*✍️गुस्से में आप खुद को*
*भी नहीं संभाल सकते*
*लेकिन प्रेम से आप पूरी*
*दुनिया को संभाल सकते हो..!!*
*✍️ईश्वर कितनी सुन्दरता से*
*हमारे जीवन में एक और*
*दिन की वृद्धि करते रहते हैं,*
*केवल इसलिए नहीं कि*
*आपको इसकी जरूरत है*
*बल्कि किसी अन्य को भी*
*प्रतिदिन आपकी जरूरत है..!!*
*✍️यक़ीन करना सीखो..*
*शक तो सारी दुनिया*
*करती है..!*
. *जिन्दगी जब देती है,*
*तो एहसान नहीं करती*
*और जब लेती है तो,*
*लिहाज नहीं करती*
*दुनिया में दो ‘पौधे’ ऐसे हैं*
*जो कभी मुरझाते नहीं*
*और*
*अगर जो मुरझा गए तो*
*उसका कोई इलाज नहीं!*
*पहला –* *‘नि:स्वार्थ प्रेम’*
*और*
*दूसरा –* *‘अटूट विश्वास’..!!*
*✍️जिंदगी का कैल्कुलेशन*
*बहुत बार किया!*
*लेकिन, "सुख-दुःख" का*
*ऐकांउट" कभी समझा ही नहीं!*
*जब टोटल किया तो समझ आया!*
*"कर्मो" के सिवा*
*कुछ भी बैलेंस रहता नहीं..!!*
*✍️अगर "ऊपर वाले" के साथ*
*आपके सम्बन्ध मजबूत हैं..!!*
*तो "धरती वाले" आपका*
*कुछ नहीं बिगाड़ सकते है...!!*
*परमात्मा की तस्वीर लगाओ*
*मन के "कक्ष" में*
*फ़िर सारे फैसले होंगें*
*आपके "पक्ष" में..!!*