अनमोल वचन*
*यदि फूल को भगवान के गले की*
*माला बनना है तो उसे अपने*
*पेट में सुई की नोक से छेद*
*करवाना ही पड़ेगा !*
*सोने के टुकड़े को यदि*
*भगवान के गले का हार*
*बनना है तो उसे भट्टी में*
*गलना ही पड़ेगा और*
*चन्दन को भगवान के*
*माथे पर लगना है तो उसे*
*पत्थर पर घिसना ही पड़ेगा !*
*उसी प्रकार यदि मनुष्य को*
*धर्म पर चलना है तो उसे*
*कठिनाईयां सहते हुए,*
*त्याग के मार्ग पर*
*चलना ही पड़ेगा !*
*अर्थात हमें कुछ पाना है तो,*
*कुछ खोना या सहन भी*
*करना ही पड़ेगा !*
*ईश्वर को पाना चाहते हैं,*
*तो हर पल उनको याद करें*
*मैं ईश्वर को कभी भूलूं नहीं*
*यह वही कमाई है*
*जो काम आएगी*
*जन्म जन्म की भटकन से,*
*मुक्त कराएगी..!!*