आओ सबका करे भला
जो मुझ तक आ पहुंचा है
वो मेरे लिए ख़ुदा है
मैं ख़ुदा के किसी काम आया
और क्या चाहिए भला
आओ सबका करे भला
मेरे दिल मे भी जख्म है
चलते है जो गमो कि हवा के झोके
नासूर में जाते है बदल
खुशियों के कुछ बीज़ तुम बो दो ,
दिल कि जमीन पर
और ऊपर से चला दो हल
बरसात का मौसम है
शायद कोई पौधा आए निकल
आओ सबका करे भला
आओ तुमको भी जीना सीखा दु
दुसरो के काम आना सीखा दु
जो दि है खुदा ने तुझको जिन्दगी
उसका कुछ तो ,
कर सही इस्तेमाल
आओ सबका करे भला
कुछ रोते हुए बच्चो को
हॅसना सीखा दु
बोलो सीखा दु
सुख के कुछ खिलौने
उनके नन्हे हाथो में पकड़ा दु
फिर जाऊँगा घर को निकल
मेरी चिन्ता मत करो तुम
मै तो कबका मर चुका हु
मर के भी जी रहा हु
धड़क जो रहा है , तेरी याद में
अब तक मेरा मासूम दिल
आओ सबका करे भला
इस गरमी के गरम मौसम में
प्यासे मुसाफ़िर का,
गिला करे गला
आओ सबका करे भला