ग्रीन टी आजकल अधिक वजन की समस्या से जुझ रहे लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। टी बैग़्स में मिलने के बाद तो ग्रीन टी और भी ज्यादा लोकप्रिय हो गई है। कई लोग तो वजन कम करने के लिए इसको जादू की छड़ी भी मानने लगे हैं। इसमें मौजूद तत्व जैसे “एल-थियानाइन” और पॉलीफिनोल के कारण वजन करने में यह काफी मददगार हो जाता है।
लेकिन ग्रीन टी का अगर अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो यह नुकसानदायक भी हो सकता है। आइए जानें किस तरह से ग्रीन टी आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है।
ग्रीन टी के साइड इफ्केट्स
अनिद्रा की समस्या
ग्रीन टी में कैफीन होती है जिसके कारण अगर आप एक तय सीमा से अधिक ग्रीन टी पीते हैं तो आपको अनिद्रा या सर दर्द की शिकायत हो सकती है। कैफीन की अधिक मात्रा के कारण दिल की धड़कने अनियमित हो सकती है, सीने में जलन आदि भी हो सकता है। हालांकि ग्रीन टी में कॉफी से काफी कम मात्रा में कैफीन होती है।
गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं
ग्रीन टी को गर्भवती महिलाओं के लिए कभी सुरक्षित नहीं माना जाता है। इसमें मौजुद कैफीन के कारण गर्भ को नुकसान हो सकता है। कई रिसर्च में यह भी पाया गया है कि इसके कारण मिसकैरीज यानि गर्भपात होने की समस्या भी हो सकती है। स्तनपान कराने वाली या गर्भवती महिलाओं को भी ग्रीन टी ना पीने की सलाह दी जाती है।
शरीर में आयरन की कमी
अधिक मात्रा में ग्रीन टी पीने से शरीर में आयरन की कमी भी हो सकती है। दरअसल इसमें टैनीन नामक तत्व होता है जो खाने से आयरन को प्राप्त करने की प्रकिया को कम कर देता है। इससे अनिमिया होने की समस्या हो सकती है। इसके कारण पेट से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।
सेक्स लाइफ और प्रोडेक्टिविटी पर असर
सुनने में थोड़ा अजीब लगे लेकिन कोलकाता में हुए एक रिसर्च से यह पता चला है कि अधिक मात्रा में ग्रीन टी का इस्तेमाल करने से मेल हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन के लेवल में कमी आती है। यह एक गंभीर समस्या पैदा कर सकती है।
ग्रीन टी पीने का सही तरीका क्या है?
ग्रीन टी दिन में तीन से चार बार ही पीनी चाहिए। साथ ही ग्रीन टी को खाली पेट नहीं पीना चाहिए। खाने के तुरंत बाद भी इसे नहीं पीना चाहिए। अगर दिन में तीन कप से ज्यादा ग्रीन टी पी रहें है तो पानी भी उसी हिसाब से अधिक पीनी चाहिए। अगर शरीर में आयरन की कमी है तो ग्रीन टी नहीं पीनी चाहिए। अगर ग्रीन टी पीने से गैस की समस्या हो तो उसमें दूध मिलाकर पीना चाहिए।