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-व्यंग

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तीन पहर तो बीत गये,बस एक पहर ही बाकी है।जीवन हाथों से फि जयसल गया,बस खाली मुट्ठी बाकी है।सब कुछ पाया इस जीवन में,फिर भी इच्छाएं बाकी हैं*दुनिया से हमने क्या पाया,यह लेखा - जोखा बहुत हुआ,इस जग ने हमसे

    भारतीय सभ्यता के नाम..    हमारे द्वारा ही हमारी      भारतीय सभ्यता का साथ छूट रहा हैगाय हमारी  काऊ बन गयी,           &nbs

मैं तुमसे बेहतर लिखता हूं     पर जज़्बात तुम्हारे अच्छे हैंमैं तुमसे बेहतर दिखता हूं      पर अदा तुम्हारी अच्छी हैमैं खुश हरदम रहता हूं     पर मुस्कान तुम्

😳🥵-- ब्रेकिंग न्यूज़ ---🥵😜🥵😳नींबू महंगे होने से भूत, प्रेत, चुड़ैल और भटकती आत्माओं में खुशी, हर्षोउल्लास का माहौल🥵😜

पुलिस के डण्डे से डर नहीं लगता साहब, मीडिया के डण्डे से डर लगता है जो वो मुँह में घुसेड़ के पूछते हैं,"आपको कैसा लग रहा है ?" छपरा में बाढ़ आई हुई थी। एक बाप अपनी बच्ची को बचाने के लिए नदी में कूदने वाल

अजी, पूछिए ही मत । दिल ने न जाने कितने अरमां पाले हैं मगर भाग्य के खेल निराले हैं । भाग्य से मां बाप, भाई बहन मिले । भाग्य से ही पत्नी मिली । अब ये ना कहना कि पत्नी तो हमने लालटेन की रोशनी में चप्पा च

कैला मैया का मंदिर राजस्थान के करौली जिले में जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर है । मान्यता है कि यह मंदिर मां अंबे का ही है । वैसे तो जितने भी देवी के मंदिर हैं, वे सभी मां अंबे, गौरी, शारदे को

सखि, इंटरनेट किस तरह आदमी की जिंदगी बन गया है , यह मुझे कल पता चला । हुआ यूं कि कल दुर्गाष्टमी थी । हम लोग दुर्गाष्टमी की पूजा करते हैं । तो कल भी पूजा करनी थी । सुबह जैसे है मैं जगा, श्रीमत

सखि, आज तो मन बड़ा व्याकुल हो रहा है । छमिया भाभी के दर्शन नहीं हुए हैं ना आज । जब तक उनके दर्शन नहीं होते, दिन की शुरुआत ही नहीं होती है हमारी । तो आज की पैरोडी छमिया भाभी के ही नाम करते हैं । दर

श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ समाप्त कर मैं अल्पाहार हेतु डाइनिंग टेबल पर आ गया । श्रीमती जी अल्पाहार तैयार कर रहीं थीं। मैंने अपना टीवी ऑन कर समाचार चैनल लगा दिया । समाचारों में  मदिरा की दुकानों पर ल

वो स्वयं को लोकतंत्र का पुरोधा बताये बैठे हैं  और दशकों से पार्टी पर कब्जा जमाये बैठे हैं  कहते हैं कि सेक्युलरिज्म उनकी रग रग में है खास समुदाय पर मेहरबानियां लुटाये बैठे हैं  अभिव्यक्

आज प्रतिलिपि सखि कहीं नजर नहीं आ रही थीं । पिछले दो साल से हम लोग आपस में जुड़े हुए हैं । सुख दुख में एक दूसरे से बतियाते रहते हैं । कभी दिल का गुबार निकाल लेते हैं तो कभी खुशियां आपस में बांट लेते हैं

मोदी शरणम गच्छामि                                                    &

यक्ष प्रश्न महाभारत में पांडवों के 12 वर्ष के वनवास के समय एक सरोवर में पानी पीने से पहले यक्ष द्वारा पूछे गए प्रश्न सर्वविदित हैं । ये प्रश्र देश , काल से परे हैं । जीवन मूल्यों से संबंधित प्रश्न

मैंने कल जो कहा था वह आज सच हो गया है । मेरा भविष्यवक्ता का रूप भी अब स्थापित हो गया है । कल "वीर रस" की "टांग खिचाई" करते करते कह दिया था कि अभी तो और "रसों" को "निचोड़ने" का अवसर भी मिलेगा ।पर यह अवस

"फितरत" होती है कुछ लोगों की ऐसी ही फितरत मिल जाए माइक तो निकालेंगे ज़िंदगी भर की हसरत जब माइक पर आता है कोई नया वक्ता बड़े ध्यान से सुनते हैं उसको सारे श्रोता कुछ देर तक रहता है माइक उसके ह

हे श्याम सुंदर .." तुझे देखकर श्याम हमारा "     " मन वश में क्यूँ कर होगा "" तेरी प्रतिमा इतनी सुन्दर "     " तु कितना सुन्दर होगा ".......हे मेरे श्याम............." तुझ

फरमान जारी हुआ है ।घर में रहो, सुरक्षित रहोलेकिन कुछ जगह यह लागू नहीं होता।जहां पे लागू होता है वहां पर कोरोना काबू नहीं होता।दिल्ली,महाराष्ट्र,गुजरात का ना पूछो हालइन शहरों का करोना ने बांध दिया है च

फरमान जारी हुआ है ।घर में रहो, सुरक्षित रहोलेकिन कुछ जगह यह लागू नहीं होता।जहां पे लागू होता है वहां पर कोरोना काबू नहीं होता।दिल्ली,महाराष्ट्र,गुजरात का ना पूछो हालइन शहरों का करोना ने बांध दिया है च

ये क्या हो रहा है प्रतिलिपि जी , आप तो उंगली पकड़ते पकड़ते पहुंचा ही पकड़ने लगीं ? हमारी सारी पोल पट्टी खुलवा के ही मानोगी क्या ? और वो भी सबके सामने ? अब क्या है कि आपकी तो इज्जत है या नहीं , पता नहीं ?

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