फिल्मी सितारों को भी होता है ऐसे बैठने का शौक।
चलना-फिरना हो या उठना-बैठना हम लोगों के लिए तो यह रोज का काम है। फिर भी हम इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं कि आखिर हम किस तरह चलते या बैठते हैं। यही कारण है कि घंटों तक ऑफिस में बैठे रहने से तोंद निकलना और कमर दर्द जैसी समस्याएं आम हो गई हैं।
हालांकि हम अक्सर ही सुनते रहते हैं कि घंटों तक कुर्सी पर बैठे रहना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक होता है। यह भी सुनने में आता है कि गलत तरीके से बैठना कई बीमारियों को न्योता देना है।
लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि पैर पर पैर रखकर बैठना भी सही नहीं होता है। इससे भी कई तरह की बीमारियों की आशंका पैदा होती है। बैठने से पहले तरीके का ख्याल रख लिया जाए तो कई तरह की मुसीबत से बचा जा सकता है।
आज हम गलत बैठने से होने वाले ऐसे ही कुछ नुकसानों के बारे में बात करने वाले हैं।
प्रचलित है यह पोश्चर
इस तरह पैर पर पैर रखकर बैठना बहुत ही आम बात है। सेलिब्रिटीज तो किसी भी तरह के इवेंट्स में इसी पोश्चर को पसंद करते हैं। तथ्य बताते हैं कि आमतौर पर लोग दाएं पैर को बाएं पैर पर रखकर बैठना पसंद करते हैं। पहले बात पोश्चर से होने वाली दिक्कतों के बारे में।
पहली समस्या
क्रॉस्ड लेग्स पोजीशन में बैठने से होने वाली समस्याओं में सबसे पहली समस्या ब्लड प्रेशर की समस्या है। आजकल दिनचर्या और तनाव की वजह से वैसे भी युवाओं में ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ रही है। ऐसे में इस तरह बैठना दिक्कत और बढ़ा सकता है।
इस स्थिति में अधिक खतरा
कई स्टडीज में ये बात सामने आई है कि इस तरह बैठने से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इसमें ध्यान देने वाली बात यह है कि जिन लोगों में ब्लड प्रेशर की समस्या होती है, उनके ऐसे बैठने पर ब्लड प्रेशर में अधिक वृद्धि देखने को मिलती है।
आइए अब समझते है, ब्लड प्रेशर बढ़ता कैसे हैं।
पहली संभावित वजह
इस तरह बैठने से ब्लड प्रेशर बढ़ने का पहला कारण यह हो सकता है कि जब हम एक घुटने के ऊपर दूसरा घुटना रखकर बैठते हैं तो पैरों से फेफड़ों में अधिक रक्त प्रवाहित होता है। इस वजह से हृदय को भी अधिक मात्रा में ब्लड को पंप करना पड़ता है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।
दूसरी संभावित वजह
दूसरा यह होता है कि इस पोश्चर में बैठने से नसें भी दब जाती हैं। खून के बहाव में बाधा उत्पन्न होती है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। हालांकि नीदरलैण्ड में की गई एक स्टडी में यह निकलकर सामने आया कि 'पहली संभावित वजह' ही असल में ब्लड प्रेशर को बढ़ाती है।
इस पोजीशन में बैठने से होने वाली अगली समस्या मौत की वजह भी बन सकती है।
स्थायी नहीं है यह
दूसरी समस्या पर बात करने से पहले बता दे कि 'क्रॉस्ड लेग्स' पोजीशन में बैठने से ब्लड प्रेशर का बढ़ना तब तक ही होता है, जब तक आप इस पोजीशन में बैठे हैं। पोजीशन बदलने पर ब्लड प्रेशर नार्मल हो जाता है।
हो सकती है यह गंभीर समस्या
जिन लोगों में ब्लड क्लॉटिंग की दिक्कत होती है, उनके लिए लम्बे समय तक इस तरह बैठना वर्जित माना जाता है। कारण कि ऐसा करने से उन्हें 'deep vein thrombosis' का खतरा होता है। इस बीमारी में नसों में खून के थक्के जम जाते हैं, जिसके कई गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
अब करते हैं एक अन्य समस्या पर बात।
वैरिकोज वेन्स की समस्या
जब रक्त को गलत दिशा में बहने से रोकने वाले वॉल्व्स डैमेज हो जाते हैं तो रक्त गलत दिशा में बहने लगता है। इससे नसें फूलने लगती है। इस स्थिति को 'वैरिकोज वेन्स' कहते हैं। कुछ स्टडीज में दावा किया गया है कि 'लेग्स को क्रॉस करके बैठने से यह समस्या उत्पन्न होती है। हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में इसका खंडन भी किया गया है।
बिगड़ता है पोश्चर
यह है फायदा
एक अन्य स्टडी के अनुसार क्रॉस लेग्स पोज में बैठने से परिफोर्मिस मसल (रीढ़ की हड्डी और जांघों के बीच की मांसपेशी, जिससे पैर आगे बढ़ता है और हिप्स मूव करते हैं) की वृद्धि होती है। इस वजह से पेल्विक जॉइंट्स स्टेबल होते हैं।
इन सभी बिंदुओं को एक लाइन में कहा जाए तो इस तरह बैठने से कुछ ही स्थितियों में गंभीर समस्या हो सकती है। यदि आप इस पोज में बैठना पसंद करते हैं तो कोई चिंता की बात नहीं है। बाकी अधिक देर एक ही पोज में बैठे रहना वैसे भी नुकसानदायक होता ही है।