जब भी आँख बंद करता हूँ। वह जंगल, वह कच्ची पक्की सड़क के साथ गेहूँ के खेत, आम के पेड़, पीपल की छांव, याद आती है। मंदिर के आस पास वह दो तीन कमरों वाले माकान सामने से गुजरती रेलगाड़ी की पो...सुनाई देती है। झूले, मौत का कुआँ, सर्कस के टेंट चाट की रेडी याद आती है। दूर तक खाली ऊसर नज़र आता हैं। मंदिर का पूर्व
गुरु जी दिनेश डाक्टर जून की कड़क दोपहरी और मंत्री जी के बंगले का लम्बा चौड़ा ड्राइंग रूम |घुसते ही बांयी तरफ दीवार से सटे बड़े वाले सोफे पर ठीक पंखे के नीचे और खिड़की पर लगे एयर कंडिशन के सामने खरार्टे मारती अस्त व्यस्त भगवें कपड़ो में लिपटी मध्यम शरीर की एक आकृति लेटी है | घुटनों से ऊपर चढ़े खद्दर के
मृत्यु के पश्चात भी फौजी की आत्मा आन ड्यूटीजी हाँ आप जी ने सही पढ़ा एक फौजी के शहीद होने के बावजूद भी उसकी आत्मा कर रही है सिक्किम में भारत चीन बाॅडर पर अपनी ड्यूटी यह आत्मा ना सिर्फ सरहद पर पहरा देती है बल्कि दुश्मन की हर गतिविधि की खबर पहले हि सांकेतिक रूप में भारत
वर्दी विश्वास मानव मे नही उसकी वर्दी मे होता हैं। कुर्सी का कलर एक हो सकता हैं पर वर्दी का नहीं। कुछ बुद्धजीवियों ने यह तय किया की इस कुर्सी के लिए इस कलर की वर्दी जमेगी। जवान, वकील, डॉक्टर, मास्टर, जज, राजा, नेता, किसान सब की एक वर्दी को उनकी योग्यता के अनुसार बनाया लेकिन आज वह वर्दी भी मायने नहीं
आज धनतेरस के मौके पर बाबा रामेदव की कंपनी पतंजलि की पतंजलि परिधान के पहले शो रूम का उद्घाटन हो चुका है। दिल्ली के सुभाष प्लेस में खुले पहले शोरूम का शुभारंभ खुद बाबा रामदेव ने किया। उनके मुताबिक, यहां हर तरह के पोशाक मिल रहे हैं। खास बात यह है कि दिवाली में यहां 25 प्रतिशत का डिस्काउंट भी मिलेगा।योग
योग और पतंजलि उत्पादों के अलावा अकसर अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले योगगुरु स्वामी रामदेव ने एक और बयान दिया है। रामदेव के मुताबिक, जो 2 से ज्यादा बच्चे पैदा करे उससे वोटिंग अधिकार वापस ले लेना चाहिए। रामदेव ने इसके अलावा अपना उदाहरण देते हुए कहा कि मेरी तरह जो व्
जीवनी - मानवसेवी बाबा आमटे " अर्पित हो मेरा मनुज काय , बहुजन हिताय ,बहुजन सुखाय " सामान्यतः प्रत्येक मनुष्य का सहज स्वभाव होता है कि वह जीवन में स्वयं के लिए बहुत कुछ करना चाहता है । अपने परिवार ,बंधु - बांधवों के प्रति ज़िम्मेदारियाँ निभाने के प्रति सजग रहता है , प्रतिबद्ध रहता है लेकिन कु
1. विदेशों से मेरा बहुत पुराना नाता है।बचपन मे जब माँ डाट देती थी तो में“रूस” जाया करता था। 2. कुछ अमीरों की चर्चा…किसी ने कहा मेरा बाथरुम 10 लाख का तो किसी ने 20 लाख को किसी ने 50 लाख का बतायाऔर जब यही बात एक गाँव के आदमी से पूछी गई तो उसने बताया की मै जहा सुबह लोटा लेके जाता हूँ उस खेत की कीमत 7
बाबा का खुलासा तब हुआ जब पुलिस को उसके एक मुखबिर ने अश्लील वीडियोज की एक सीडी सौंपी. हालांकि, ऐसा नहीं है कि इससे पहले किसी ने बाबा के आश्रम में चल रहे इस पापलोक का सच दुनिया को बताने की कोशिश नहीं की थी. हरियाणा के टोहना इलाके में 'धर्म की
देश में सनसनी फैला रहे बाबाओं के कारनानों पर पढ़िए खांटी खड़गपुरियातारकेश कुमार ओझा की नई कविता...बाबा का संबोधन मेरे लिए अब भीहै उतना ही पवित्र और आकर्षकजितना था पहलेअपने बेटे और भोलेनाथ कोमैं अब भी बाबा पुकारता हूंअंतरात्मा की गहराईयों सेक्योंकि दुनियावी बाबाओं के भयंकर प्रदूषणसे दूषित नहीं हुई द
आज से लगभग चालीस साल पहले, ना तो गाँव शहर की चमक दमक पर जुगनू से दीवाने थे, ना शहर गाँव को लीलने घात लगाये बढ़ रहे थे. शहर से गाँव का संपर्क साँप जैसी टेढ़ीमेढ़ी काली सी सड़क से होता था, जिससे गाँव का कच्चा रास्ता जुड़कर असहज ही अनुभव करता था. गाँव की ओर आने वाली सड़क कच्ची व ग्राम्यसहज पथरीला अनगढ़