गौरी ने एक जगह पर गाडी रोकी|
"आ गयी हमारी मंजिल| आइये|" गौरी ने एक्साइटेड होकर कहा|
वो दोनो गाडी से उतरे|
रुद्र ने बाहर देखा तो वहा कुछ भी नहीं था सिवाय सुनसान रास्ते के!
" यहा? यहा क्या है?" रुद्र ने पूछा|
"आप यही रुकिए! मै बस 5 मिनट मे आती हूँ|" गौरी ने अपनी पर्स उठाते हुए कहा|
"लेकिन तुम जा कहा रही हो गौरी?"
"5 मिनट= बस 5 मिनट!" ये कहकर गौरी जल्दी से चली गई|
"ये गौरी भी ना! पता नहीं क्या चल रहा है इसके दिमाग मे?" रुद्र अपने आप से ही कहने लगा|
कुछ देर तक वो गौरी का वेट करता रहा और गाडी से टिककर अपनी आँखें बंद करके गौरी के साथ बिताये पल याद करने लगा|
"रुद्र!" अचानक गौरी की आवाज से वो उठा|
जब उसने गौरी की तरफ देखा तो उसका मुंह खुला का खुला रह गया|
गौरी कपडे चेंज करके आयी थी|
उसने ऑरेंज रंग का बहुत खुबसुरत बैकलेस वनपिस पहना था, जिसे पैरो के एक साइड पर स्प्लिट था जिसकी वजह से उसका एक पैर साफ दिखाई पड रहा था| कमर पर मेटैलिक बेल्ट! खुले कर्ली बाल और होठों पर ड्रेस से मैचिंग डार्क ऑरेंज लिपस्टिक! कानो मे सिल्वर कलर के बडे बडे इयररिंग्स!
वो बहुत ही ज्यादा हॉट लग रही थी|
रुद्र की तो आँखे और मुंह खुला का खुला रह गया|
गौरी रुद्र के पास आयी और अपने हाथ से उसका मुंह बंद किया|
"मुंह बंद कर लिजीए मिस्टर! वरना मच्छर घुस जायेगा!" कहकर वो हसने लगी|
"गौरी! ये सब? तुम तो......"
" मै तो क्या? हॉट लग रही हू? यही ना?" गौरी ने रुद्र की बात पूरी की|
रुद्र थोडा हडबडा गया| पर कुछ पल की शांति के बाद दोनो ही खिलखिलाकर हंसने लगे|
क्योंकि कुछ देर पहले भी ऐसा ही कुछ हुआ था|
"गौरी तुम्हे देखकर सोचा नही था कभी मैने की तुम्हारे जैसी संस्कारी लडकी......... "रुद्र ने अपनी बात अधूरी छोड दी|
"हमेशा संस्कारी होना भी अच्छा नहीं होता ना! कभी कभी हमे हमारे दिल की भी सुननी चाहिए|" गौरी ने हल्की सी स्माइल के साथ रुद्र के सवाल का जवाब दे दिया|
"अब यही खडा रहना है या चलना भी है? चलिए! "गौरी ने रुद्र का हाथ पकड़ा और चल पडी|
रुद्र को गौरी का उसपर यूँ हक जताना मन ही मन बहुत ज्यादा अच्छा लगता था|
वो एक पब के बाहर आए|
रुद्र तो वो देखकर हक्का बक्का रह गया क्योंकि गौरी उसे पब लेकर आयी थी|
पब के बाहर एक लडकी खडी थी| कुछ ज्यादा कपडे नहीं पहने थे उसने! जैसे ही गौरी ने उसे देखा वो बहुत ज्यादा खुश हो गई| रुद्र का हाथ छोडकर वो उसके पास भागी और उससे गले मिली|
गौरी : ओह माय गॉड श्रेया! आप तो और भी ज्यादा सुंदर हो गई है! कैसी है आप? मैने आपको बहुत मिस किया|
गौरी उससे लिपट गई|
श्रेया : मैने भी तुम्हें बहुत मिस किया| बहुत वक्त बाद मिले हैं हम लोग! वैसे कहा है वो?
गौरी : वो वहा! चलिए! मिलवाती हू|
गौरी उसका हाथ खींचकर उसे रुद्र के पास ले गई|
रुद्र तो बेचारा सब आँखे बड़ी बडी करके देख रहा था| आज उसे शॉक पर शॉक मिल रहे थे|
गौरी : श्रेया! ये है रुद्र! और रुद्र... ये हैं श्रेया! ये इसी पब मे काम करती हैं| मेरी बहुत अच्छी दोस्त है|
उन दोनों ने हाथ मिलाया|
श्रेया : बहुत सुना है तुम्हारे बारे में गौरी से और आज मुलाक़ात भी हो गई| तुमसे भी और गौरी से भी! वरना सिद्धार्थ के मना करने के बाद मुझे लगा था कि तुम यहा वापस कभी नही आओगी गौरी!
श्रेया गौरी की तरफ देखकर कह रही थी|
सिद्धार्थ का नाम सुनते ही गौरी ने श्रेया को चिमटी काट कर इशारा करके चूप करा दिया|
पर रुद्र के कानो पर सिद्धार्थ का नाम पड चूका था|
रुद्र : सिद्धार्थ? कौन सिद्धार्थ?
गौरी : अरे श्रेया! जल्दी चलिए! जल्दी जायेंगे तभी तो जल्दी वापस आयेंगे| वरना ममा नाराज हो जायेगी| जल्दी चलिए आप दोनो!
उसने दोनों का हाथ पकडा और खींचकर उन्हें अंदर ले जाने लगी|
इसी के साथ उसने सिद्धार्थ वाली बात को भी टाल दिया|
वो दोनो को पब के अंदर ले गई|
अंदर बहुत जोरो से म्युजीक बज रहा था|
श्रेया ने तो अंदर जाते ही अपनी साथी डान्सर्स के साथ जॉइन कर लिया|
दरअसल वो वहा की मेन डान्सर थी|
रुद्र को वो देखकर एक और झटका लगा| गौरी ने बाहर उसे बताया था की श्रेया पब मे काम करती है पर ये नहीं बताया की वो वहा की डान्सर है|
गौरी भी अंदर जाते ही एंजॉय करने लगी| वहा उसके कई दोस्त थे| जो उसे वहा देखकर खुश हो रहे थे|
रुद्र से रहा नही गया और उसने उससे पूछ ही लिया|
"गौरी! श्रेया यहाँ......"
"इस पब की मेन डांसर है वो!
आप यही सोच रहे हैं ना की ये मेरी दोस्त कैसे?"
गौरी ने रुद्र की बात बीच मे ही काटकर कहा|
रुद्र की गर्दन हा मे हील गई क्योंकि गौरी ने उसके दिल की बात जान ली थी|
"हम पिछले 4 साल से दोस्त हैं| काम कोई भी हो, काम काम होता है और वैसे भी हर बार डान्सर गलत तो नही होता ना रुद्र?
इनकी भी कुछ मजबुरिया है जिनके चलते इन्हें ये करना पडता है| किसी अपने के लिए!"
"किसके लिए गौरी?"
"नीरव के लिए! इनका 7 साल का बेटा! श्रेया सात साल से सिंगल मदर है| उनके पती की शादी के एक साल बाद ही डेथ हो गई थी|" गौरी ने सब बता दिया|
ये सब सुनने के बाद रुद्र का चेहरा रुआँसा हो गया|
"ये सब छोडिये! यहा जिस काम के लिए आये हैं वो करते हैं ना!"
"कौनसा काम गौरी?"
"पब मे आके क्या करते है डफर?" गौरी ने अपने सिर पे हाथ मार लिया|
"जस्ट एंजॉय!!" वो जोर से चिल्लायी और रुद्र का हाथ पकडकर डान्स करने लगी|
वो दोनो ही बहुत एंजॉय कर रहे थे|
गौरी रुद्र को खींचकर ड्रिंक्स लेने ले गई|
रुद्र ड्रिंक करने मे हिचकिचा रहा था| इसलिए उसमे थोडी सी हिम्मत भरने के लिए गौरी ने पहले खुद ही 2-3 ग्लास वोडका पी लिया|
रुद्र को तो खुद की आँखो पर भरोसा ही नहीं हो रहा था| गौरी ने उसे भी जबरदस्ती वोडका पिलाया| फिर वो दोनो जाकर सबके साथ डान्स करने लगे| गौरी रुद्र के साथ ही डान्स कर रही थी|
रुद्र आज कई दिनों के बाद इस तरह एंजॉय कर रहा था| वो बहुत ही ज्यादा खुश था गौरी के साथ!
श्रेया स्टेज पर से ये सब देख रही थी| वो मन ही मन गौरी को खुश देखकर खुश हो रही थी|
अब गौरी को थोडी थोडी चढने लगी थी| वो डान्स करते हुए भी आते जाते वेटर्स के हाथ से ड्रिंक लेकर पी रही थी0| रुद्र उसे रोकता, पर वो उससे कहा संभलने वाली थी|
इसी दौरान डान्स करते करते गौरी अचानक रुद्र के नजरो से ओझल हो गई|
रुद्र उसे सामने ना पाकर डर गया| वहा बहुत भीड थी| वो उसे उसी भीड के बीच ढूँढने लगा| पर वो उसे कही नही मिली| अब वो बहुत डर गया|
तभी अचानक डीजे ने साँग बंद कर दिया| तो सब डीजे की ओर देखकर चिल्लाने लगे|
रुद्र का भी ध्यान जब डीजे की तरफ गया तो वो स्टेज की तरफ उँगली से कुछ दिखा रहा था|
सब ने स्टेज की ओर देखा| वहा सभी डान्सर्स म्युजीक बंद होने की वजह से डान्स करते करते रुक गए थे| उनमे श्रेया भी थी| तभी म्युजीक स्टार्ट हुआ|
उन्ही डान्सर्स के बीच मे से गौरी निकली| वो स्टेज पर डान्स करने गई थी| रुद्र ने उसे देखकर राहत की साँस ली| श्रेया भी उसे देखकर हैरान थी|
गौरी उन डान्सर्स के साथ डान्स करने लगी|
जैसे ही म्युजीक स्टार्ट हुआ सब चिल्लाने लगे|
'आई एम ऐ बेड गर्ल हू मैं थोड़ी नॉटी
मेरे बिना फीकी फीकी हर पार्टी
शर्माना सीखा मेने न ज़रा भी
उत्तों आज थोड़ी पीली है आज बकार्डी '
रुद्र ने अपने ही सिर पे हाथ मार लिया|
गौरी रुद्र के पास आयी और उससे चिपककर डान्स करने लगी|
'नी मैं आयी तेरी लिये देख सज धज के
थकना नी आज में तां नच नच के
मुंडया तू रेहना ज़रा बच बच के
जी मेरे ठुमके तां फायर लगावे '
गौरी गा भी रही थी और डान्स भी कर रही थी| सब डान्स करने लगे| श्रेया भी उसके साथ डान्स करने लगी|
रुद्र तो बस उसे खुश देखकर ही खुश हो गया और वो भी उसके साथ डान्स करने लगा|
'हौली हौली हौली हौली
हौली हौली गिद्दे विच नच पतलो नी
तेरा लक न मरोड़ा खा जावे '
सब लोग डान्स कर रहे थे| गौरी तो पागलों की तरह डान्स कर रही थी और सब को अपने साथ पागलों की तरह डान्स करवा रही थी|
आखिर कार गौरी का डान्स खतम होते ही वो रुद्र के उपर धम्म से गिर पडी|
रुद्र तो बस हँसकर उसे देखता रहा|
कुछ देर बाद
रुद्र गाडी के पास गौरी का इंतजार कर रहा था|
तभी श्रेया गौरी को संभालते संभालते लेकर आयी उसने गौरी के कपडे भी बदल दिये थे| गौरी तो अपनी ही धून मे मगन थी| श्रेया ने भी साडी पहनी थी| उसे देखकर उसे गौरी की बाते याद आने लगी|
रुद्र ने आगे आकर गौरी को पकडा|
रुद्र : थँक यू सो मच श्रेया!आप तो जानती ही हैं की मै गौरी को उन कपडो मे घर नही ले जा सकता था|
श्रेया : मै जानती हूँ और हा थँक्स कहने की कोई जरूरत नही है|
रुद्र : वैसे.... क्या गौरी हमेशा यहा आती है?
श्रेया: आती थी!पर अब नही आती| मेरा मतलब बहुत कम आती है|
रुद्र :और हमेशा ही ऐसा हाल बना लेती है अपना?
श्रेया : हमेशा नही| ऐसा तो आज ही हुआ है| वरना वो लिमिट से बाहर कभी पिती नही| शायद आज तुम्हारे साथ उसने बहुत एजाँय किया| इस वजह से!
पर आज तक मैने गौरी को इतना खुश कभी नही देखा|
रुद्र ने बस एक हल्की सी स्माइल कर दी|
इस सब के दौरान गौरी अजीब गरीब हरकतें कर रही थी| कभी रुद्र के गाल खीचना, उसके शर्ट के बटन खोलना, उसके बालो पे हाथ फेरना, वगैरा वगैरा...
श्रेया : चलो अब मै चलती हूँ| वरना मुझे देर हो जायेगी| तुम गौरी को संभाल कर घर ले जाना| मै चलती हूँ| बाय|
और वो चली गई|
रुद्र ने भी गौरी को गाडी मे बिठाया और घर की ओर चल पडा| गौरी को बहुत चढ गई थी इस वजह से वो ड्राइविंग कर रहा था |
पूरे रास्ते भर भी वो अजीब हरकते कर रही थी| कभी म्युजीक स्टार्ट कर देती, तो कभी रुद्र को ड्राइव करते हुए गुदगुदाती, रुद्र बार बार उसे चूप बैठने के लिए कह रहा था पर वो सुनती कैसे! आखिरकार गौरी ने विंडो से बाहर अपना सिर निकाला और बाहर की ठंडी पवन का मजा लेने लगी|
रुद्र का ध्यान ड्राइविंग करते वक्त भी उसी पर था| उसका वो मासूम चेहरा, चेहरे से खेलते लंबे बाल!
कुछ देर पहले जिस चेहरे पर उसे शैतानी नजर आ रही थी| उसी चेहरे पर उसे अब अचानक बहुत सारी मासुमियत नजर आ रही थी|
गौरी हवा का मजा ले ही रही थी की तभी अचानक गाडी रुकी| उस वजह से गौरी नाराज हो गई|
गौरी : रुद्र!गाडी क्यों रोकी आपने?
पर रुद्र कुछ ना बोलते ही गाडी से उतर गया|
गौरी : मैने पूछा गाडी क्यों रोकी आपने? बताइये!
रुद्र ने गाडी का दरवाजा खोला|
रुद्र : बाहर आ जाओ गौरी! घर आ गया तुम्हारा!
गौरी: मुझे नही जाना! मै नही आऊंगी!
वो बिल्कुल छोटे बच्चे की तरह व्यवहार कर रही थी|
तब रुद्र ने उसे हाथ पकडकर बाहर निकाला|
गौरी : छोडिये मेरा हाथ! मुझे नही जाना मतलब नही जाना| मेरा दोस्त आने वाला है| मै उससे मिले बिना कही नही जाऊंगी|
रुद्र : दोस्त ? कौनसा दोस्त?
तभी गौरी ने रुद्र से खुद को छुडाया और सीधे गाडी के उपर चढ गई| रुद्र उसे रोकने की कोशिश कर रहा था| पर वो नही रुकी| रुद्र नीचे से उसे उतरने के लिए कह रहा था|
रुद्र : गौरी ये तुम क्या कर रही हो? जल्दी अंदर चलो| वरना सीमा आंटी परेशान हो जायेंगी| चलो नीचे उतरो|
गौरी : नही! मै नही उतरुंगी! मैने कहा ना मै अपने दोस्त से मिले बगैर कही नही जाऊंगी|
रुद्र : अपने सभी दोस्तों से तो अभी मिलकर आ रही हो तुम और मै भी तो यही हू| अब कौनसा दोस्त हैं?चलो नीचे उतरो|
गौरी : हैं एक! पर अगर आप चाहते हो की मै नीचे उतरू तो आपको मेरे एक सवाल का जवाब देना होगा और वो भी पूरे दिल से! झूठ नही बोलना ओके|
रुद्र : ठीक है बाबा! पूछो क्या पूछना चाहती हो!
गौरी : सच सच बताइये! कही आप मुझसे प्यार तो नहीं करने लगे ना? बताइये बताइये|
ये सुनते ही रुद्र का चेहरा देखने लायक हो गया|
उसे तो समझ ही नही आ रहा था कि वो बोले तो क्या बोले|
वो हक्का बक्का रह गया|
गौरी : चूप क्यो हो गए आप? बताइये! मैने सच कहा नामि. सिक्स पैक्स?
ये कहकर वो जोर जोर से हसने लगी|
"तो मेरा अंदाजा सही था? है ना? बोलिये!" गौरी रुद्र के सामने झुक कर बोली|
गौरी तो सब नशे मे बोल रही थी| पर रुद्र होश मे था| उसे समझ नही आ रहा था वो क्या जवाब दे!
रुद्र : गौरी! गौरी ! वो.....
रुद्र कुछ बोलता इससे पहले बारिश शुरू हो गई |
गौरी फिर से खडी हो गई और बाहे फैलाकर, आँखे बंद करके बारिश का मजा लेने लगी|
गौरी : देखा! मैने कहा था ना! मेरा दोस्त आयेगा मुझसे मिलने! लिजीए! आ गया!
रुद्र : गौरी! गौरी तुम नीचे उतरो! बारीश मे भीगोगी तो तबीयत खराब हो जायेगी तुम्हारी! नीचे उतरो!
गौरी : नो! जब तक मुझे मेरा जवाब नहीं मिलता| मै नही उतरुंगी| बोलिये! बताइये! आप कुछ कह रहे थे ना!
रुद्र : गौरी ये बात घर मे जाकर भी हो सकती है|
गौरी : नो! मुझे अभी और इसी वक्त जवाब चाहिए|
गौरी की जिद की वजह से रुद्र को कुछ समझ नही आ रहा था|
रुद्र : ठीक है| मै बताता हू|
गौरी ये सुनते ही बहुत खुश हो गई और वो खुशी के मारे झूम उठी|
रुद्र के चेहरे पर भी उसकी मासुमियत देखकर खुशी छा गई|
तभी अचानक गौरी का पैर फिसला और वो सीधे नीचे गिरने वाली थी की रुद्र ने उसे अपनी गोद मे पकड लिया|
डर के मारे गौरी ने आँखे बंद कर ली थी|
गौरी को इस तरह देखकर रुद्र के चेहरे पर एक हल्की सी स्माइल आ गई|
रुद्र : गौरी! अपनी आँखें खोलो| देखो तुम बिलकुल सेफ हो|
रुद्र ने प्यार से कहा|
गौरी ने धीरे से अपनी आँखें खोली|
खुद को रुद्र के इतने करीब पाकर वे हडबडा गई|
रुद्र ने हलके से उसे नीचे उतारा|
गौरी : मु.. मुझे अब चलना चाहिए|
इतनी कहकर वो जाने लगी| तभी रुद्र ने उसका हाथ पकड कर उसे जोर से अपने करीब खींच लिया|
रुद्र गौरी एक दूसरे के आमने सामने पहली बार इतने करीब थे|
ऐसा लग रहा था जैसे अचानक गौरी का सारा नशा उतर गया हो|
"कहा जा रही हो? तुमने मुझसे कुछ पूछा था| उसका जवाब तो सुनती जाओ| ट"
"ज् .....ज्.. जी.... मुझे नही जानना|"
इतना कहकर वो फिर से जाने लगी| पर रुद्र ने अपने दोनों हाथ उसकी कमर पर रखे और कसकर उसे अपने करीब पकड़कर रखा|
" ये.. ये... ये आप क्या कर रहे है रुद्र!" अब वो डर गई थी|
"तुम जानना चाहती थी ना की क्या मै तुमसे?"
रुद्र ने अपने एक हाथ से उसके चेहरे पर आने वाली बालो की लट को पीछे करते हुए कहा|
"बता दू?" रुद्र ने एकदम धीरे से और प्यार से उसके कान मे कहा|
इसी के साथ गौरी के रोंगटे खडे हो गए|
रुद्र धीरे से अपने होठ उसके कानो से होकर गालो के पास लेकर आया और फिर गौरी के गुलाबी होंठों के पास!
गौरी तो जैसे उसमे डूब सी रही थी|
दोनो जैसे एक-दूसरे मे खो गए थे और उनके इन करीबी लम्हो की साक्षी ये बारिश थी|
अब रुद्र के होठ गौरी के होठो के बेहद करीब थे|
तभी अचानक गौरी होश मे आयी| उसने रुद्र को धक्का दिया और खुद भी उससे अलग हो गई|
रुद्र भी होश मे आया|
उसे भी लगा की वो जो करने जा रहा था वो गलत है|
गौरी तो बिना कुछ कहे वहा से भागकर सीधे घर के अंदर चली गई|
"अररे यार.....ये मै क्या कर रहा था! पता नही वो मेरे बारे मे अब क्या सोचेगी!"
कहकर रुद्र ने अपने ही सिर पे हाथ मार लिया|
"क्या मुझे जाकर उससे माफी मांगनी चाहिए?
नही नही! अभी इस समय बात करना ठीक नही होगा| कल सुबह होते ही पहले गौरी से बात करूंगा| " और वो सीधे सिंघानिया मँशन चला गया|
गौरी भागकर सीधे अपने कमरे मे गई| उसने दरवाजा बंद किया और लाइट्स तक ऑन नही की| वो वही दरवाजे के पास खडी होकर वो सब याद करने लगी|
उसे वो सब बहुत अजीब लग रहा था|
"ये सब गलत है! ये मै क्या करने जा रही थी! ये गलत हैं!"
वो अपने आप से कहने लगी|
तभी किसी ने उसका हाथ पकड कर उसे अंधेरे मे खीचा| वो चिल्लाने लगी, तो वो चिल्ला ना पाये इसलिए किसी ने उसके मुंह पर हाथ रखा था|
गौरी को अंधेरे मे कुछ ठीक से नजर नही आ रहा था|
"श्श्श... श्श्श.... चिल्लाओ मत प्लीज! मै हूँ......"
गौरी ने चिल्लाना बंद किया और गौर से देखा तो वो चौंक गई| उसकी आँखे खुली की खुली रह गयी ट|
उस इंसान ने हल्के से अपना हाथ उसके चेहरे से हटाया|
" सिद्धार्थ? आप??"
वो सिद्धार्थ था|
क्रमशः