बिहार में जाति आधारित गणना के लिए पोर्टल को तैयार कर लिया गया है।,बिहार में जाति आधारित गणना के लिए डिजिटल काम का जिम्मा दिल्ली की कंपनी ट्रिगिन टेक्नोलॉजीज को सौंपा गया है।
[बिहार में सात जनवरी २0२३ से जाति आधारित जनगणना की प्रक्रिया शुरू हुई, बिहार में यह सर्वे करवाने की जिम्मेदारी सरकार के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट (जीएडी) को सौंपी गई है।
बिहार सरकार मोबाइल फोन ऐप (बीजगा (बिहार जाति आधरित गणना)) के जरिए हर परिवार का डेटा डिजिटली इकट्ठा करने की योजना बना रही है।
बेल्ट्रॉन (बिहार स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड), आईटी सहायता प्रदान करने वाली बिहार सरकार की एक एजेंसी ने मोबाइल ऐप विकसित करने के लिए महाराष्ट्र स्थित एक निजी फर्म ट्रिगिन टेक्नोलॉजीज की सेवाएं ली है।
सर्वे में शामिल लोगों को पहले ही आवश्यक ट्रेनिंग दे दी गई है।जीएडी ने जातीय जनगणना सर्वे का ब्लूप्रिंट तैयार किया है। यह जनगणना दो चरणों में होगी। बिहार सरकार की सूची में 214 जातियां हैं।
सूची के अनुसार अनुसूचित जाति में 22, अनुसूचित जनजाति में 32, पिछड़ा वर्ग में 30, अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) में 113 और उच्च जाति में 7 की गणना करनी है।
किस वर्ग की कितनी जनसंख्या
पिछड़ा वर्ग जनसंख्या: 3 करोड़ 54 लाख 63 हजार 936
अत्यंत पिछड़ा वर्ग जनसंख्या: 4 करोड़ 70 लाख, 80 हजार 514
अनुसूचित जाति जनसंख्या: 2 करोड़ 56 लाख 89 हजार 820
अनुसूचित जनजाति जनसंख्या: 21 लाख 99 हजार 361
अनारक्षित जनसंख्या: 2 करोड़ 02 लाख 91 हजार 679
आंकड़ों में कहा गया है कि यादव एकमात्र जाति है जिसकी आबादी राज्य में 10 फीसदी से भी ज्यादा है। आइये जानते हैं कि बिहार जाति आधारित जनगणना रिपोर्ट क्या है? किस जाति की कितनी आबादी है? किन जातियों की संख्या सबसे ज्यादा है? सबसे कम किस जाति के लोग हैं? धर्मवार आंकड़े क्या कहते हैं? पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की आबादी कितनी है?
14फीसदी आबादी सिर्फ यादव जाति की
प्रदेश में सिर्फ तीन जातियां ऐसी जिनकी आबादी पांच फीसदी से ज्यादा है। रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में सबसे ज्यादा आबादी वाली जाति यादव समुदाय की है। इस समाज की कुल आबादी 1,86,50,119 है। कुल जनसंख्या में इनकी हिस्सेदारी 14.26% है। रिपोर्ट में यादव जाति में ग्वाला, अहीर, गोरा, घासी, मेहर, सदगोप, लक्ष्मी नारायण गोला को रखा गया है।
इसके बाद दुसरा सबसे ज्यादा संख्या वाली जाति है जो दलित पासवान समुदाय से जुड़ी है। इनकी कुल आबादी 69,43,000 है। कुल जनसंख्या में इनकी हिस्सेदारी करीब 5.31% है। सरकार ने दुधास जाति में दुसाध, धारी, धरही का जिक्र किया
जातीय गणना के आंकड़े जारी करने वाला बिहार पहला राज्य:36% अत्यंत पिछड़ा वर्ग, ओबीसी 27%; यादव 14%, ब्राह्मण-ठाकुर 3-3%, सबसे कम कायस्थ 0.60%
और 1000पुरुषो पर 956 महिलाएं हैं।