17 अप्रैल 2015
2 फ़ॉलोअर्स
मैं चेनारी रोहतास बिहार का रहने वाली हूँ। बी०एसी०की छात्रा हूँ मेरी रूचि साहित्यिक रचनाओं को पढने के साथ-साथ लेखन क्षेत्र में भी है,मन में उठे भाव को शब्दों के माध्यम से जोड़कर लोगों के सामने बिखेरना ही मेरा काम है।D
जी ईश्वर पर ही ये कविता समर्पित है
20 अप्रैल 2015
ईश्वर ही है शायद जिस पर ये कविता पूर्णतः समर्पित है
18 अप्रैल 2015
मेरी रचना पसंद करने क लिए धन्यबाद ओम प्रकाश जी , आपकी बातें मेरी धयान में रहेगी , और मैं जरूर माँ , देश प्रेम आदि पैर लिखूंगी ............
18 अप्रैल 2015
निवेदिता जी, नि:संदेह आपकी लेखनी में अभिव्यक्ति की क्षमता परिलक्षित होती है. ऐसा प्रतीत होता है कि यदि आप 'देश प्रेम', 'माँ', 'मनुष्य', 'ईश्वर' आदि विषयों पर तुलनात्मक रूप से बेहतर लिख सकती हैं. प्रयत्न करिए, हम आशा करते हैं कि 'शब्दनगरी' से जुड़े अनेक पाठक आपके लेख पसंद करेंगे. धन्यवाद !
17 अप्रैल 2015