लखनऊ के राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में लापरवाही की एक बड़ी घटना सामने आई है. यहां मोर्चरी में रखी हुई एक महिला की लाश को कुत्तों ने नोच डाला. सुबह जब महिला के घरवाले हॉस्पिटल पहुंचे तो उन्हें क्षत-विक्षत लाश मिली. जिसे देख कर उनके होश उड़ गए. कुत्तों ने महिला के चेहरे को बुरी तरह नोच डाला था. आसपास गोश्त के लोथड़े बिखरे पड़े थे. फर्श पर ख़ून ही ख़ून था.
इस घटना का वीडियो भी उपलब्ध है. लेकिन हम उसे नहीं दिखा पाएंगे. वीडियो इतना वीभत्स है कि देखा जा ही नहीं सकता. ऐसी भयानक लापरवाही पर भयंकर गुस्सा आता है. हमारे अस्पताल कितने गैरज़िम्मेदार हैं, कितने संवेदनहीन हैं, उसका सटीक उदाहरण है ये घटना.
गोमतीनगर में स्थित इस हॉस्पिटल में शनिवार की शाम 40 साल की पुष्पा तिवारी को लाया गया था. इमरजेंसी में. घरेलू कलह में पुष्पा ने ज़हर खा लिया था. हालत गंभीर थी. इलाज के दौरान ही पुष्पा की मौत हो गई. डॉक्टरों ने घरवालों को बॉडी ले जाने से मना कर दिया. ऐसे केस में पोस्टमार्टम करना ज़रूरी होता है. लिहाज़ा पुष्पा के घरवाले उसकी डेडबॉडी को अस्पताल के हवाले कर के घर चले गए. पुष्पा के पति विनोद का कहना है कि मोर्चरी में शव रखवा दिया था. बाकायदा डीप फ्रीज में. उसे ताला भी लगाया गया था.
जब सुबह 8 बजे विनोद हॉस्पिटल पहुंचे तो मोर्चरी का नज़ारा हौलनाक था. पुष्पा का चेहरा बुरी तरह नुचा हुआ था. आंखें तक गायब थीं. लाश पर नोच-खंसोट के बेशुमार निशान थे. आस-पास ख़ून बिखरा पड़ा था, उस ख़ून में कुत्तों के पंजे के निशान थे.
पुष्पा के परिवार वालों का इल्ज़ाम है कि पुष्पा के शरीर पर मौजूद ज़ेवर चुराने के लिए उसकी लाश को फ्रीजर से निकाला गया. पुष्पा के शरीर से कोई ज़ेवर बरामद नहीं हुआ.
हॉस्पिटल ने जांच बिठा दी है. तीन लोगों को सस्पेंड भी कर दिया है. इनमें सिक्योरिटी ग्रुप के सुपरवाइज़र, गार्ड और वार्ड बॉय शामिल हैं.
पोस्टमार्टम हाउस रात में बंद रहता है. वहां पर लगे लोहे के चैनल का एक हिस्सा खुला रह गया था. इसी रास्ते से कुत्ते अंदर घुसे. जहां लाशें रखी जाती हो, उस जगह की सुरक्षा के मामले में ऐसी लापरवाही बेहद गुस्सा दिलाने वाली है. यूपी सरकार ने एक ट्वीट करके बताया कि वो इस मसले को बहुत गंभीरता से ले रही है.
महिला के सगे-संबंधी रोष में हैं. वो हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं. ये गुस्सा जायज़ भी है.