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फैंटेसी

hindi articles, stories and books related to Fantasi


आज से ठीक एक वर्ष पहले मैं वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर अपने ट्रेन के इंतजार में बैठा था। ट्रे

The only thing that I regret in life is not telling you befor

The first time that we ever met
your name was all I knew

But as we got t

चल यार 'रूप' कुछ पुराना सा
पुराने तौर तरीके से करते हैं
थक गए हैं नए दिखावट


ये मेरी पहली कहानी है जो मैं लिखने जा रही हूँ ! मेने यहाँ बहुत सी कहानियां पढ़ी हैं उन

उसके बाद जागृति उन दोनो के रास्ते से हट गई। साहिल और राज जाकर गाड़ी में बैठ गए।

साहिल तो जागृति

आज कपूर निवास का हर एक -एक कोना लाइटिंग से सजाया हुआ है जो बिल्कुल कि

आज कपूर निवास का हर एक -एक कोना लाइटिंग से सजाया हुआ है जो बिल्कुल कि

मौत से हमेशा डरता था मैं,

मरने से नही, बस ख्याल ये रहता था कि मौत के बाद कैसा लगता होगा

कभी कभी सोचता हूँ

तुम्हारी हमारी जिंदगी 

एक फ़ाइल की तरह है

जिनमें तमाम

मौत से हमेशा डरता था मैं, मरने से नही, बस ख्याल ये रहता था कि मौत के बाद कैसा लगता होगा, हम कहाँ

तुमसे मिले ही कहाँ है,

फिर भी लगाव रखते है।

तुमने माँगा कुछ भी नहीं,

फिर भी

तुम्हारी मीठी मीठी कोयल सी आवाज, 

कहती है तुम्हारे दिल का राज। 


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