चीन के सरकारी मीडिया ने एक ताजा लेख में परोक्ष रूप से भारत को धमकी देते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान चाहे तो कश्मीर में “तीसरे देश” की सेना घुस सकती है। चीनी के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि जिस तरह सिक्किम में भारत डोकलाम में भूटान की तरफ से चीनी सेना द्वारा सड़क निर्माण पर रोक लगाई है “उसी तर्क” से “तीसरे देश” की सेना कश्मीर में घुस सकती है। ग्लोबल टाइम्स में चीन के वेस्ट नॉर्मल यूनिवर्सिटी के भारत अध्ययन विभाग के प्रोफेसर और निदेशक लॉन्ग शिंगचुन ने लिखा है कि अगर भूटान ने भारत से मदद मांगी भी है तो ये मदद केवल स्थापित सीमा तक सीमित रहनी चाहिए। ग्लोबल टाइम्स के लेख में कहा गया है कि भूटान की मदद के नाम पर भारत चीन के डोकलाम इलाके में जबरन घुस गया है।
लॉन्ग शिंगचुन ने लिखा है, “नहीं तो इसी तर्क से भारत और पाकिस्तान के बीच विवादित कश्मीर में तीसरे देश की सेना घुस सकती है।” ग्लोबल टाइम्स के लेख में कहा गया है कि भारत लम्बे समय तक अंतरराष्ट्रीय समानता और घरेलू मसलों में दखल ने देने की नीति की बात करता रहा है लेकिन दक्षिण एशिया में उसने कूटनीतिक वर्चस्व बना लिया है जो संयुक्त राष्ट्र के चार्टर का उल्लंघन है। सिक्किम स्थित भारतीय इलाके डोका ला से भूूटान का डोकलाम सटा हुआ है। भूटान के डोकलाम को चीन अपना इलाका डोंगलांग बताता है। भारत और चीन के बीच 3488 किलोमीटर लम्बी सीमा है। वहीं 220 किलोमटीर लम्बी सीमा सिक्किम में स्थित है।
चीन ने छह जून को सिक्कम स्थित भारतीय बंकरों को नष्ट कर दिया था। चीन भूटान के डोकलाम घाटी में सैन्य टैंक और दूसरे भारी वाहनों की आवाजाही लायक सड़क बनाना चाहता है जिसका भारत विरोध कर रहा है। पिछले एक महीने से सिक्किम स्थित भारत चीन सीमा पर तनाव बना हुआ है। जिस इलाके में विवाद हुआ है वहां भारत, भूटान और तिब्बत की सीमाएं लगी हुई हैं। चीन द्वारा सड़क निर्माण का भूटान ने भी आधिकारिक विरोध किया है।
सीमा पर हुए ताजा विवाद के बाद भारत और चीन ने डोकलाम इलाके में अतिरिक्त सैनिक तैनात कर दिए हैं। पिछले कुछ समय में हिन्दी महासागर और अदन की खाड़ी में चीन ने युद्धपोतों की संख्या काफी बढ़ा दी है। एक रिपोर्ट के अनुसार हिन्द महासागर में चीन ने भारत से चार गुना ज्यादा युद्धपोत तैनात कर रखे हैं। वहीं भारत सोमवार (10 जुलाई) से जापान और अमेरिका के साथ मिलकर पुर्वनिर्धारित संयुक्त नौसेना अभ्यास करने जा रहा है।