*जो “प्राप्त” है वो ही “पर्याप्त” है ।*
*इन दो शब्दों में सुख बेहिसाब हैं।।*
*जो इंसान “खुद” के लिये जीता है।*
*उसका एक दिन “मरण” होता है।*
*पर जो इंसान”दूसरों”के लिये जीता है।*
*उसका हमेशा “स्मरण” होता है।*
*"कोशिश"*
*आखिरी सांस तक करनी चाहिए,*
*या तो "लक्ष्य" हासिल होगा*
*या "अनुभव"*
*"चीजें दोनों ही अच्छी है।"*
*सबसे तेज वही चलता है।*
*जो अकेला चलता है।*
*लेकिन*
*दूर तक वही जाता है जो*
*सबको साथ लेकर चलता है।*
*"कोशिश करे कि जिँदगी का हर लम्हा अपनी तरफ से हर किसी के साथ अच्छे से गुजरे*
*.....क्योकि, जिन्दगी नहीं रहती पर अच्छी यादें हमेशा जिन्दा रहती हैं......*