*शब्दिका*
कलयुग का
रावण
त्रेतायुग के
रावण से
सबल है
बार-बार
जलकर भी
आज
अजर-अमर
है
©सतीश गुप्ता नरसिंहपुर
22 अक्टूबर 2015
*शब्दिका*
कलयुग का
रावण
त्रेतायुग के
रावण से
सबल है
बार-बार
जलकर भी
आज
अजर-अमर
है
©सतीश गुप्ता नरसिंहपुर
हार्दिक आभार भाई
24 अक्टूबर 2015
अति सुन्दर क्षणिका !
23 अक्टूबर 2015