बचपन से सुनते आ रहे हैं लालच एक बुरी बला है. फिर आया लालच एक कला है. ये तुम डिसाइड कर लो कि लालच है क्या. लेकिन मोबाइल में फ्री का बैलेंस पाने का मोह तो एकदम अभी छोड़ दो. वरना ये लालच ऐसी-ऐसी ‘बलाएं’ लाएगी कि दिमाग घूम जाएगा. बैंक अकाउंट ब्लॉक हो सकता है. खाली हो सकता है. मोबाइल में वायरस की बाढ़ आ सकती है. अब पूछो कैसे.
आजकल व्हाट्सएप पर एक मैसेज धड़ल्ले से चल रहा है कि मोदी सरकार हर हिन्दुस्तानी को 500 रुपये दे रही. ”₹ 500 Balance For Every Indian. Modiji Giving Free Balance. Click here http://balance.modi-gvt.in”.
हमारे पीएम ने सबको भाई-बहन ज़रूर बना लिया है लेकिन वो फिलहाल किसी को 500 रुपये का नेग नहीं दे रहे. ये मैसेज आपकी निजी जानकारी हथियाने के लिए भेजा जा रहा है. जो इसे भेज रहा है उसका दिमाग बहुत चल रहा है लेकिन गलत दिशा में. वो आपकी सारी जानकारी किसी विज्ञापन कंपनी को बेच देगा. आपका नाम, फोन नंबर, ऑपरेटर, ई-मेल आईडी. और फिर वो कंपनी आपको अपने सामान खरीदने को कहेगी. पीछे पड़ जाएगी. अब आप कहेंगे इसमें क्या नुकसान है. तो भइया खतरा यहीं नहीं रुकेगा. हो सकता है इस मैसेज का लिंक खोलने के बाद आपका मोबाइल टें हो जाए. क्योंकि ऐसे मैसेज में वायरस होते हैं. इसकी ‘विश्वसनीयता’ बढ़ाने के लिए मैसेज के ऊपर ‘देश बदल रहा है’ लिखकर आता है. ये जुमला बीजेपी अपने कैंपेन में चलाती है.
इन लिंक्स पर कतई क्लिक न करना
m-free.in
iphone6s-at-1rs.in
k3-note-at-499rs.in
modi-gvt.in (balance.modi-gvt.in)
fastrack-at-99rs.in
mi5-at-499rs.in
online-sale.in (freejio.online-sale.in, jiosim.online-sale.in)
ऐसे मैसेज सबसे ज़्यादा व्हाट्सएप पर आते हैं. क्योंकि नए-नए स्मार्टफोन वाले ‘भोले’ होते हैं. और तो और कुछ फर्ज़ी वेबसाइट ऐसी भी हैं जिनके नाम असली वेबसाइट से मिलते-जुलते रखे गए हैं. इनसे बचने के लिए खास चौकसी की ज़रूरत है. उनके नाम हम आपको बता रहे हैं. ध्यान से देख लो.
free-erecharge.in
500recharge.in
1000recharge.in
redmi-note4-sale.in
30gb-trial.4g-lyf.in
4g-sim-free.win5.in
joinjio.club
jio-mobile-offer.com
ये सारी वेबसाइट अपने नामों में ‘मोदी’, ‘गवर्नमेंट’, ‘इंडिया’ और ‘जिओ’ जैसे कीवर्ड लिए हुए हैं. इनके नाम पढ़कर लगता है कि या तो ये सरकारी वेबसाइट हैं, या फिर जियो और फ्रीचार्ज जैसी कंपनियों ऑफिशियल वेबसाइट हैं. और इनपर क्लिक कर जब आप अपना फ़ोन नंबर छोड़ते हैं, फ़ोन में वायरस आने का चांस तो रहता ही है. मगर इन्हें आपका नंबर मिल जाता है, जिसे बेचकर ये दूसरी कंपनियों का डेटाबेस और अपना बैंक बैलेंस बढ़ा लेते हैं. इंटरनेट पर हर क्लिक पैसे दे सकता है और आपको बेवकूफ बना सकता है.