इस पुस्तक में मैं अपनी कविताओं को संग्रहित करूंगी मैंने अपनी कविताओं में व्यक्ति के मन में चल रहे अंतर्द्वंद्व को व्यक्त किया है मेरी कविताएं मानव मन के हर कोने को छूने का प्रयास करती हुई प्रतीत होती हैं मैंने नारी मन और सामाजिक मुद्दों को अपने अंदा
बेटियां
ये मेरी कविताओं का संग्रह है जिसमें मैंने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को दर्शाया है।
अहसास शब्दों में खुद ब खुद जुड़ जातें हैं , उठते बैठते जिसे देखा ,जिसे समझा वही लिखा गया, न्याय यात्रा मौसम और शहर के बारे लिखने में आनन्द की अनुभूति होती है । हिंदी पहाड़ी अंग्रेजी के साथ कुछ फ़िल्म समीक्षाएं लिखने की कोशिश की है । :हेमांशु मिश्रा
सुशांत के याद में कुछ पंक्तियां ...
पद्यात्मक, कविता के माध्यम से अनमोल काव्य लेखन संग्रह
मेरी किताब मेरे मन के विचारों पर केंद्रित है न इसमें अनावश्यक चीजों का समावेश है न किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले शब्दों की रचना मेरी किताब समाज को प्रेरित करने महिलाओं में जाग्रति पैदा करने और वृद्ध लोगों का सम्मान करने के साथ साथ समाज की कुरी
करन कुन्द्रा और तेजस्वी प्रकाश पर कुछ शेर ❤️
आधुनिक काल में जो विमर्श हाशिये पर थे, उन्हें उत्तर आधुनिकतावाद ने केन्द्र में स्थापित कर दिया है। चाहे दलित विमर्श हो या स्त्री-विमर्श, दोनों ने ही न केवल अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करायी है
कम से कम शब्दों में अधिक भाव व्यक्त करना प्राचीन भारतीय साहित्य की विशेषता रही है। संस्कृत वाङ्मय में कहा गया है- "अर्द्धमात्रा लाघवेन पुत्रोत्सवं मन्यन्ते वैयाकरणा:।" हाइकु में भी कम से कम शब्दों में अधिकाधिक अभिव्यक्ति की अपेक्षा की जाती है। विविध
मेरे लिए अत्यंत हर्ष की बात है कि मेरा रोमांटिक काव्य संग्रह "अगर तेरा साथ हो " शब्द डॉट इन प्रशासन के माध्यम से प्रकाशित होकर आपके हाथों में है l इसके लिए मैं अंतर मन से प्रभु द्वारिकाधीश का कोटि-कोटि नमन करता हूं, साथ ही मेरे माता -पिता, भाई-बंधु,
यह किताब मां की ममता को बड़े ही सुन्दर ढंग से समझाती हैं। इसमें कवि मां के विभिन्न भाव-भंगिमाओं के माध्यम से पाठकों को मां की ममता के महत्व को बड़े ही सारगर्भित व काव्यात्मक शैली में समझाता हैं। इसमें मां कभी डांटती है,तो कभी प्यार करती नजर आती है,इस