अमां सुनो. पसीना बहा-बहा कर परेशान हो गए हो? और हो जाओ. लेकिन फैट कम नहीं होगा. जिम इंस्ट्रक्टर के कहने पर रोज़ 10 मिनट ट्रेडमिल पर दौड़ते हो. 20 मिनट साइकलिंग और 10 मिनट क्रॉस-ट्रेनर भी? जिम के बाद जब पसीने से तर-बतर होते होंगे तो बड़ी ख़ुशी मिलती होगी न? लगता होगा वाह, पसीने के साथ फैट भी निकल गया. अइसा कुछ नहीं होता. पूरी बात जान लो.
तो पसीने का मतलब क्या है?
पसीना हमारी बॉडी का टेम्प्रेचर कंट्रोल करता है. अगर आपको बहुत पसीना आ रहा है, तो इसका मतलब है कि आपकी बॉडी गरम हो गई है और उसे नॉर्मल होने की ज़रूरत है. यानी बैक टू 98.6 फॉरेनहाइट पर, जो नॉर्मल टेम्प्रेचर होता है. पसीना न निकले तो बॉडी का टेम्प्रेचर कई बार बढ़ जाता है. इसलिए कई बार बुखार आने पर पसीना आना सही समझा जाता है.
जो लोग रोज़ एक्सरसाइज करते हैं और ठीक तरह से खाते हैं, उन्हें ज़्यादा पसीना होता है. कुछ ही समय पहले एक्सरसाइज शुरू करने वाले लोगों को कम पसीना होता है. लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज की डायटीशियनडॉ. संध्या बताती हैं कि एक्सरसाइज से कैलोरी बर्न होती है और कैलोरी बर्न करने के लिए एनर्जी चाहिए होती है. बॉडी ये एनर्जी फैट से लेती है. लेकिन जैसे ही हम दोबारा खाना खाते हैं वो फैट फिर बन जाता है. कई बार दुबले-पतले लोगों में भी फैट ज़्यादा होता है. फैट कम करने के लिए डॉक्टर फाइबर लेने की सलाह देते हैं. जो गेहूं, हरी सब्जियों, फलों और ओट्स में होता है. सलाह ये भी है कि फैट कम करने के लिए शुगर कम लेनी चाहिए. तो समझ गए न कि हर बार जब आप पसीना बहाते हो तो वज़न कम होता है. फैट नहीं.
अब फैट लॉस क्या बला है?
पूरे शरीर का ‘पोस्टमॉर्टम’ करोगे तो तुम्हें तीन तरह के फैट मिलेंगे.
1. सब्क्यूटेनियस- जो स्किन के नीचे होता है.
2. विसरल- ये शरीर के खोखले हिस्से में छिपा होता है.
3. इंट्रामस्कुलर- ये मसल्स में होता है.
ये समझ लो कि अगर ध्यान न दिया तो यही तीन नाम यानी यही फैट आपकी बैंड बजा सकता है. ठीक तरह से न खाने पर कई बार ये तीनों फैट हमारी बॉडी को नुकसान पहुंचा सकते हैं. जो हम खाते हैं, उसका हमारे शरीर में ठीक तरह से लगना बहुत ज़रूरी है. फैट कम करने के लिए हमें सही ट्रेनिंग की ज़रूरत होती है.
हम में से कई यही समझते हैं कि ख़ूब पसीना निकालो तो बॉडी स्लिम हो जाएगी. कई लोग जॉगिंग पर जाने के लिए मोटे कपड़े पहनते हैं कि और पसीना निकले. एसी-पंखा बंद करके जिम में वर्कआउट करते हैं कि पसीना आए. लेकिन भाइयो-बहनो पहले फैट और वज़न में अंतर जान लो. फिर निकलो फैट कम करने.
लेकिन फायदा तो है पसीना निकलने से
डॉक्टर संध्या कहती हैं कि ऐसा नहीं कि पसीना निकलना एकदम ही बेकार है. इसके कई फायदे भी हैं. बॉडी से पसीना निकलता है तो कई बुरी-बुरी चीज़ें भी बाहर निकलती हैं. साथ ही…
1. स्किन में ग्लो आता है. क्योंकि पसीने के साथ शरीर से सोडियम, यूरिया, नाइट्रोजन और अमोनिया का बेकार हिस्सा निकलता है. और स्किन साफ़ हो जाती है.
2. कैलोरी बर्न होती है और इससे वज़न घटता है. हर बार पसीना निकलने से ऐसा नहीं होता. बल्कि जब हम एक्सरसाइज करके पसीना बहाते हैं तब ही कैलोरी बर्न होती है और वज़न कम होता है.
3. गुर्दे की पथरी में राहत मिलती है. वो यूं कि पसीना निकलेगा तो प्यास लगेगी. और जितना पानी पिएंगे पथरी में उतनी राहत मिलेगी.
4. ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक रहता है. क्योंकि जब टेम्प्रेचर ठीक रहता है तो भूख-प्यास का मामला भी फिट रहता है और इससे ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है.
साभार: द लल्लनटॉप