*✍छोटी मगर बहुत बड़ी बात*
" *पानी* अपना पूरा जीवन
देकर पेड़ को बड़ा करता हैं,
इसलिए शायद पानी *लकड़ी*
को कभी डूबने नहीं देता।"
*माँ- बाप का भी कुछ ऐसा ही सिद्धांत हैं..!!*
*✍पेड़ के नीचे रखी भगवान की टूटी मूर्ति को देख कर समझ आया,*
*कि..*
*परिस्थिति चाहे कैसी भी हो,*
*पर कभी ख़ुद को*
*टूटने नही देना..*
*वर्ना ये दुनिया*
*जब टूटने पर भगवान को*
*घर से निकाल सकती है*
*तो फिर हमारी तो*
*औकात ही क्या है..!!*
*✍जीवन चाय बनाने जैसा है!*
*सबसे पहले अपने अहम् को उबालिये।*
*अपनी चिंताओं को..*
*भाप बना कर उड़ा दीजिये*
*अपने दुखों को घुल जाने दीजिय!*
*फिर अपनी गलतियों को छान लीजिये!*
*अब बस,खुशियों का स्वाद लीजिये..!!*
*✍बगैर लक्ष्य के हमारा जीवन,*
*बिना पता लिखे लिफाफे की तरह है,*
*जो किसी मुकाम पर नहीं पहुँचता!!*
*यह तय कीजिये अपना लक्ष्य क्या है..
*✍बुद्धिमान व्यक्ति कई बार, जवाब होते* *हुए भी, पलट कर नहीं बोलते क्योंकि*
*"कई बार रिश्तो को जिताने के लिए"*
*खामोश रहकर,हारना भी जरूरी होता है..!!*