भूकम्प या भूचाल पृथ्वी की सतह के हिलने को कहते हैं। यह पृथ्वी के स्थलमण्डल (लिथोस्फ़ीयर) में ऊर्जा के अचानक मुक्त हो जाने के कारण उत्पन्न होने वाली भूकम्पीय तरंगों की वजह से होता है।
भूकम्प बहुत हिंसात्मक हो सकते हैं और कुछ ही क्षणों में लोगों को गिराकर चोट पहुँचाने से लेकर पूरे नगर को ध्वस्त कर सकने की इसमें क्षमता होती है।
भूकम्प का मापन भूकम्पमापी यन्त्र से किया जाता है, जिसे सीस्मोग्राफ कहा जाता है। एक भूकम्प का आघूर्ण परिमाण मापक्रम पारम्परिक रूप से नापा जाता है, या सम्बन्धित और अप्रचलित रिक्टर परिमाण लिया जाता है।
३ या उस से कम रिक्टर परिमाण की तीव्रता का भूकम्प अक्सर अगोचर होता है, जबकि ७ रिक्टर की तीव्रता का भूकम्प बड़े क्षेत्रों में मे गम्भीर क्षति का कारण होता है। झटकों की तीव्रता का मापन विकसित मरकैली पैमाने पर किया जाता है।
पृथ्वी की सतह पर, भूकम्प अपने आप को, भूमि को हिलाकर या विस्थापित कर के प्रकट करता है। जब एक बड़ा भूकम्प उपरिकेन्द्र अपतटीय स्थिति में होता है, यह समुद्र के किनारे पर पर्याप्त मात्रा में विस्थापन का कारण बनता है, जो सूनामी का कारण है। भूकम्प के झटके कभी-कभी भूस्खलन और ज्वालामुखी गतिविधियों को भी पैदा कर सकते हैं।
सर्वाधिक सामान्य अर्थ में, किसी भी सीस्मिक घटना का वर्णन करने के लिए भूकम्प शब्द का प्रयोग किया जाता है, एक प्राकृतिक घटना]) या मनुष्यों के कारण हुई कोई घटना -जो सीस्मिक तरंगों ) को उत्पन्न करती है। अक्सर भूकम्प भूगर्भीय दोषों के कारण आते हैं, भारी मात्रा में गैस प्रवास, पृथ्वी के भीतर मुख्यतः गहरी मीथेन, ज्वालामुखी, भूस्खलन और नाभिकीय परिक्षण ऐसे मुख्य दोष हैं।
भूकम्प के उत्पन्न होने का प्रारम्भिक बिन्दु केन्द्र या हाईपो सेंटर कहलाता है। शब्द उपरिकेन्द्र का अर्थ है, भूमि के स्तर पर ठीक इसके ऊपर का बिन्दु,,,,
शनिवार से अब तक भूकंप के करीब 68 झटके झेल चुके नेपाल ने भारत से मिलने वाली मदद से अभीभूत होकर शुक्रिया कहा है।
भारत में नेपाल के राजदूत दीप उपाध्याय ने कहा कि भूकंप आते ही भारत के प्रधानमंत्री ने तत्काल मदद की पेशकश की। उन्होंने कहा कि नेपाल ने भारत से मिलने वाली मदद से अभीभूत होकर शुक्रिया कहा है।
भारत में नेपाल के राजदूत दीप उपाध्याय ने कहा कि भूकंप आते ही भारत के प्रधानमंत्री ने तत्काल मदद की पेशकश की। उन्होंने कहा कि भारत की मदद हमारे लिए ब्लैंक चेक की तरह है। प्राचीन काल में भूकंप को भी दैवीय आपदा से जोड़ दिया जाता था। किन्तु अब लोग समझ चुके हैं कि भूकम्प एक भौगोलिक घटना है। मेरे अल्फ़ाज़ मीनू 🙏