कुबेर का खजाना पाकर भी गरीब यो हो गए
उसका प्यार पाकर,अहसान फरामोश हो गए
यो खेलते रहे हर पल जिश्म के गुलाम हो गए
जब तराशे गए यार,फिर दिल से फकीर हो गए
@सतीश गुप्ता
3 अक्टूबर 2015
कुबेर का खजाना पाकर भी गरीब यो हो गए
उसका प्यार पाकर,अहसान फरामोश हो गए
यो खेलते रहे हर पल जिश्म के गुलाम हो गए
जब तराशे गए यार,फिर दिल से फकीर हो गए
@सतीश गुप्ता
जिस्म और रूह का फ़र्क समझते, ज़िन्दगी गुज़र जाती है ! तमाम ख़ज़ाने ताउम्र आस-पास मंडराया करते हैं, आखिर मिलता कुछ भी नहीं !
16 अक्टूबर 2015