23 जुलाई 2015
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चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर इन्फोटेक स्टैंडर्ड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड D
अति सुन्दर एवं मनोज्ञ रचना !
27 अगस्त 2015
बहुत अच्छा लिखा है .. बस भगवान से यही दुआ है की हमेशा हमे इतना देना की हम दुसरो को भी दे सकें ... वरना जैसा आपने लिखा है की ये युवावस्था .. ये ताकत .. ये दौलत सब कुदरत की इनायत है, इनके रहते हुए भी इंसान को बेजान हुआ देखा है !!.............. तकदीर पलटते देर नहीं लगती .... इसलिए हे इश्वर, तुम जो सबको देने वाले हो,.. हमेशा इतना देना की हम दुसरो को भी दे सकें .... सार्थक रचना.... सदा खुश और स्वस्थ्य रहे ...
23 जुलाई 2015