चेहरों से नकाब,
खुल गए सारे ढके हुए राज,
खिलवाड़ करते एहसासों से सबके,
देखो ना आए उनको लाज..
आखिर है दोषी कौन?
किसने बिगाड़े खेलों के मिजाज?
कौन हैं वे लोग आखिर,
जिन्होने बनाए यह रिवाज..
तेजी से बढ़ रहा तिमिर है देखो,
है यह बीमारी लाइलाज,
हमारे प्रिय खेल को देखो,
जकड़ रहा यह दूषित समाज !