आप और हम सभी सुहागन का सच और विश्वास जानते है सच तो हमारे ग्रंथ और वेद सुहागन का महत्व बताते है आज हम एक सुहागन नारी का सम्मान और दायित्व के साथ जीवन और जिंदगी जीने के संग सुहागन का नाम एक पहचान है
आज हम जीवन के सफर में अपने जीवन साथी बनने वाले पति को परमेश्वर का नाम देते है और आज भी भारतीय नारी संस्कार और संस्कृति के साथ एक पतिव्रत धर्म का पालन करती है और देश के इतिहास में भी नारी ने सुहागन का अनुसरण करके अपने जीवन साथी पति परमेश्वर सच के साथ ईश्वर की भक्ति करके अपने साथ अपने पति परमेश्वर के प्राणों को भी बचाया और सुहागन का वरदान और महत्व का मान सम्मान और मर्यादा की परिभाषा को सताया।
हम जीवन में अपने सच और धर्म की राह अपनाते हुए हम अपने जीवन में रिश्तों का एतबार कर सुहागन का वरदान भी मिलेगा। यही जीवन मे एक सुहागन का महत्व है।