प्यार है या सज़ा
समझ आता नहीं
दर्द है या दवा
मुझको पता नहीं
मेरे दिल जरा बता
जो है प्यार उनको मुझ से तो
नज़र क्यु आता नहीं
प्यार है या सजा
मेरे दिल की किस्मत
शायद खराब है
या हमपे हुआ सितम ये कि
रूठा हुआ रब है
कोई बादल प्यार का
ज़ीवन कि धरती पे बरसता नहीं
पल पल कतरा कतरा
बिता जो जाए ये
दरपन मन का धुँधला होता जाए ये
तेरा चेहरा अब दिखता क्यु नहीं
मुझ में अब तू रहता क्यु नहीं
कोई शीरी कोई फरहाद
कोई मजनू कोई रोमियो
प्यार की गली अब जाता नहीं
हम से कोई अब मिलता नहीं
उनके दिल के आसमान में
चाँद मेरे प्यार का अब निकलता नहीं
प्यार है या सज़ा