भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को उत्तर प्रदेश की जनता को भरोसा दिलाते हुए कहा कि उप्र में कानून का राज स्थापित होगा।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को उत्तर प्रदेश की जनता को भरोसा दिलाते हुए कहा कि उप्र में कानून का राज स्थापित होगा। कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए राज्य सरकार हर संभव कदम उठाएगी। शाह ने इस दौरान उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तीन महीने के कामकाज की जमकर तारीफ भी की। शाह ने लखनऊ स्थित भाजपा मुख्यालय में केंद्र सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए कहा कि पिछले तीन वषरें के दौरान विपक्ष सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लग पाया है।
शाह ने कहा, तीन वर्षो से सरकार चल रही है, लेकिन एक भी घोटाला सामने नहीं आया। खुद विपक्ष भी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा पाया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र में पिछले 10 वषरें से एक ऐसी सरकार चली थी, जिसमें सिर्फ घोटाले ही सामने आए थे। पहले की सरकार पांच वषों में एक, दो या तीन ही काम कर पाती थी, लेकिन मोदी सरकार ने 50 ऐसे काम किए हैं, जिन्हें आसानी से गिनाया जा सकता है।
शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने पांच करोड़ लोगों को एलपीजी कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा है, जबकि अभी तक दो करोड़ 60 लाख लोगों को कनेक्शन दिए जा चुके हैं। मुद्रा बैंक योजना के तहत सात
करोड़ 64 लाख लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया कराए गए हैं। इसमें लोगों को 10 हजार से 10 लाख तक का लोन बिना गारंटी के मुहैया कराया गया है। अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने सफलतापूर्वक जीएसटी लागू किया। इससे देश एक आर्थिक ताकत के रूप में और मजबूत होगा। उन्होंने इस मौके पर वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी), योग दिवस को सरकार की महत्वपूर्ण उपलब्धियों में शुमार किया।
उप्र सरकार के कामकाज को परखने राजधानी पहुंचे अमित शाह ने योगी सरकार की भी जमकर सराहना की। शाह ने कहा कि योगी सरकार ने तीन महीने के भीतर ही काफी अच्छा काम करके दिखाया है। चुनाव के दौरान किसानों के कर्ज माफ करने का वादा भाजपा ने किया था, सरकार ने वह पूरा किया है। गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान उतना हुआ है, जितना आजादी के बाद कभी नहीं हुआ।
इससे पूर्व अमित शाह ने कहा कि पनामा लीक्स मामले में स्पेशल जांच टीम (एसआइटी) अपनी जांच कर रही है और समय समय पर वह अपनी रिपोर्ट भी देती है। शाह से पूछा गया था कि पनामा लीक्स के खुलासे में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर आरोप लगे थे और उसके बाद वहां की सर्वोच्च अदालत ने उन्हें इस मामले में दोषी करार दिया है, जिसके बाद उन्हें प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। क्या देश में भी पनामा लीक्स से जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी?
शाह ने कहा, “पनामा लीक्स मामले में सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के बाद सरकार ने एसआईटी का गठन किया। एसआईटी जांच कर रही है। जहां तक बात भाजपा की है तो पार्टी के एक भी सदस्य का नाम पनामा लीक्स में नहीं आया था।”
अमित शाह से जब यह पूछा गया कि क्या सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव भी भाजपा के संपर्क में हैं तो उन्होंने कहा कि शिवपाल की तरफ से न तो कोई ऐसा प्रस्ताव आया है और न ही भाजपा इस बारे में विचार कर रही है।