24 नवम्बर 2021
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D
Bahut sundar
Thanks 🙏🙏
<div> सत्य है कि लोहे से ही लोहे को काटा जा सकता है और पत्थर से ही पत्थर को तोडा जा सकता है। मग
*(सुंदर लाइन,)*<div><br></div><div><br></div><div>*जहाँ सूर्य की किरण है,*</div><div> &
<div><br></div><div>*इंसान के परिचय की शुरुआत*</div><div>*भले ही उसके चेहरे से होती होगी*</div><div>
<div> *शब्दों* का भी *तापमान* होता है,</div><div> ये *सुकुन* भी देते हैं और
<div><br></div><div>*जिन्दगी वही है जो हम आज जी लेते है*</div><div>*कल हम जो जीयेंगे वो उम्मीद होगी*
<div><br></div><div>*अपनो से "दूरियाँ" धुंए की तरह है..जितनी बढाएंगे,उतनी घुटन होगी....*</div><div><
<div>*✍छोटी मगर बहुत बड़ी बात*</div><div><br></div><div>" *पानी* अपना पूरा जीवन </div><div>देकर
*मूर्ख से बहस करना गाल पर बैठे मच्छर को मारने जैसा है। मच्छर मरे या न मरे पर आपको थप्पड़ जरुर लगेगा।
<div>*"ताक़त" और "पैसा" "ज़िन्दगी" के फल हैं....*</div><div>*परिवार और मित्र जिन्दगी की जड़ हैं,*</
*दान भी दुःख और भोग का कारण बन सकता हैं।*<div><br></div><div>*दान देने से पहले जरा सोच लें ?*<
<div> *चिंता से चतुराई घटे,*</div><div> *घटे रूप और ज्ञान ।*<
<div><br></div><div>*ध्यान का अर्थ है* *भीतर से मुस्कुराना*</div><div>*और* *सेवा का अर्थ है* </
<div><br></div><div> *सीमा* </div><div><br></div><div> *अपनी ताकत को हद बताकर रखिए,*&
<br><div> </div><div><br></div><div>*मन ऐसा रखो कि*</d
*जहां पेड़ और पानी एक साथ हो* <div> &nbs
*झुक जाते हैं जो लोग आपके लिए*<div> *किसी भी हद तक..*</div><div>*वह
<br><div><br></div><div>*स्वयं-विचार-करे.li*</div><div><br></div><div>*प्रसन्नता.li कोई आपको नहीं दे
<div><br></div><div>*ह्रदय कैसे चल रहा है*</div><div>*यह तो डाक्टर बता देंगे*</div><div>*परन्तु ह्रद
*मन और पानी*<div><br></div><div> *मन* *भी* *पानी* *ज
<br><div><br></div><div> *जीवन एक वृक्ष है, संस्कार इसमें दिया जाने वाला ख
*दर्द दो तरह के होते हैं*<div><br></div><div>*एक आपको तकलीफ देता है*</div><div>*एक आपको बदल देता है*
<div>*जीवन बहुत छोटा है, उसे जियो. प्रेम दुर्लभ है, उसे पकड़ कर रखो. क्रोध बहुत खराब है, उसे दबा कर र
<div>*जब आप परेशान होते हो तो खुद को मन से कमजोर महसूस करते हो,*</div><div><br></div><div>*जब आप परे
अनमोल वचन<div><br><div> *यदि फूल को भगवान के गले की*</div><div> &nbs
<div><br></div><div> *हर असफलता के बाद हमें दुगनी क्रियाशीलता के साथ आगे
<div> *" चिंता और चिता "*</div><div> &n
<br><div><br></div><div>*मेहनत लगती है*</div><div> *सपनो को सच बना
*रिश्ते खून के नहीं विश्वास के होते हैं,*<div>*अगर विश्वास हो तो*</div><div>*पराये भी अपने हो
<div> *यादों के पन्नो से भरी है जिंदगी* !!</div><div><br></div><div>*सुख और दुःख कि पहेली है जि
<div>*जीवन में परेशानिया चाहे जितनी भी हों, चिंता करने से और बड़ी हो जाती हैं, खामोश होन
<br><div> <span style="font-size: 1em;">मानवीय गुणों
<div><span style="font-size: 16px;">*धीरे-धीरे एक एक शब्द पढियेगा, हर एक वाक्य में कितना
<br><div><br></div><div> *"अनीतिपूर्वक सफलता पाकर लोक-परलोक, आत्म-संतोष,
<div><br></div><div> *भोजन और दवा खुद को ही लेनी पड़ती हैं ऐसे अपना
*सुख व्यक्ति के अहंकार की परीक्षा लेता है और दुख व्यक्ति के धैर्य की परीक्षा लेता है। दोनों पर
सुविचार<div><span style="font-size: 1em;"> &n
<div>*"परमात्मा" सभी को*</div><div>*एक ही मिट्टी से बनाता है..!*</div><div> *फर्क इतना है कि...
<div><br></div><div>*सेवा और त्याग दैवीय गुण अवश्य हैं मगर सेवा और त्याग का अभिमान ही जीवन का सबसे ब
*"सफलता" भी फीकी लगती है, यदि कोई "बधाई देने वाला" नहीं हो।*<div>*और "विफलता" भी सुन्दर लगती है, जब
अनमोल वचन*<div><br></div><div> *यदि फूल को भगवान के गले की*</div><div> &nb
<div>*✍️जिस दिन हम ये समझ जायेंगे कि*</div><div> *सामने वाला गलत नहीं है सिर्फ*</
<br><div>*रोज़ लड़ो* और </div><div>चाहे *खूब झगड़ा* करो</div><div>पर *परिवार* से </div><div>*
<div><br></div><div> *कौन किसी से क्या लेता है,* </div><div>*कौन किसी को क्या देत
<div> </div><div> *आपके जीवन में केवल दो ही वास्तविक ध
<div><br></div><div> *वस्तुएं "बल" से छ
*॥ तृष्णा जो कभी तृप्त नही होती ॥*<div><br></div><div>अहंकार कभी ना करे, इसका छोटा सा कंकर भी मुहं म
<div><br></div><div>*कर्मोंं की ध्वनि शब्दों की ध्वनि से* </div><div>*अधिक ऊंची होती है*</div><
<br><div><br></div><div><br></div><div><br></div><div>*देश में "राजा"*</div><div> *समाज
✍✍✍<div><br></div><div> *कभी ये ना सोचे*</div><div> &n
* चिंतन*<div><br></div><div>*वक्त बदलता नहीं, इंसान बदल जाते है। बंद आँखों से तो अंधेरे ही नजर आते ह
<div><br></div><div><br></div><div>*चींटी से मेहनत सीखिए*</div><div>*बगुले से तरकीब*</div><div>*और*<
<div>*दर्द दो तरह के होते हैं*</div><div>*एक आपको तकलीफ देता है, और एक आपको बदल देता है, किसी भी लक्
<br><div> *मर्यादा रखनी जरूरी है...*</div><div><br></div><div>*जब पैसे की कमी हो तब खर्चा में.
*''इंसान ने वक़्त से पूछा...*<div> *"मै हार क्यूं जाता हूँ ?"*</div
<br><div><br></div><div>♦️ *सबको हँसाना लेकिन*</div><div> *कभी किसी पर हसन
<div><br></div><div>*लक्ष्य जितना बड़ा होगा मार्ग भी उतना बड़ा होगा और बाधायें भी अधिक आएँगी। सामान्य
*अच्छा वक़्त उसी का होता हैं...*<div>*जो किसी का बुरा नहीं सोचते हैं...*</div><div><br></div><div>*य
<div>सत्य बोलने वाला इन्सान हमेशा निर्भय होता है; इसलिए सत्य बोलना अपना कर्तव्य होना चाहिये;...!!*</
*"विचारों" की "खूबसूरती" कहीं से भी मिले "चुरा" लो*<div>*"क्योंकि" चेहरे की खूबसूरती तो "उमर" के साथ
✍<div><br></div><div>*"मजबूर" और "मजबूत" में*</div><div> *ज्यादा "
<div>*ll पहले तोलो, फिर बोलो, ll*</div><div>*जीवन में जो "शब्द" आते हैं, और जो "शब्द" बोले जाते हैं,
<br><div><br></div><div>*“समय जिसका साथ देता है वो बड़ों बड़ों को मात देता है।"*</div><div><br></div
<div><br></div><div>*जहाँ हमारा स्वार्थ समाप्त होता है ..*</div><div>*वही से हमारी "इंसानियत" आरम्भ
<div>*तीन बातें कभी न भूलें -*</div><div> प्रतिज्ञा करके, क़र्ज़ लेकर और विश्वास देकर। - <
<div><br></div><div>विचारों को वश में रखिये,</div><div>"वो तुम्हारें शब्द बनेंगे",</div><div><br></d
<div>*सफल लोग कोई अलग काम नहीं करते, वो बस अलग तरीके से काम करते हैं।*</div><div><br></div><div>*खुद
*"ईश्वर के हर फैसले पर खुश रहो,* <div> *कयोकि ईश्वर वो नहीं देता, जो*</div><div>*आपको अच्छ
<div>*"प्रतिकूल परिस्थिति में विचलित न हों"*</div><div><br></div><div>*हमें चाहिए कि हम अपने आप को*
<div><span style="font-size: 1em;"> *"सुलझा"* हुआ *"मनुष्य"* वह है,</span><br></div><div>जो अपन
<div><br></div><div>*न संघर्ष,,, न तकलीफें,,,,*</div><div>*फिर क्या मजा है जीने में*</div><div>*तूफा
<div><br></div><div>*अगर जिंदगी को कामयाब*</div><div>*बनाना हो तो याद रखें पाँव भले ही फिसल जाये पर
*जिंदगी एक किताब है, जिसका हर पन्ना नायाब हैं!*<div>*कहीं गुजरे वक़्त से शिकायत,कहीं ख्वाइशें बेहिसाब
दालचीनी (Cinnamon) के आयुर्वेदिक व औषधीय गुण<div>दालचीनी का पौधा जितना छोटा होता हैं उसके गुण उतने ह
*इन्सान दुखी रहता है क्योंकि वह चीजों को पकड़ कर जीता है। कोई धन को पकड़ कर जीता है, कोई बीते हुए दि
* चिंतन*<div><br></div><div> *शब्दों में धार नहीं बल्कि आधार होना चाहिए। क्योंकि, जिन शब्दों मे
*संगत का फर्क*<div>पानी की एक *बून्द* गरम-तवे पर *पड़ती* है तो *मिट* जाती है..</div><div>  
*''बदलना' तय है !* <div><br></div><div> *हर चीज़ का.. इस संसार में...!* </div><
संगति का असर*<div><br></div><div>1-दस मिनट पत्नि के पास बैठिए</div><div>आप महसूस करेंगे कि जिंदगी बह
<div>*कुदरत ने सभी को*</div><div><br></div><div>*धनुष के आकार के सुन्दर होंठ दिये है...* </div>
*ख़्वाईशो के बोझ में,...*<div>*क्या क्या हम कर रहें हैं....,*</div><div>*इतना तो जीया भी नहीं*.......
*सुविचार* <div><br></div><div>*दो तथ्य हमारे व्यक्तित्व को*</div><div>*परिभाषित करते हैं*
<div><br></div><div>*दुनिया में दो तरह के लोग*</div><div> *हो
<div><br></div><div> *"तालाब एक ही है..?*</div><div> *हंस उसी तालाब स
<div><br></div><div> *जीवन ऐसा हो जो-*</div><div> *संबंधों की कदर करे,*</div
पांच वस्तु ऐसी हे ,जो अपवित्र होते हुए भी पवित्र है....<div><br></div><div> उच्छिष्टं शिवनिर्मा
*बिखरा हुआ समाज और*<div> *बिखरा हुआ परिवार कभी*</div><div> *भी बादशाह नहीं बन सकता*,</div>
<div>*मन और पानी*</div><div><br></div><div> *मन* *भी
<div>*✍️इंसान दो मामलों में बेबस है!*</div><div>*"दुख" बेच नहीं सकता;...!!*</div><div>*"सुख"खरीद नही
<div><br></div><div>*लोगों का आदर केवल उनकी सम्पत्ति सम्पन्नता के कारण नहीं करना चाहिये अपितु उनका स
<div>*आलपिन सारे कागज़* *को*</div><div> *जोड़कर रखना* </div><di
<div> </div><div><br></div><div> *दिल के अच्छे होने से बेहतर है जुबान
<div><br></div><div>*हमारे साँसों की पूंजी सीमित है चाहे हम उसे ग़फ़लत की नींद में बर्बाद कर लें या फि
*नीबू अदरक मिर्च हरा धनिया, ये सब मसाले हैं जो हमारी साग सब्जी दाल और दूसरी सामग्री को स्वादिष्ट बना
*सम्बन्ध को जोड़ना एक कला है,*<div> *लेकिन*</div><div>*"सम्बन्ध को
<br><div> अनमोल विचार*</div><div><br></div><div>*एक चिंतन................
<div>*अनमोल -वाणी*</div><div><br></div><div>*घमंड की बीमारी शराब जैसी होती है खुद को छोड़कर सबको पता
*अगर आपको वह फ़सल* *पसंद नहीं है,जो आप काट रहे हैं* <div><br></div><div>*तो उन बीजों की जाँच कर
*श्रेष्ठ वही है जिसमें*<div>*दृढ़ता हो, पर , जिद नहीं*</div><div>*दया हो ,पर , कमजोरी नहीं*</div><di
<div><br></div><div>*समय है तो ब्रह्मांड का अस्तित्व है*</div><div>*समय है तो पृथ्वी का अस्तित्व है*
<div><br></div><div>*अनुपयोगिता से*</div><div> *लोहा जंग खा जाता है,*</div><div> &
<div>*✍..सब कुछ मिला है हमको ,*</div><div> &n
<div> "मूर्खता से बचना चाहिए, और बुद्धिमत्ता से काम करना चाहिए।"</div><di
*"संगत"* <div><br></div><div>*एक भंवरे की मित्रता एक गोबरी (गोबर में रहने वाले) कीड़े से थ
*✍"सुख"*<div>*सुबह जैसा होता है*</div><div>*" माँगने"पर नही*</div><div> *"जागने"पर मिलता है..!!
*अहंकार !!*<div><br></div><div>*बहुत समय पहले की बात है, एक गाँव में एक मूर्तिकार ( मूर्ति बनाने वाल
*शंका का कोई इलाज नही,*<div>*चरित्र का कोई प्रमाण नही,*</div><div>*मौन से अच्छा कोई साधन नही,*
*भक्त के जीवन में दो ही शब्द हैं*<div>और सारा जीवन उन्हे इन दो शब्दों के बीच में बिताना चाहिए।</div>
सुविचार<div><br></div><div><br></div><div> चक्की के दो पाटों में , एक&nbs
<br><div><br></div><div> *👉 विचार👈*</div><div><br></div><div><br>
<br><div><br></div><div>♦️ *शक्तिशाली होकर भी*</div><div> *क्षमा करने और*<
<div> *समय एक ऐसी गाड़ी है,*</div><div>*जिसमें ब्रेक ही नहीं है*</div><div>*और रिवर्स गियर भी नह
*यदि किसी के "घर" में*<div>*रोशनी" है*,</div><div>*तो चोर वहां नहीं जाते,*</div><div><br></div><div>
<div><br></div><div> *यदि संतुष्ट और प्रसन्न रहना चाहते हैं तो श्रे
<br><div><br></div><div>*अहँकार से जिस व्यक्ति का मन मैला है ।*</div><div>*करोड़ों की भीड़ में भी,
<div><br></div><div>*रिश्ते और रास्ते तब ख़त्म हो जाते हैँ!*</div><div>*जब पाँव नहीं दिल थक जाते है!!
*इंसान बड़ा हुआ तो*<div>*बचपन भूलता है,*</div><div>*शादी हुई तो*</div><div>*माता पिता को भूलता है,*</
<div><br></div><div> *जीवन में कोई भी चीज इतनी खतरनाक नहीं जितना भ्रम में और डां
<div><br></div><div><br></div><div> *नेकियाँ करके डाल देना*</div><div> &nbs
*जो जाहिर हो जाये*<div>*तो वो दर्द कैसा..*</div><div>*खामोशी ना समझे* </div><div>*तो वो हम
<div><br></div><div>*विश्वास और प्रार्थना आत्मा के दो विटामिन हैं, कोई भी इनके बिना स्वस्थ जीवन यापन
<div>*पानी की एक बूँद*</div><div> *गर्म तवे प
<div><br></div><div>*मधुर वाणी बोलना*</div><div> *एक मंहगा शौक है...*</di
<div><br></div><div>*परखता तो वक्त है*,</div><div> *कभी हालात के रूप मे* ,</div><div>&n
<div>*जीवन मे "श्वास" और "विश्वास" की एक समान जरूरत होती हैं,*</div><div>*श्वास खत्म तो "जिंदगी" का
*ज़िंदगी भर कितना भी धन-धन कर लो पर मरने के बाद शोक पत्रिका में निधन ही लिखा जाएगा, कड़वा सच है। जितना
*"सफलता" की पोशाक*<div> *कभी तैयार नहीं मिलती*</div><div> &nb
*साथ रह कर जो छल करें,*<div> *उससे बड़ा कोई शत्रु*</div><div>*नहीं हो सकता और*</di
<div>*आप सही हैं तो*</div><div> *आपको गुस्सा होने की*</div><div> *जरूरत ही नहीं,*<
*समय इंसान को सफल नहीं बनाता, समय का सही इस्तेमाल इंसान को सफल बनाता है। अनुभव हमें बताता है कि क्या
<div>*दिल में बुराई रखने से बेहतर है,*</div><div>*कि नाराजगी जाहिर कर दो..!!!*</div><div>*जहाँ दूसरो
*हमारा आचरण हमारे ज्ञान को व्यान करता है।।*<div><br></div><div> *एक व्यक्ति ने गुरु जी से पूछा
*"सब्र’ और "सच्चाई"* <div> *एक*</
<div><br></div><div><span style="font-size: 16px;">✍ *मित्र,पुस्तक,रास्ता और विचार यदि गलत हों तो गु
<br><div><br></div><div>*हँसता हुआ चेहरा,*</div><div>*आपकी शान बढ़ाता है.....!*</div><div> &nbs
<div><br></div><div>*कड़वा है, फीका है......,*</div><div>*शिकवा क्या कीजिए....*</div><div>*जीवन समझौत
. *प्रत्येक कार के पाँच पहिये होते हैं, लेकिन कार चार पहियों से चलती है, एक पहिया स्टेपनी की भूम
<div><br></div><div><br></div><div>बुरी आदतें भी एक अभिशाप की तरह ही होती हैं, जो धीरे-धीरे किसी भी
<div>*तेरे गिरने में, तेरी हार नहीं ।*</div><div>*तू आदमी है, अवतार नहीं ।।*</div><div>*गिर, उठ, चल,
<div><br></div><div>*प्यार और उधार*</div><div> *उसी क
*आप कितने भी अच्छे हो*<div>*चाहे आप कितना भी अच्छा*</div><div>*काम कर लों*</div><div>*पर एक बात हमेश
<div><span style="font-size: 16px;"> इज्ज़त के *</span>बदले इज्ज़त देनी चाहिए*</div><div><span
*अहंकार से भरा व्यक्ति दूसरों को नीचा दिखा कर प्रसन्न होता है संस्कार से भरा व्यक्ति स्वयं झुक कर
*"आनंद "उनको नही मिलता* <div>*जो अपने इरादे से...!*</div><div>*ज़िन्दगी जिया करते है...!!*
<br><div><br></div><div> *विचार*</div><div><br></div><div> &n
<div>*रोटी पर "घी" और*</div><div>*नाम के साथ "जी"*</div><div>*लगाने से,*</div><div>*"स्वाद" और "इज्ज
*कौन से "कपड़े" पहनूं*....<div> *जिससे मै अच्छा लगूं*...</div><div>
<div>*जीने की राह*</div><div><br></div><div>✍ *संसार में दो प्रकार के पेड़ पौधे होते हैं*</div><div><
*विचार*<div><br></div><div>*मेहनत लगती है सपनों को*</div><div><br></div><div> *सच बनाने
<div><br></div><div>*"नि:स्वार्थ" "कर्म" करते रहो,*</div><div>*जो भी होगा, "अच्छा" ही होगा*</div><di
*संदेह की अंतिम उपलब्धि श्रद्धा* *है, संशयकी अंतिम* *अवस्था विक्षिप्तता (पागलपन) है।* <div>&nbs
दर्पण में *मुख* और संसार में *सुख*,<div> होता *नहीं* है बस *दिखता* ह
<div>* और *आइने* की तरह ही *दोस्त* बनाने चाहिए ,</div><div> क्योंकि *परछाई* कभी
<div><br></div><div>*जब समुद्र की लहर आती है, उसके साथ बहुत से मोती किनारे आकर बिखर जाते हैं। लेकिन
*"शब्द भी एक तरह का 'भोजन' है"*<div>*किस समय कौन सा 'शब्द' परोसना है,*</div><div>  
<div> </div><div> *हमारे व्यवहारिक जीवन
<div><br></div><div>*त्याग के बिना कुछ भी पाना संभव नहीं क्योंकि*</div><div><br></div><div>*एक सांस
<div> की एक *मर्यादा* होती है और हमें उस *मर्यादा* को कभी नहीं *तोड़ना* चाहिए,</div><div>
" *अंहकार ओर अभिमान* <div>*मनुष्य के दो अवगुण है ... जो उसे पतन
<div><br></div><div>*गुणों के सहारे ही व्यक्ति*</div><div>*सफल हो पाता है*</div><div>*मगर*</div><div
*प्रकृति के तीन कड़वे नियम, जो सत्य है !!!*<div>*1. प्रकृति का पहला नियम :* यदि खेत में बीज न डालें ज
*इज्जत और तारीफ*<div> *मांगी नही जाती है*</div><div> &
*"""""इस दुनिया में कुछ भी"""""*<div><br></div><div> *""स्थाई नहीं
* सुविचार*<div><br></div><div> *एक अच्छी शुरुआत के*</div><div> *लिए
गुजरी हुई जिंदगी को<div> कभी याद ना कर....</div><div>
<br><div><br></div><div>*"दूसरों को समझना*</div><div>  
<div><br></div><div>*जो खुद से ज्यादा मूल्यवान दूसरों को समझता है वो ही दूसरों को प्रभावित करना चाहत
*‼ व्यक्तिगत चिंतन‼*<div><br></div><div>*❗ईर्ष्या की आग में मत जलिए ❗*</div><div><br></div><div>👉 *
*जन्म के समय नाम नही होता है,*<div> *मात्र सांसे होती है..*</div><div>*मृत्यू के
चूहा अगर पत्थर का हो तो<div> </div><div>सब उसे पूजते हैं </div><div> मगर जिन्दा हो तो
<div><br></div><div>*सबसे बेहतरीन नजर वो है,* </div><div>*जो अपनी कमियों को देख सके.....।*</div
<br><div> *करम की गठरी लाद के जग में*</div><div> &n
please read below<div> </div><div> जिदंगी मे कभी भी कि
<div><span style="font-size: 16px;">*सोलह सुख* </span></div><div><span style="font-size:
<div><br></div><div>*कभी कभी ठोकरें भी*</div><div>*अच्छी होती हैं*</div><div>*एक तो रास्ते की*
<br><div> *सुविचार - "दूषित विचारों से वातावरण की सा
"मेहनत का फल"*<div>*और*</div><div>*"समस्या का हल"*</div><div><br></div><div>*देर से ही सही पर जरूर*&
<div><br></div><div><br></div><div> *बोलने से पहले शब्द मनुष्य के वश में होते हैं लेकिन बोलने क
● चार से विवाद मत करो :<div> </div><div>1. मूर्ख से,</div><div> </div><div>2. पागल से,</di
<br><div> जीवन में तीन बातें बड़ी महत्वपूर्ण हैं। प्रतीक्षा- परीक्षा
<div><br></div><div>*---घबराओ कभी नहीं---*</div><div><br></div><div>*जीवन होता बहुत सरल है,*</div><d
<div>*हमारे जीवन में भी कभी कभी*</div><div>*कुछ क्षण ऐसे आते है*</div><div>*जब हम चारो तरफ से*</div>
<div>*✍️डाली से टूटा फूल फिर से*</div><div> *लग नहीं सकता है*</div><div> &n
<div><br></div><div> *जीभ* </div><div>*ये जो "जीभ" है... इसे चिरकाल जवानी प्राप्त हुई है*<
<div>*जो “प्राप्त” है वो ही “पर्याप्त” है ।*</div><div>*इन दो शब्दों में सुख बेहिसाब हैं।।*</div><di
<div> </div><div> *
*किसी की बुराई तलाश करने वाला व्यक्ति उस मक्खी की तरह है,*<div>*जो सारे खूबसूरत बदन में केवल घाव ढू
दुनियां में इस विश्वास से चलिए कि ,मेरे प्रभु ने आज तक मेरी लाज रखी हैंव आगे भी रखेंगे, अवश्य रखेंगे !!आजतक दिया हैं,आगे भी देंगे,अवश्य देंगेदुनियां में सबके दरवाज़े बंद हो सकते हैंपर मेरे परमात्मा
<div><div><span style="font-size: 16px;">*भावनाएं*</span></div><div><span style="font-size: 16px;"><
<div>*एक ट्रक में मार्बल का सामान जा रहा था। उसमें टाईल्स भी थीं और भगवान की मूर्ति भी थी।* </d
*मैंने कभी पढा था ...*<div>*"पोथी पढ़ पढ़ जग मुआ पंडित भया न कोय,* </div><div>*ढाई अक्षर प्रेम
<div> *अगर एक हारा हुआ*</div><div>  
<div> </div><div> *मानवीय गुणों में एक प्रमुख गुण है "क्षमा"
*संसार में कई प्रकार के नशे हैं ?*<div><br></div><div>धन का नशा है, विद्या का नशा है, शक्ति का नशा ह