22 सितम्बर 2021
श्रीमती जी के कई राज इस lockdown के समय खुल गए जो आजतक अनजाने थे।उनका वो भोर ह
*सात रत्न* का उपहार भेज रहा हूँ। जीवन को इस तरह जिएं कि लोग याद रखें। ===
मुझे पता है तुम तोड़ने में विश्वास करते हो.. चाहे वो दिल हो या भरोसा.
टूटकर बिखर जाती हूँमैं अक्सर तेरे ख्यालों के आते हीअपने वजूद के सैकड़ों ट
💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞कैसे कह दू मुझसे जुदा है तूमर के भी भुला न सकूँ
21 सितम्बर 2021
मुझे पता है "ऐ जिंदगी" तू बड़ी क़ीमती है
पहले जो बेखबर थेइस खुदगर्ज़ी दुनिया सेबहुत लगाव होगयी थीं मुझे भीइस वहम सी ज़िन्द
कभी गौर से सुनना इन ख़ामोशियों को इनमें बड़ शोर छुपे होते हैं
आज हुई है भोर प्रखर, हे पथिक, छोड़ ये बातें अपर, भीषण होगा अब
अनकही है कही बाते तेरे और मेरे दरम्यान है कही मुलाखते जुस्तजू त
जीने की वजह मिल जाये तो जीने का मजा आ जाये
💞🌷💞🌷💞🌷💞🌷💞🌷💞🌷💞🌷💞🌷💞🌷💞जितने भी खुशियाँ थीं मेरी ज़िन्दगी कीवो जाने कब
20 सितम्बर 2021
मैं सरस्वती देवी खण्डूरी उत्तराखंड की मूल निवासी वर्तमान में हरियाणा में हूँ। अच्छे लेखकों को प
💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕इतना यकीन है मुझे झूठा नहीं है प्यार तेराफिर भ
19 सितम्बर 2021
जीवन चक्र भी बहुत अजीब ही है। हर रोज़ नए नए पाठ पढ़ाता है। लेख
कभी कभी लम्हो को छुपाने के लिए