युद्ध भूमि में महाराणा सिंह समान गरजे थे। दुश्मनों के छक्के- छुड़ा मेघ- सम बरसे थे। महाराणा को देख शत्रु भय से कंपित हो जाता था। पल-भर में राणा का भाला छाती में धस जाता था। रणभूमि म
नमन-वंदन कीजिए माँ सीता के चारू-चरणों का करबद्ध वंदन कीजिए। पुष्प-चरण पल्लव पर पड़े कँवल कलिका प्रफुल्लित हुई। माँ की मुख-मंडल छवि को शत- शत नमन कीजिए। कष्ट हर्ता चरण-कमलों का सदैव
दोस्तों हम माने या ना माने पैसा हमारी जिंदगी में एक खास जगह रखता है, यह सच है, की पैसा सब कुछ नहीं लेकिन यह भी सच है, की पैसा बहुत कुछ है , आपको कपड़ें लेने है तो पैसा चाहिए , खाना, खाना है तो पैसा चाह
"दूसरों की मदद करते हुए यदि दिल में ख़ुशी हो तो वही सेवा है, बाक़ी सब दिखावा है।" {265} "विश्वास और ईमानदारी मनुष्य की सबसे बड़ी धरोहर है क्योंकि इन दो गुणों से ही मनुष्य जीवन के किसी भी
"हम नींद में सपने देखते हैं, लेकिन ईश्वर हमें दिन नींद से जगाकर उन सपनों को पूरा करने का एक मौक़ा देते हैं... उठिये भगवान का शुक्रिया अदा कीजिये।" {258} "ज्ञानार्जन एक ऐसा द्रव्य है जिसको
"किसी की उन्नति से सबसे अधिक ईर्ष्या दिखावे के मित्र और परिवार के लोग ही करते हैं।" {243} "नसीब नियत के पीछे खड़ा रहता है इसलिए नियत अच्छी रखो नसीब अपने आप अच्छा बनेगा।" {244}
"धोखा देने वाला सदैव स्वयं के रचे षड्यंत्रों में ही फंसता है।" {228} "मन,वचन और कर्म से पवित्र रहने वाले व्यक्ति के साथ, समस्त दैविक शक्तियां स्वयं जुड़ जाती हैं।" {229} "कुंदन की तरह
आज ही के दिन ठीक एक सौ साठ साल पहले यानी 10 मई 1857 को जिस ऐतिहासिक क्रांति का सूत्रपात मेरठ से हुआ वह कई अर्थों में विलक्षण थी । क्रांति का क्षेत्र व्यापक था और इसका प्रभाव लम्बे समय तक महसूस किया गय
उन्नीस सौ नब्बे के दशक में आरंभ हुए आर्थिक उदारीकरण के परिणामस्वरूप माना जाता है कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर में अभूतपूर्व तेजी आई। जबकि आजादी के बाद से 1980 तक भारत की आर्थिक वृद्धि दर औसतन सिर्फ 3.5
पिछले कुछ दिनों से मालदीव के संकट में आ जाने के कारण वहाँ का राजनीतिक घटना क्रम बहुत तेजी से बदल रहा है। हुआ यह कि वहाँ के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने मालदीव के सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश
हिंदी साहित्याकाश में सूर्य की तरह चमकने वाले सचमुच में दिनकर ही थे। रामधारी सिंह दिनकर में साहित्य सर्जन के गुण नैसर्गिक रूप से विद्यमान थे। इसलिए आश्चर्य नहीं कि केवल पंद्रह वर्ष की आयु में ही उनका
पिछले दिनों करीब दो दशक बाद पाकिस्तान की छठवीं जनगणना सम्पन्न हुई। इसके अनुसार आज पाकिस्तान की जनसंख्या 20 करोड़ 78 लाख है। 1998 में की गई पिछली जनगणना में पाकिस्तान की जनसंख्या लगभग 13 करोड़ थी और उस
अटल बिहारी वाजपेयी भारत के राजनैतिक क्षितिज में पिछले कई दशकों से सर्वाधिक चमकता हुआ सितारा थे। अपनी मिलनसार प्रवृत्ति, विलक्षण वाकपटुता, मनमोहक वक्तृत्वकला और असाधारण प्रतिउत्पन्नमति के कारण सारे देश
शेख अहमद सरहिन्दी : भारत में अलगाववादी विचारधारा का जन्मदाता डॉ शैलेन्द्र कुमार सारांश इस लेख का सर्वप्रधान उद्देश्य यह दर्शाना है कि भारत में अलगाववादी विचारधारा का जन्मदाता शेख अहमद सरहिंदी था। इ
अनावश्यक अजान और पांच बार नमाज की अनिवार्यता के परिणाम। इन दिनों वाराणसी में गंगा नदी में नौका विहार करते हुए एक विदेशी पर्यटक का वीडियो सोशल मीडिया में काफी वायरल ( प्रचलित ) हुआ है। वीडियो में यह व
प्रातः बेला मैं तैयार होकर गुवाहाटी से शिवसागर, असम की पुरानी राजधानी, की यात्रा के लिए गाड़ी में बैठा। हमारा ड्राइवर असम का ही था। उसकी कद-काठी अच्छी थी। नाम था खगेश्वर बोरा। वह सहज रूप से हिन्दी बोल
राजा राममोहन राय, इस नाम से देश के सभी साक्षर और शिक्षित अवश्य परिचित होंगे, क्योंकि उनके विषय में इतिहास की विद्यालयी पुस्तकों में थोड़ा-बहुत उल्लेख अनिवार्यत: मिलता है। उन्हें भारतीय नवजागरण का अग्र
इस्लाम के तीन प्रमुख त्यौहार हैं — ईद, बकरीद और मुहर्रम । जहां ईद का संबंध इस्लाम के जन्मदाता मुहम्मद पैगंबर और कुरान से है, वहीं बकरीद का यहूदियों, ईसाइयों और मुसलमानों — तीनों के पहले पैगंबर यानी इ
अमरीका के प्रतिष्ठित हॉर्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर स्टीवन पिंकर, जो हाल ही में भारत की यात्रा पर थे, की स्थापना है कि ‘हमें ऐसा लग सकता है कि विश्व में गिरावट आ रही है। परंतु यह हमारी समझ की समस्
पिछले दो महीनों से हम चीन के साथ लद्दाख की गलवान घाटी में उलझे हुए हैं । पर जब तक बात केवल उलझने तक ही सीमित थी, तब तक तो सह्य थी । लेकिन अभी चार दिन पहले दोनों सेनाओं के बीच जमकर हाथपाई हुई और वह भी