दुबलेपन का उपचारआज के समय में जहाँ लोग बढ़ते वजन से परेशान हैं वहीँ कुछ लोगों की समस्या उनका ‘ दुबलापन’ है। आज के दौर में ऐसे कई सारे लोग हैं, जिन्हें यह शिकायत होती है। दुब
Home Remedies for Hair Fallआइये आज हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे जिनके उपयोग करने से न सिर्फ आपके बाल झड़ने बंद हो जाएंगे, साथ ही साथ आपके बाल मज़बूत और घने भी हो जाएंगे।बाल झड़ने की समस्या के घरेलू उपाय और कैसे करे उपयोग जैतून का तेलअलसी के बीजअंडे का लेपशहद और
मसाले के बिना किसी भी भारतीय व्यंजन या किचन की कल्पना की जा सकती है क्या? मुझे तो नहीं लगता। किसी भी दाल या सब्जी में असली स्वाद तो मसालों का ही होता है। थोड़ा मसाला भी किसी डिश के स्वाद में बड़ा अंतर ला सकता है। अक्सर ही घर में माँ से शिकायत की जाती है कि,"आज तड़के में जीर
दिमाग को तेज बनाने के लिए डार्क चॉकलेट कोको, टमाटर का जूस जैसे ड्रिंक्स का सेवन करना चाहिए।डार्क चॉकलेट कोकोरोजाना एक कप हॉट चॉकलेट का सेवन स्ट्रोक एवं मानसिक खतरे को कम कर सकता है। डार्क चॉकलेट के अलावा चाय में भी भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, और हर रोज एक कप
उदर विकार नाशक चूर्ण आज की वीडियो में यह बताएंगे कि उदर विकार नाशक चूर्ण कैसे बनाएं।यदि अभी तक आपने हमारे चैनल को सबस्क्राईब नहीं किया है तो अवश्य करें और नयी ज्ञान वर्धक, प्रेरणास्पद् और मनोरंजक वीडियो की जानकारी पाएं।Share, Support
जिस तरह ईंधन खत्म हो जाने पर बाइक चलते-चलते रुक जाती है ठीक उसी तरह भोजन ना मिलने पर हमारा शरीर भी काम करना बंद कर देता है। हमारे बुजुर्ग भी हमें समझाते आए हैं कि हमेशा शुद्ध और सात्विक भोजन ही करना चाहिए। इसके लिए वो कभी-कभी फलों और सब्जियों का उपयोग करने का सुझाव भी देत
फिल्मी सितारों को भी होता है ऐसे बैठने का शौक।चलना-फिरना हो या उठना-बैठना हम लोगों के लिए तो यह रोज का काम है। फिर भी हम इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं कि आखिर हम किस तरह चलते या बैठते हैं। यही कारण है कि घंटों तक ऑफिस में बैठे रहने से तोंद निकलना और कमर दर्द जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। हालांकि हम अक
अमां सुनो. पसीना बहा-बहा कर परेशान हो गए हो? और हो जाओ. लेकिन फैट कम नहीं होगा. जिम इंस्ट्रक्टर के कहने पर रोज़ 10 मिनट ट्रेडमिल पर दौड़ते हो. 20 मिनट साइकलिंग और 10 मिनट क्रॉस-ट्रेनर भी? जिम के बाद जब पसीने से तर-बतर होते होंगे तो बड़ी ख़ुशी मिलती होगी न? लगता होगा वाह,
अकसर कुछ देर आराम करने के बाद जब उठते हैं तो पता चलता है कि पैर सो गया. कभी-कभी ऐसा हाथों के साथ भी होता है. बहुत देर तक आलती-पालती मारकर बैठने से पैर में झनझनाहट शुरू हो जाती है. ऐसी फ़ीलिंग आती है जैसे पैर है ही नहीं या उस पर कई सूइयां चुभोई जा रही हैं. कितना भी मार लो,
लंदन (एजेंसी)। यदि आपका बच्चा रोजाना तीन घंटे से ज्यादा समय टीवी देखने और वीडियो गेम खेलने में बिताता है तो सावधान हो जाइए। एक अध्ययन में पाया गया है कि इससे बच्चों में डायबिटीज का खतरा ब़़ढ जाता है। ऐसे बच्चों में वसा की मात्रा ब़़ढती है और इंसुलिन प्रतिरोध की क्षमता घटती है। ब्रिटेन की सेंट जॉर्ज
होठों का प्राकृतिक रंग बरकरार रखना भी एक बड़ी चुनौती है। बढ़ती उम्र के साथ कई कारणों से हमारे होठों का रंग काला होता जाता है। अधिकांश महिलाएं लिपस्टिक लगाकर अपने होठों के कालेपन को ढंक लेती हैं, लेकिन बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें लिपस्टिक लगाना बिल्कुल पसंद नहीं। ऐसे लोगों
नाखून न केवल बाहरी चोटों से नाखून को बचाते हैं बल्कि यह हाथों और पैरों की सुंदरता बढ़ाने में भी अपना योगदान देते हैं। नाखून एक प्रकार के पोषक तत्व से बने होते हैं जो हमारे बालों और त्वचा में पाये जाते हैं। इस पोषक तत्व का नाम कैरटिन है। शरीर में पोषक तत्वों की भारी कमी की
हमारे समाज में आज भी कई ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर खुलकर बात नहीं की जाती। इनमें 'सेक्स' और इससे जुड़ी बातें शामिल हैं। अब आप 'कंडोम्स' का ही उदाहरण लीजिए। हम कब कंडोम्स के तथ्यों या उपयोग को लेकर खुले तौर पर बातचीत करते हैं। अनचाहे गर्भ से बचने के लिए कई तरह के तरीके अपनाए जा
दूध से सेहत बनती है, इसलिए बचपन से पिलाया जा रहा है। अब कहते हैं, दूध पियो डूड बनो। डोले-शोले बनाओ। पर्सनैलिटी बनाओ, लेकिन अगर दूध से ज्यादा अल्कोहल पीने से सेहत बन जाए तो। जी, हाल ही में कुछ स्वास्थ्य से जुड़े वैज्ञानिक आंकड़ों में यह बात सामने आई है। इसमें पाया गया है क
आंखें हमारे शरीर का वो हिस्सा हैं, जो सेंट्रल नर्वस सिस्टम से कनेक्टिड है। हमारी बॉडी को अगर कुछ होता है, तो उसका नेगेटिव असर आंखों पर भी पड़ सकता है। जब आप शीशे में खुद को देखते हैं, और आपको आंखों में कुछ अजीब दिखता है, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें, क्योंकि कई बार हम समझ नहीं पाते कि क्या हुआ है और परे
आधुनिक जीवन शैली की तेज रफ्तार एवं भागदौड़ भरी जिंदगी में सेहत का विषय बहुत पीछे रह गया है और नतीजा यह निकला की आज हम युवावस्था में ही ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, ह्रदय रोग, कोलेस्ट्रोल, मोटापा, गठिया, थायरॉइड जैसे रोगों से पीड़ित होने लगे हैं जो कि पहले प्रोढ़ावस्था एवं व्रद्धावस्था में होते थे और इसकी सबस
ग्रीन टी आजकल अधिक वजन की समस्या से जुझ रहे लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। टी बैग़्स में मिलने के बाद तो ग्रीन टी और भी ज्यादा लोकप्रिय हो गई है। कई लोग तो वजन कम करने के लिए इसको जादू की छड़ी भी मानने लगे हैं। इसमें मौजूद तत्व जैसे “एल-थ
हमारे शरीर में इंफेक्शन से होने वाली बीमारियों से लड़ने के लिए प्रकृति ने एक सिस्टम बनाया है जिसे रोग प्रतिरोध तंत्र (इम्यून सिस्टम,immune system) कहते हैं. जब भी कोई बैक्टीरिया या वायरस हमारे शरीर में पहली बार प्रवेश करता है तो इस इम्यून सिस्टम की कोशिकाएं (cells) उसको पहचान कर उसके खिलाफ एंटीबॉडी
दर्द की दवाएं ( Pain killers )बीमारी के जितने भी लक्षण हैं उनमें से सबसे अधिक पाए जाने वाला लक्षण है दर्द. शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जिसने कभी दर्द अनुभव न किया हो. सर दर्द, दांत दर्द, कान व गले का दर्द, पेट दर्द, चोट का दर्द, बुखार आदि में होने वाला शरीर का दर्द इत्यादि ऐसे दर्द हैं जो कम समय
देश की आधे से ज्यादा जनता कोल्डड्रिंक्स पर टिकी है। खासकर इसे पीने का मजा गर्मी में आता है जब भरी धूप में चिल्ड कोल्डड्रिंक पीने को मिल जाए। पूरे देश में कोका-कोला, पेप्सी, ड्यू, फैंटा और लिम्बा धड़ल्ले से बि