shabd-logo

सिनेमा और सर्जरी

25 नवम्बर 2021

27 बार देखा गया 27
70- 80 के दशक में यदि किसी को खूबसूरत कहना होता था तो उसकी तुलना हीरो का हीरोइन से की जाती थी। " तुम तो बिल्कुल हीरो की तरह हैंडसम हो"

 या फिर, " तुम तो किसी हीरोइन जैसी सुंदर हो"

 ऐसा इसलिए होता था क्योंकि उस समय मॉडलिंग या फिल्म के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने के लिए खूबसूरत होना मुख्य शर्त हुआ करती थी। मगर आज ऐसा नहीं है। चिकित्सा विज्ञान के चमत्कार के दौर में एक और चमत्कार हुआ, जिसका नाम है कॉस्मेटिक सर्जरी। जी हां ! आज विज्ञान इतना तरक्की कर चुका है कि यदि आपको ईश्वर के द्वारा दिया हुआ अपना रंग रूप पसंद ना आए तो आप इसे कॉस्मेटिक सर्जरी के माध्यम से बदलवा भी सकते हैं। क्योंकि यह सर्जरी बेहद महंगी होती थी, अतः ज्यादातर फिल्म उद्योग से जुड़े स्त्री पुरुष हीं करवाते थे।

मगर अब कुछ धनाढ्य वर्ग के लोग भी इस ओर आकर्षित हो रहे हैं। विशेषकर महिलाएं। 

कॉस्मेटिक सर्जरी के अंतर्गत कई प्रकार की सर्जरी होती है, जिसके में प्रमुख हैं -- फेस लेफ्ट, आइब्रो लिफ्ट, हेयर रीस्टोरेशन, राइनोप्लास्टी, गायनेकामिस्टर, ब्रेस्ट इंप्लांट्स,  लिप फिलर इत्यादि।

 अब तो सर्जरी की मदद से चेहरे की रंगत बदलवाई जा रही है। फिल्मी कलाकारों की नकल करना हमेशा से युवा पीढ़ी का मुख्य रहा है, लेकिन शायद बहुत से लोग यह नहीं जानते हैं कि यह नकली सुंदरता आपके जान की दुश्मन बन सकती है। पॉप स्टार माइकल जैक्सन और श्रीदेवी की मौत के पीछे कहीं ना कहीं सर्जरी के साइड इफेक्ट्स शामिल है। सर्जरी के समय जो

 दवाएं दी जाती हैं वही आगे चलकर आपके लिए घातक सिद्ध होती है। क्योंकि जब शरीर की प्राकृतिक बनावट से छेड़छाड़ की जाती है तो शरीर में हार्मोन परिवर्तन होने लगता है। यह परिवर्तन ही इंसान की त्वचा एवं स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते हैं। दर्द, रैशेज़, शरीर में खुजली इत्यादि तो तत्कालीन प्रभाव है। इसके अलावा अगर कुछ गलती हो जाती है तो फिर उसको ठीक करना बेहद जोखिम भरा होता है। जिसके कारण भविष्य में आपको मानसिक तनाव झेलना पड़ सकता है।

 अनुष्का शर्मा ,आयशा टाकिया, पामेला एंडरसन, किम करदाशियां, राखी सावंत इत्यादि कई ऐसे नाम हैं जिनके सर्जरी के बाद का रूप बेहद खराब हो गया।

इसिलए हमें तो यह बात हमेशा याद रखनी चाहिए कि हमारी बाहरी खूबसूरती से बढ़कर है हमारे आंतरिक गुणों की खूबसूरती। और इसे निखारने में ना तो कोई खर्च लगता है ना ही दर्द होता है और ना ही इसके कोई साइड इफेक्ट है। फिल्म उद्योग से जुड़े अभिनेता एवं अभिनेत्रियों का तो फिर भी समझ में आता है कि उनके चेहरे की खूबसूरती और शरीर की बनावट उनकी रोजी रोटी होती है मगर आम महिलाओं का खूबसूरती के लिए इस तरह का पागलपन बिल्कुल ही निरर्थक है।

याद रखिए कि  प्रकृति से मिली हुई चीजें हमेशा खूबसूरत होती है, जबकि प्लास्टिक सर्जरी एक बाह्य चीज है। इस सर्जरी में शरीर के हिस्से में कुछ विशेष तरीके की चीजें लगाई जाती है।

यह बिल्कुल आपकी त्वचा के जैसी दिखती है। लेकिन सिर्फ समान दिखती ही है वह किसी भी तरह से प्राकृतिक नहीं होती। सर्जरी में इंसान अपना प्राकृतिक स्वरूप खो देता है। प्लास्टिक सर्जरी उन लोगों के लिए वरदान है जो किसी दुर्घटना में अपने प्राकृतिक सौंदर्य को खो चुके हैं इसीलिए अच्छा होगा कि हम विज्ञान का यह वरदान उन्हीं लोगों के लिए ही रहने दें आम महिलाएं अपने आत्मविश्वास की चमक और अपने आंतरिक गुणों की आभा से अपने पूरे व्यक्तित्व में चार चांद लगा सकती हैं।


आरती प्रियदर्शिनी , गोरखपुर
1

तूम्हारी बातें

20 सितम्बर 2021
3
3
2

<div> &nbs

2

समय चक्र

25 सितम्बर 2021
2
5
2

<div>कभी-कभी मुझे लगता है कि हम सब एक स्वार्थ भरा जीवन जी रहे हैं।</div><div>हमारे जीवन में सिर्फ हम

3

कुछ देर तो रूकना पड़ेगा

3 अक्टूबर 2021
1
4
0

<div align="left"><p dir="ltr"><img style="background: gray;" src="https://shabd.s3.us-east-2.amazon

4

प्रसिद्धि की महत्वकांक्षा

19 अक्टूबर 2021
6
4
1

<div>एक छोटी सी चिड़िया थी। उसकी अभी अभी आंखें खुली थी। जब भी उसकी मां दाना लेकर आती वह चोंच खोलती औ

5

नजरिया

24 अक्टूबर 2021
0
0
0

<div>आज ना सिर्फ भारत में बल्कि पूरे विश्व में महिलाओं की आजादी को लेकर कई कानून एवं नियम बनाए

6

अस्पताल की खिडकी

25 अक्टूबर 2021
2
1
2

<div align="left"><p dir="ltr">

7

हमारा स्वास्थ्य : हमारी दौलत

21 नवम्बर 2021
2
2
0

<p dir="ltr" style="line-height:1.38;margin-top:0.0pt;margin-bottom:0.0pt;" id="docs-internal-guid-6

8

धारावाहिकों मे व्याप्त अन्धविश्वास

24 नवम्बर 2021
1
1
0

<div>आज मैं टीवी सेरिअल्स के बारे में बोलना चाहती हूँ जो समाज में अंधविश्वास की जड़ें जमा रहे हैं .हम

9

वेब सीरीज ने किया भाषा का पतन

24 नवम्बर 2021
13
7
3

<div>वेब सीरीज ने किया भाषा का पतन</div><div><br></div><div><br></div><div><br></div><div>कोरोना काल

10

सिनेमा और सर्जरी

25 नवम्बर 2021
0
0
0

<div>70- 80 के दशक में यदि किसी को खूबसूरत कहना होता था तो उसकी तुलना हीरो का हीरोइन से की जाती थी।

11

बस इतना ही सँग था

26 नवम्बर 2021
1
1
2

<div>बस इतना ही संग था....</div><div><br></div><div> कनाडा की रहने वाली सेल्विया घूमने की बहुत

12

स्कूली प्रार्थना का महत्व

30 नवम्बर 2021
0
0
0

<div> &nbs

13

पहचान

15 दिसम्बर 2021
2
1
2

<div>पहचान

14

वो खत आखिरी था

26 फरवरी 2022
5
0
0

वो खत आखिरी था जो मैंने ना लिखापर तुम तक तो पहुचांथा वो अहसास मेरा वो हर एक हर्फ मेरा थावो मैंने उकेरा थावो खुसबू जो रूह की थीजिसे तुमने छूआ थावो खत आखिरी था जो मैंने ना लिखा पर पह

15

अपने अपने फलसफे

17 मई 2022
1
0
0

अपने अपने फ़लसफ़ेये कहानी बताती है कि एक दुर्घटना कैसे ना सिर्फ परिवार को बर्बाद करती है बल्कि व्यक्ति का चरित्र हनन भी करती है, और रिश्तों की परिभाषा पर भी हजार सवाल खड़े करती है। लेकिन ये भी सच ह

16

सिंगल फादर की समस्या

19 जून 2022
3
2
0

आज फादर्स डे है। यह हर साल जून महीने के तीसरे रविवार को मनाया जाता है। आज छुट्टी का भी दिन है तो हर पिता अपने बच्चे को समय भी दे सकता है। एक समय था जब बच्चों के पालन पोषण की पूरी जिम्मेदारी मां क

17

गीत और राखी का बंधन

10 अगस्त 2022
4
3
2

भारतीय सिने जगत का राखी के त्यौहार के साथ एक अनोखा बंधन है। आज भी हर वह फिल्म जिसमें भाई बहन हो तो राखी का एक दृश्य तो बनता ही है। लेकिन एक समय था, जब पूरी फिल्म भाई बहन की प्रेम, समर्पण और त्याग पर ह

18

स्वाभिमान तिरंगा है

14 अगस्त 2022
5
5
2

आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में इस वर्ष "आजादी का अमृत महोत्सव" मनाया जा रहा है, इसीलिए प्रधानमंत्री जी ने देशवासियों से अनुरोध किया है कि इस वर्ष राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को भरपूर सम्मान देना

---

किताब पढ़िए