ब्रह्म ,ब्रह्मा और ब्राह्मण का अर्थ कितने प्रतिशत लोग जानते है . मेरे अनुमान से शायद करोड़ो में एक इसका सच्चा अर्थ जाननेवाला है . अपने आप को हिन्दू कहने वाले क्या हिन्दू का अर्थ या हिन्दू की परिभाषा जानते है .विश्व में कोई भी हिन्दू धर्म नहीं है . हिन्दू धर्म अपने आप में कुछ भी नहीं है . भारत वर्ष मे
अहन्यहनि भूतानि गच्छन्तहि यमालयम ।शेषा:स्थावरमिच्छ्न्ति,किमाश्चर्यमत:परम् ।।- हम देख रहे हैं कि प्रतिदिन प्राणी मृत्यु के मुख में समा रहे है जो उत्पन्न हुए हैं वे मर रहे हैं फिर भी जो शेष हैं ।वे सोचते हैं कि हम सदा जीवित रहेंगे,इससे बढ़कर और क्या आश्चर्य की बात हो सकती है।
मोह सबसे बुरा रोग है। ये हमें कई बार उन चीजों से भी अलग नहीं होने देता जो भविष्य में हमारे लिए ही विनाशकारी हो सकती हैं। - वेद व्यास
खाली-पीली बेकार ख्याली बातों से, दिन अपने न बदलो काली रातों से । यारा तेरे ज़ख्म एक दिन भर जाएंगे, अच्छे मरहम भी मिलते हालातों से। उठो तुम्हें लड़ना होगा तूफानो से, न घबराना मौसम की बरसातों से। जब तक सूरत नहीं बदलती देखेंगे ,जंग रहेगी तख्त-ताज गलियारों से। तरकश में हैं तीर अभी उम्मींदों के, सूरज न
My talk With you-मेरी बात आपके साथ -लगभग पिछले पैतालीस वर्षो से मै होम्योपैथी चिकित्सा जगत से जुड़ा हुआ हूँ इस बीच मुझे लाखो रोगियों की सेवा करने का सुअवसर मिला है -यद्यपि होम्योपैथी के सिधान्तों के अनुसार प्रत्येक रोगी अपनी एक अलग छाप रखता है तथा उसकी चिकित्सा सामूहिक आधार पर न होकर व्यक्तिगत आधार प
जब भी कभी अभिभावकों से मिलना होता है तब कई बार वे यही कहते हैं , क्या करें बच्चा हमारी बात ही नहीं मानता । हम कक्षा में बैठे हुए बच्चे के उठने - बैठने के ढंग , उसके बोलचाल के ढंग से आसानी से उसके घर के तौर तरीकों के बारे में जान जाते हैं. बच्चा कक्षा में ऊँचे स्वर में बोलता है , अभद्र भाषा का प्रय
हिंदी भाषी राज्यों में, दुकानों आदि के जितने भी बोर्ड दिखाई देते हैं, उनमें लिखे हुए पूरे बोर्ड में एक आधा शब्द तो अंग्रेजी का जरूर रहता है। जैसे:संजय सर्विस स्टेशनअजय मेडिकल स्टोरविजय कॉपी सेंटरजय बुक शॉपसंजना माॅलबबलू हेयर कटिंगशिवा बार एंड होटलगणेश लॉजज्योति हॉस्पिटल आदि।सिर्फ एक ही बोर्ड ऐसा नजर
1🚩अपने साथ और लोगो को भी जोड़ो।2🚩संगठन बढ़ाते चलो।3🚩गली मुहल्ले मे 10-12 लोगो का समुह बनवाओ।4🚩उन्हे प्रेरित करो कि वो अपने एरिए पर नजर रखे, लोगो को जगाए कट्टर हिन्दूबनाने के लिए5🚩खुदको शारीरिक और मानसिक रुप से मजबुत करने के लिए शाखा या अखाड़ा जरुर जाए।6🚩 चर्चा और मेल मिलाप के लिए छोटे छोटे स्तर प
वक्त - वक्त की बात हैवक्त क्या है !!! घडी, पल, दिनों का लेखा -जोखा हैवक्त !कभी सोने सा सुनहरा , तो कभी कोयले सा काला है वक्त,कभी अच्छा तो कभी बुरा है वक्त !कभी अर्श पर तो कभी फर्श पर लाता हैवक्त.!कभी खुशिया तो कभी गम मेंरुलाता है वक्त . वक्त क्या है !!! .........दोस्त है नसीबवालों क़ा, तो व
"प्रायः बुज़ुर्ग हर बात पर विश्वास कर लेते हैं, प्रौढ़ हर बात पर शक़ करते हैं जबकि युवाओं को हर बात मालूम होती है !"-ऑस्कर वाइल्ड
रहने दो न दोहराओ वही बात पुरानी, अब लगती है मुझे झूठी परियों की कहानी हर पेट के जंगल में यहाँ भूख जले हैहोठों पे जहाँ प्यास है आँखों में है पानी हफ़्तों जहाँ चूल्हा नहीं जलता ये वो घर है आती नहीं बिस्तर पे जहाँ नींद सुहानी ज़िंदा हैं वही मौत स
बोलने की कला (आर्ट ऑफ टॉकिंग) Rule of Speaking बोलना और प्रभावशाली बोलना, एक कला है। इस कला में माहिर होने के लिए कुछ प्रयास करने पड़ते हैं। यह भी सही है कि कई लोगों को बोलने में जन्मजात महारत हासिल होती है। लेकिन जरूरी नहीं है कि संवाद कला में जन्मजात महारत हासिल लोग ही अपना प्रभाव जमा सके।जब प्रति