निरंतरता सीखनी चाहिए।
जब तक आप कोई संकल्प लेकर उसमें निरंतरता नहीं रखेंगे उसका अच्छा प्रभाव भी नहीं मिलेगा और संकल्प भी अधूरा रह जाएगा।
मान लो आपन संकल्प लिया कि कल से मैं प्रतिदिन आधा घंटा व्यायाम करूंगा। आपने अपने संकल्प के अनुसार प्रारम्भ भी कर दिया पर किसी न किसी
कारणवश आप नागा करने लगे। ऐसा करने के लिए आपके पास बहाने भी बहुत हैं।
जैसे आज अमुक कार्य पड़ गया या आज मित्र आ गया या आज मेहमान आ गए।
किसी क्षेत्र में सफलता के लिए सीखना, कर्मठ होना और निरंतरता का होना आवश्यक है। इन तीनों के बिना सफलता मिलनी असंभव है।