कश्मीर में भीड़ द्वारा घेर कर नोच काट कर मारे गए डीएसपी अयूब पंडित की हत्या के मुख्य आरोपी को सेना ने मार दिया। लेकिन उसके जनाज़े में ये बड़ी शर्मनाक तस्वीर सामने आई है, इस आतंकवादी के शव को ISIS के झंडे से लपेटा गया और ज़नाज़े में आई भीड़ ISIS के समर्थन में नारे लगा रही थी।
इस बात से एक बात सिद्ध हो जाती है, कश्मीर में जो भी हो रहा है, वो कश्मीर की आज़ादी की जंग नहीं है। आज़ादी के सिपाही आज़ाद कश्मीर का झंडा लहरायें तो समझ मे आता है, वो अगर उनकी इस जंग में सहयोग कर रहे पाकिस्तान का झंडा लहरायें तो भी समझ आता है, लेकिन ISIS का झंडा कश्मीरी मुसलमानों पर लग रहे हर आरोप को खुदबखुद सिद्ध कर रहा है, और कह रहा है कि कश्मीरियत असल मे कुछ और नहीं बल्कि केवल और केवल शरीयत है।
मूल लेखक : अमित चतुर्वेदी