कुछ बाते आदतों में शामिल कीजिए
ना करू तुम्हे याद पर कैसे भूल जाऊं
ताउम्र तराशा खुद को
सुबह 8 बजे सूर्या किचन में ब्रेकफास्ट तैयार कर रहा था तभी वहां रघुवीर जी (प्रथा के पिता ) आ गए ,&nbs
I choose to
love you in silence,
Every time you come close,
I want to award