shabd-logo

साप्ताहिक_प्रतियोगिता

hindi articles, stories and books related to Saptahik_pratiyogita


क्रोध का अन्त गांव में एक चौधरी साहब रहते थे उनको चौधरी कहकर उनकी पत्नी बुलाया करती थी और इसी न

मशहूर बिजनेसमैन अवनीश की बेटी की शादी को एक हफ्ता ही तो बचा है ,अवनीश अपनी बेटी की शादी को यादग

असावं कुणीतरी...
आपल्या हाकेला 'ओ' देणारं</

मला आवडतो हा रिमझीम पाऊस,

गुलम

तुझ्यासाठी आज फक्त
पावसाचा शृंगार केलाय...

पहिल्या सरीचा पहिला थेंब
म्हणजे प्रेम</

पावसाची ही गुज,
पाखरांची कुजबुज,

बघता या चिंब सरीना
आठवण तुझी येऊन जाते...</

कुछ अहसास दिल के
दिल में ही रह जाते है

ख्वाब और





हैलो दोस्तो मैं आपके लिए एक नयी कहा

गौरी ने एक जगह पर गाडी रोकी|

"आ गयी हमारी मंजिल| आइये|" गौरी ने एक्साइ

आज पहली बार दुनिया छोटी लग रही है ।
आज पहली बार उन चंचल नज़रों में तलाश झलक

महर्षि वृहदश्र्व को आते देखकर धर्मराज युधिष्ठिर ने आगे बढ़कर शास्त्रविधि के अनुसार उनकी पूजा की,

पर्दे में रहने का चलन जब से आया

औरत की आजादी  को  इसने ग्रहण लगाया
पर्दे के

भाग 6 राक्षसों का उत्पात 

 

  जकारूलैंड में बसे देव व मन

भाग 5 अमृत का प्याला 



  रणवीर व रूपा के अच्छे कार्यों से

रुद्र को अब कुछ भी करके वह माला ढूँढ कर गौरी तक पहुंचानी थी|
जब रुद्र उस जगह पहुंचा त

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए