अमेरिका के दो वरिष्ठ परमाणु विशेषज्ञों के मुताबिक भारत चीन को ध्यान में रखते हुए अपने परमाणु हथियारों और देश की परमाणु रणनीति का लगातार आधुनिकीकरण कर रहा है। पहले भारत का ध्यान पाकिस्तान पर केन्द्रित था लेकिन अब ऐसा लगता है कि नई दिल्ली का जोर कम्युनिस्ट देश की ओर ज्यादा है।
ऑनलाइन मैगजी 'आफटर मिडनाइट' के जुलाई-अगस्त एडिशन में छपे लेख में यह भी दावा किया गया है कि भारत अब एक ऐसी मिसाइल बना रहा है जो कि दक्षिण भारत के अपने बेस से पूरे चीन को निशाना बना सकती है।
दोनों विशेषज्ञों ने दावा किया है कि परंपरागत रूप से पाकिस्तान पर आधारित भारत की परमाणु रणनीति में अब चीन पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। लेख में कहा गया है कि, भारत का ध्यान पारंपरिक रूप से पाकिस्तान से अपनी सुरक्षा के लिए परमाणु हथियार विकसित करने पर रहा है, लेकिन उसका परमाणु आधुनिकीकरण इसका संकेत है कि वह चीन के साथ भविष्य के सामरिक संबंधों पर ज्यादा ध्यान दे रहा है।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि भारत के पास 7 परमाणु सक्षम प्रणाली हैं। इनमें विमान से संचालित होने वाली 2, जमीन से संचालित होने वाली 4 बलिस्टिक मिसाइल और समुद्र से मार करने में सक्षम एक बलिस्टिक मिसाइल हैं। लेख में कहा है कि कम से कम 4 और प्रणालियों पर काम चल रहा है। उन्हें तेजी से विकसित किया जा रहा है। उनके अगले दशक तक तैनात होने की संभावना है।
मूल लेख : अमित चतुर्वेदी