मै अटल हु और हमेशा अटल रहुँगा
तुम्हे हमेशा याद आता रहुँगा
आज जाता हु , घर से बुलावा आ गया है
मगर तुम रोना मत , मैं तो हर युग में आता रहुँगा
मेरी कविताओं में मुझे खोज लेना
मै हर शब्द में नजर आता रहुँगा
मै तो ज़िन्दगी का गीत गाता हु
देश के लिए जीता हु , देश के लिए मरता रहुँगा
मेरे देश को मेरा आखरी सलाम कहना
तिरंगा मेरे देश का यु हि लहराते रहना
तुम तो मेरे दोस्त हो विकास''
मैं तो अपने देश के दुश्मनो को भी याद आता रहुँगा
मैं अटल हु और हमेशा अटल रहुंगा