“हाइकु”
सजी बाजर
राखी रक्षा त्यौहार
रंग बिरंगी॥-1
रंग अनेक
कच्चे पतले धागे
राखी वन्धन॥-2
पावनी राखी
रिश्ता ऋतु बैसाखी
सुंदर पल॥-3
ओस छाई री
वर्षा ऋतु आई री
झूलती नारी॥-4
विहग उड़े
पग सिहर पड़े
डरती नारी॥ -5
आ रे बसंत
तूँ ही दिग-दिगंत
सुंदर नारी॥-6
महतम मिश्र, गौतम गोरखपुरी